चंडीगढ़, 11 अगस्त – हरियाणा के उपमुख्यमंत्री श्री दुष्यन्त चौटाला ने कहा कि राज्य सरकार प्रयास करेगी कि प्रदेश के हर सेक्रेटेरिएट में स्वयं सहायता समूह की दो दुकानें खोली जाएं जिनमे एक खाने के समान की तथा दूसरी अन्य उत्पादों की हो। इससे जहां इन समूहों की महिलाओं को रोजगार प्राप्त होगा वहीं लोकल-ब्रांड को प्रोत्साहन मिलेगा। हमारी कोशिश है कि इन स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों को ब्रांड बनाया जाए ताकि बडी कंपनियों की तरफ न देखना पड़े।
वे आज पिंजौर के यादविन्द्रा गार्डन में ‘हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन’ के स्वयं सहायता समूहों की सहभागिता से आयोजित तीज महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। भारत की आजादी के 75वें अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित इस उत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। इस अवसर पर श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री श्री अनूप धानक भी उपस्थित थे। इनके अलावा विकास एवं पंचायत विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री अमित झा, महानिदेशक श्री आर.सी बिधान, हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ अमरिंदर कौर के अलावा विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
उपमुख्यमंत्री ने प्रारंभ में स्वयं सहायता समूहों के हस्तशिल्पियों की प्रदर्शनी का निरीक्षण किया। तत्पश्चात स्वयं सहायता समूहों को ऋण वितरित किए गए। इनके अलावा सर्वश्रेष्ठ स्टॉल, सर्वश्रेष्ठ जिला व सर्वश्रेष्ठ समूह को पुरस्कृत किया गया। उन्होंने गुरुग्राम के उस स्वयं सहायता समूह की विशेष तौर पर सराहना की जिसने ‘फूड सेफ्टी एंड स्टैंडड्र्स ऑथोरिटी ऑफ इंडिया’ से पंजीकरण करवाकर अपने उत्पादों को बाजार में उतारा है।
श्री दुष्यन्त चौटाला ने इस अवसर पर उपस्थित महिलाओं को तीज के पावन पर्व की बधाई देते हुए समाज मे महिला सशक्तिकरण की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने आज की प्रदर्शनी में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा तैयार किए गए उत्पादों की प्रशंसा की और कहा कि अब महिलाएं चुल्हा-चौका, कढाई-बुनाई तक सीमित नही हैं बल्कि हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रही हैं। उन्होंने कहा कि ‘हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन’ ने अभी तक 4.50 लाख महिलाओं को सशक्त किया है ओर भविष्य में इन समूहों को कौशलयुक्त करने के लिए जो भी राज्य सरकार की सहायता की जरूरत होगी, वह पूरी तरह से उपलब्ध करवाई जाएगी।

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