लोगों के लिए खतरनाक साबित होगा पंजाब सरकार का अहंकारी और गैर- जिम्मेवारना रवैया -हरपाल सिंह चीमा

Harpal Singh Cheema aap punjab

कोरोना महामारी के बढ़ रहे प्रकोप पर विपक्ष ने जताई गहरी चिंता

जलंधर, 12 अगस्त 2020
आम आदमी पार्टी (आप) के सीनियर नेता और नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने प्रदेश के बड़े शहरों में बेकाबू होती जा रही कोरोना महामारी पर गहरी चिंता प्रकट करते हुए कहा कि मुख्य मंत्री अमरिन्दर सिंह और सेहत मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू का अहंकारी और गैर -जिम्मेवारना रवैया पंजाब के लोगों की जिन्दगियों के साथ खीलवाड़ है।
हरपाल सिंह चीमा बुधवार को यहां कोरोना के मुद्दे पर पत्रकारों के रूबरू हुए। इस मौके उनके साथ पार्टी के स्थानीय नेता डा. शिव दियाल माली, डा. संजीव शर्मा, एडवोकेट कश्मीर सिंह, करतार सिंह, राजविन्दर कौर, लखवीर सिंह लक्खा आदि मौजूद थे।
हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि लुधियाना, जालंधर, अमृतसर, पटियाला और मोहाली आदि बड़े शहरों समेत पूरे पंजाब में कोरोना का प्रकोप दिन-ब-दिन बढ़ रहा है। दूसरी तरफ सरकारी अस्पतालों और कोरोना केयर सैंटर बेहद खस्ता-हाल स्थिति में हैं। बठिंडा में चार दिन पहले सेहत सेवाएं और समय पर सही खाना न मिलने के विरुद्ध छत पर चढ़ कर रोष प्रकट करने वालों में से 8 मरीजों का भाग जाना सरकार के लिए शर्मनाक और आम लोगों के लिए खतरे की घंटी है।
हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि पंजाब में जहां कोरोना के नए मामले और मौतों की संख्या पिछले 10 दिनों से तेजी के साथ बढ़ रही है, उसके मुकाबले ठीक होने (रिकवरी) की 65 प्रतिशत दर काफी निराश करने वाली है। हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि पंजाब की कुल आबादी के मुकाबले सिर्फ 0.18 प्रतिशत लोगों की कोरोना सैंपलिंग (टैस्ट) होनी सरकार के कोरोना सम्बन्धित प्रबंधों की पोल खोलती है।
हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि स्थिति अभी भी बेकाबू होती जा रही है, जबकि मुख्य मंत्री सितम्बर माह में कोरोना के चरमसीना पर होने की भविष्यबानी कर रहे हैं। जो सब से बड़ी चिंता वाली बात है। चीमा ने बताया कि वह 3 दिन पहले फरीदकोट के कोरोना केयर सैंटर में सुरक्षा किट पहन कर खुद अंदर गए थे, परंतु प्रबंधों की कमी के कारण मरीजों में बेचैनी और डाक्टरी स्टाफ में डर साफ नजर आ रहा था।
चीमा ने कहा कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार की तरफ से कोरोना पर जिस सफलता के साथ काबू पाया गया और रिकवरी दर 91 प्रतिशत की गई। उस दिल्ली मॉडल को अमरिन्दर सिंह और सेहत मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू अपने खोखले अहंकार में अपनाने के लिए तैयार नहीं हैं।
चीमा ने मांग की है कि डाक्टरों, नर्सों, मैडीकल स्टाफ और सफाई कर्मचारी सरकार की बेरुखी के खिलाफ रोष प्रदर्शन करने को मजबूर हैं। चीमा ने कहा कि इन कोरोना योद्धाओं का हौसला बढ़ाने के लिए जहां मुख्य मंत्री, सेहत मंत्री और विधायकों-मंत्रियों को डाक्टरों और स्टाफ के पास जाना चाहिए। वहीं इन के विशेष भत्तों में दोगुना विस्तार, कच्चे मुलाजिमों को पक्के, नई भर्ती, नए अस्पतालों और ढांचे पर जोर देना चाहिए।