रणइन्दर ईडी मामला
जांच निष्पक्ष और समयबद्ध होती तो अब तक सलाखों के पीछे होता कैप्टन का युवराज – ‘आप’
जालंधर, 24 अक्तूबर 2020
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के सीनियर नेता और नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के पुत्र रणइन्दर सिंह को केंद्रीय इनफोरसमैंट डायरैक्टोरेट (ईडी) की ओर से फेमा एक्ट अधीन भ्रष्टाचार केस में तलब किए जाने के मामले पर प्रतिक्रिया देते कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह और प्रधान मंत्री नरिन्दर मोदी नूरा-कुश्ती खेल कर पंजाब और देश की जनता को बेवकूफ बना रहे हैं। जनता को अमरिन्दर सिंह और मोदी की सैटिंगज से सुचेत होने की जरूरत है।
यहां से पार्टी द्वारा जारी प्रैस बयान में हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि कैप्टन की पिछली (2004-2007) सरकार के दौरान भ्रष्टाचार की काली कमाई को रणइन्दर सिंह ने स्विट्जरलैंड की बैंकों में भेजने और बहुचर्चित जकरांदा ट्रस्ट आइलैंड में मोटा लेन-देन करने वाले मामले में ईडी के पास काफी सबूत हैं, परंतु ईडी की ओर से फौरन-एक्सचेन्ज मैनेजमेंट एक्ट (फेमा) के अंतर्गत पिछले 4 वर्षों से केस चल रहा है, परंतु इतना बड़ा भ्रष्टाचार करने के बावजूद नरिन्दर मोदी ने कैप्टन अमरिन्दर सिंह के शाही परिवार को हाथ नहीं डाला। जबकि यदि मोदी और कैप्टन की आपस में राजनैतिक सेटिंग न होती और विदेशी बैंकों में गए इस काले धन की निष्पक्ष और समयबद्ध जांच होती तो अब तक रणइन्दर सिंह सलाखों के पीछे होते।
हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि मुख्य मंत्री अमरिन्दर सिंह और शाही परिवार के सदस्यों के अंधाधुन्ध भ्रष्टाचार विदेशी बैंक खाते, विदेशी महमाननिवाजी और हर हाल सत्ता में बने रहने की लालसा जैसी कमजोरियों के कारण अमरिन्दर सिंह प्रधान मंत्री नरिन्दर मोदी के इशारों पर नाचते हैं। जिस के बदले नरिन्दर मोदी शाही परिवार के भ्रष्टाचार को नजरअन्दाज करते हैं।

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