कोरोना की आड़ में लोगों का सच में खून पीने लगी कैप्टन सरकार – भगवंत मान

मरीजों के लिए दान में लिए प्लाज्मा को महंगे मूल्य में बेचे जाने का ‘आप’ ने किया सख्त विरोध
बेहद्द शर्मनाक है खून बेच कर क्रास सब्सिडी वाला आर्थिक मॉडल
31 जुलाई को प्लाज्मा बेचे जाने के विरुद्ध प्रदेश स्तरीय प्रदर्शन करेगी ‘आप’

चण्डीगढ़, 29 जुलाई 2020
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद भगवंत मान ने पंजाब सरकार की ओर से प्राईवेट अस्पतालों में कोरोना का इलाज करवाने वाले मरीजों को प्रति यूनिट 20 हजार रुपए में प्लाज्मा (खून) बेचे जाने को बेहद शर्मनाक फैसला करार दिया है।
बुधवार को पार्टी हैडक्वाटर से जारी बयान के द्वारा भगवंत मान ने कहा कि कोरोना को अपने दम पर मातृ देने वाले ‘योद्धाओं’ से दान में लिए प्लाज्मा को कोरोना के साथ जूझ रहे अन्य मरीजों को इतने महंगे दाम में बेचे जाने वाले फैसले ने साबित कर दिया है कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह सरकार अपने लोगों का सच में ही खून पीने पर उतर आई है।
भगवंत मान ने कैप्टन सरकार को चेतावनी देते कहा कि यदि सरकार ने अपने इस शर्मनाक और तुगलकी फरमान को तुरंत वापस न लिया तो आम आदमी पार्टी कोरोना दिशा-निर्देशों की पालना करते हुए शुक्रवार 31 जुलाई को पंजाब भर में रोष प्रदर्शन करेगी।
भगवंत मान ने कहा, ‘‘सबसे पहले तो मैं मुख्यमंत्री से अपील करता हूं कि वह ‘फार्म हाऊस’ से बाहर निकलें और कड़वी हकीकतों के रूबरू होने का हौसला दिखाएं। लोगों से दान में लिए खून (प्लाज्मा) को बेच कर क्रास सब्सिडी वाला आर्थिक मॅडल सचमुच शर्मनाक है। ऐसे बेतुके फैसला या तो उम्र के तकाजे के अंतर्गत लिए जा सकते हैं या फिर बुरे सलाहकार दे सकते हैं। इस लिए ‘महलों’ से बाहर आओ। लोगों के साथ और पीडितों के साथ सीधी बातचीत करके इस महामारी के साथ उसी तरह निपटें जैसे कई गुणा ज़्यादा चुनौतियों के बावजूद दिल्ली की अरविन्द केजरीवाल सरकार निपट रही है।’’
भगवंत मान ने कहा कि दिल्ली सरकार किसी भी मरीज को प्लाज्मा नहीं बेच रही बेशक वह प्राईवेट अस्पताल में इलाज क्यूं न करवा रहा हो। वहां दान में लिया प्लाज्मा आगे भी मुफ्त ही मुहैया करवाया जाता है।
भगवंत मान ने कहा कि यदि सरकारी अस्पतालों में इलाज की सभी सुविधा उपलब्ध हो तो ज़्यादातर लोग सरकारी अस्पतालों में ही इलाज को पहल देते हैं, परंतु पंजाब के खुद वेंटिलेटर पर चल रहे सरकारी अस्पतालों के कारण बहुत से आम लोगों को भी कर्जे उठा कर प्राईवेट अस्पतालों में इलाज करवाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
भगवंत मान ने कहा कि थर्मल प्लांट, सडक़ें, शामलाती भूमि, रैस्ट हाऊस आदि सरकारी जायदादें बेचती-बेचती पंजाब सरकार अब दान में लिया खून भी बेचने लग गई है। इससे ज्यादा शर्मनाक बात ओर क्या हो सकती है। उन्होंने कहा कि अब तक सिर्फ सुना जाता था कि सरकारें लोगों का खीन पीती हैं परंतु कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने यह सच में करके दिखा दिया है।
भगवंत मान ने लुधियाना के कारोबारी की अस्पताल में बैड न होने के कारण और अबोहर के प्रोफैसर की कोरोना न होने के बावजूद कोरोना केयर सैंटर में दाखिल किए जाने दौरान हुई मौत को ‘सरकारी कत्ल’ करार देते हुए इन मामलों की न्यायिक जांच मांगी।