मजदूरों का संपूर्ण कर्जा माफ कर रेगुलेटरी अथॉरिटी गठित करे पंजाब सरकार -‘आप’

aap punjab

चण्डीगढ़, 26 अगस्त 2020
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के सीनियर नेता और विधायक प्रिंसीपल बुद्ध राम, विपक्ष की उप नेता सरबजीत कौर माणूंके, विधायका रुपिन्दर कौर रूबी, मनजीत सिंह बिलासपुर, कुलवंत सिंह पंडोरी और मास्टर बलदेव सिंह ने मांग की है कि प्रदेश के सभी खेत मजदूरों और भूमिहीन गरीबों के कर्जे संपूर्ण रूप से माफ किए जाए और जो कोई निजी फाईनांस कंपनियां अधिक ब्याज पर कर्ज दे कर गरीब-मजदूरों को लूट रही हैं। उन पर नकेल कसने के लिए सरकार रेगुलेटरी अथॉरिटी या कानून बना कर ब्याज की दरें निश्चित करे।
‘आप’ विधायकों ने पार्टी हैडक्वाटर से जारी बयान के द्वारा बताया कि सरकारों की घातक नीतियों के कारण पंजाब का भूमिहीन और खेत मजदूर कर्जे के भारी बोझ तले दब गया है और प्राईवेट फाईनांस कंपनियों के मकड़-जाल में फंसता जा रहा है। जिस करके आज हर मजदूर परिवार के सिर पर औसतन एक लाख रुपए का कर्ज है।
प्रिंसीपल बुद्ध राम और सरबजीत कौर माणूके ने कहा कि गरीब मजदूर और भूमिहीन सरकारी बेरुखी के कारण बदहाल जिंदगी व्यतीत करने के लिए मजबूर हैं और प्राईवेट फाईनांस कंपनियों में लगातार फंसते जा रहे हैं। आज यह मजदूर पंजाब में इन कंपनियों के दफ्तरों का घेराव करने के लिए मजबूर हैं, परंतु सरकार को इस की कोई प्रवाह नहीं है।
मनजीत सिंह बिलासपुर और रुपिन्दर कौर रूबी ने कहा कि पंजाब सरकार को इन मजदूरों फरियाद सुननी चाहिए और इन प्राईवेट फाईनांस कंपनियों पर नकेल कसनी चाहिए और उनको मजदूरों की लूट करने की खुली छुट्टी नहीं देना चाहिए।
मास्टर बलदेव सिंह और कुलवंत सिंह पंडोरी ने कहा कि पंजाब सरकार को चाहिए कि इन प्राईवेट कंपनियों के लिए एक रेगूलिरी अथॉरिटी बनाए, जिस पर उनकी ओर से दिए कर्जे पर ब्याज दरें सीमित की जाए और वह अपनी मर्जी के साथ मजदूरों से ब्याज न ले सके। उन्होंने कहा कि कैप्टन सरकार ने चुनाव के समय मजदूरों का कर्ज संपूर्ण तौर पर माफ करने का वायदा किया था, परंतु आज तक इस वायदे को पूरा नहीं किया गया।
‘आप’ विधायकों ने कहा कि आम आदमी पार्टी इस मुद्दे पर मजदूरों के संघर्ष की जोरदार समर्थन करती है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी मजदूरों के कर्ज की मुकम्मल माफी के लिए सरकार के खिलाफ हर संघर्ष करने के लिए तैयार है और सरकार की तरफ से इन मजदूरों को कर्ज के कारण परेशान किया जाना कभी भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।