हरियाणा में वर्ष 2026 के लिए छुट्टियों, विशेष दिवसों की अधिसूचना जारी

चंडीगढ़, 16 दिसंबर 2025

हरियाणा सरकार ने कैलेंडर वर्ष 2026 के दौरान राज्य सरकार के अधीन सभी कार्यालयों में लागू होने वाले सार्वजनिक अवकाशों, प्रतिबंधित अवकाशों, परक्राम्य लिखत अधिनियम के अंतर्गत अवकाशों तथा विशेष दिवसों की घोषणा की है।

मुख्य सचिव श्री अनुराग रस्तोगी द्वारा इस सम्बन्ध में विस्तृत अधिसूचना जारी की गई है। विभिन्न अवकाशों को तीन अनुसूचियों में रखा गया है जबकि चौथी अनुसूची में दिवसों को रखा गया है।

अनुसूची-1 (राजपत्रित अवकाश)

अधिसूचना के अनुसार वर्ष 2026 में राज्य सरकार के अधीन सभी कार्यालयों में सभी शनिवार और रविवार के अतिरिक्त विभिन्न राजपत्रित अवकाश घोषित किए गए हैं। इनमें 23 जनवरी को सर छोटू राम जयंती/बसंत पंचमी, 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस, 4 मार्च को होली, 23 मार्च को शहीदी दिवस (भगत सिंह, राजगुरु एवं सुखदेव), 26 मार्च को रामनवमी, 31 मार्च को महावीर जयंती, 14 अप्रैल को डॉ. भीमराव अम्बेडकर जयंती एवं बैसाखी, 27 मई को ईद-उल-जुहा (बकरीद), 17 जून को महाराणा प्रताप जयंती, 29 जून को संत कबीर जयंती, 31 जुलाई को शहीद उधम सिंह शहीदी दिवस, 28 अगस्त को रक्षाबंधन, 4 सितंबर को जन्माष्टमी, 23 सितंबर को शहीदी दिवस/हरियाणा वार हीरोज शहीदी दिवस, 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी जयंती, 20 अक्टूबर को दशहरा, 26 अक्टूबर को महर्षि वाल्मीकि जयंती, 9 नवंबर को विश्वकर्मा दिवस, 24 नवंबर को गुरु नानक देव जयंती तथा 25 दिसंबर को क्रिसमस दिवस शामिल हैं।

जो त्यौहार या अवसर साप्ताहिक अवकाश (शनिवार या रविवार) के दिन पड़ रहे हैं, उन्हें अलग सार्वजनिक अवकाश के रूप में शामिल नहीं किया गया है। इनमें 1 फरवरी को गुरु रविदास जयंती, 15 फरवरी को महाशिवरात्रि, 21 मार्च को ईद-उल-फितर, 19 अप्रैल को परशुराम जयंती/अक्षय तृतीया, 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस, 11 अक्तूबर को महाराजा अग्रसेन जयंती, 1 नवम्बर को हरियाणा दिवस और 8 नवम्बर को दिवाली शामिल हैं।

अनुसूची-दो  (प्रतिबंधित अवकाश)

राजपत्रित अवकाशों के अतिरिक्त, सभी नियमित एवं आउटसोर्स कर्मचारियों को प्रतिबंधित अवकाशों की सूची में से अपनी पसंद के कोई भी तीन अवकाश लेने की अनुमति होगी। वर्ष 2026 के लिए घोषित प्रतिबंधित अवकाशों में 12 फरवरी को गुरु ब्रह्मानंद जयंती/महर्षि दयानंद सरस्वती जयंती, 3 अप्रैल को गुड फ्राइडे, 1 मई को बुद्ध पूर्णिमा, 25 मई को महर्षि कश्यप जयंती, 18 जून को गुरु अर्जन देव शहीदी दिवस, 26 जून को मुहर्रम, 15 अगस्त को हरियाली तीज, 26 अगस्त को मिलाद-उन-नबी/ईद-ए-मिलाद, 29 अक्टूबर को करवा चौथ, 9 नवंबर को गोवर्धन पूजा, 15 नवंबर को छठ पूजा, 14 दिसंबर को गुरु तेग बहादुर शहीदी दिवस तथा 26 दिसंबर को शहीद उधम सिंह जयंती शामिल हैं।

अनुसूची-तीन (परक्राम्य लिखत अधिनियम, 1881 के अंतर्गत अवकाश)

परक्राम्य लिखत अधिनियम, 1881 की धारा 25 के अंतर्गत (न्यायिक न्यायालयों को छोड़कर) वर्ष 2026 में हरियाणा में सभी रविवारों के अतिरिक्त 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस, 4 मार्च को होली, 21 मार्च को ईद-उल-फितर, 1 अप्रैल को एनुअल क्लोजिंग आॅफ बैंक अकाउंट, 14 अप्रैल को डॉ. भीमराव अम्बेडकर जयंती, 1 मई को बुद्ध पूर्णिमा, 27 मई को ईद-उल-जुहा (बकरीद), 17 जून को महाराणा प्रताप जयंती, 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस, 4 सितम्बर को जन्माष्टमी, 2 अक्तूबर को महात्मा गांधी जयंती, 20 अक्तूबर को दशहरा, 26 अक्तूबर को महर्षि वाल्मीकि जयंती, 9 नवम्बर को विश्वकर्मा दिवस, 24 नवम्बर को गुरु नानक देव जयंती तथा 25 दिसम्बर को क्रिसमस दिवस को परक्राम्य लिखत अधिनियम, 1881 के अंतर्गत सार्वजनिक अवकाश माना जाएगा।

अनुसूची-चार (विशेष दिवस)

इसके अतिरिक्त, वर्ष 2026 में 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती, 12 मार्च को संत लाधू नाथ जी जयंती, 15 मार्च को हसन खान मेवाती शहीदी दिवस, 11 अप्रैल को महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती, 27 अप्रैल को संत धन्ना भगत जयंती, 29 अप्रैल को श्री गुरु तेग बहादुर जी जयंती, 23 मई को श्री गुरु गौरक्ष नाथ स्मृति दिवस, 31 मई को मातेश्वरी देवी अहिल्याबाई होलकर जयंती, 9 जून को वीर बंदा बैरागी बलिदान दिवस, 4 जुलाई को भाई लखी शाह वंजारा जयंती, 7 जुलाई को भाई मक्खन शाह लुबाना जयंती, 15 जुलाई को कवि बाजे भगत जयंती, 27 जुलाई को महाराजा दक्ष प्रजापति जयंती, 26 अगस्त को श्री गुरु जम्भेश्वर जी जयंती, 17 सितम्बर को भगवान विश्वकर्मा जयंती, 6 अक्तूबर को महाराजा अजमीढ़ जयंती, 31 अक्तूबर को सरदार वल्लभभाई पटेल जयंती, 12 नवम्बर को संत नामदेव जयंती, 22 नवम्बर को वीरांगना झलकारी बाई जयंती, 4 दिसम्बर को संत सैन भगत महाराज जयंती और 20 दिसम्बर को महाराजा शूरसैनी जयंती को विशेष दिवस के रूप में मनाया जाएगा। हालांकि, इन अवसरों पर कोई सार्वजनिक अवकाश नहीं होगा, लेकिन सरकारी कार्यालयों एवं संस्थानों में इन महान विभूतियों को स्मरण किया जाएगा।