सरदार सुखबीर सिंह बादल ने प्रधानमंत्री से सिख समुदाय की भावनाओं पर विचार करने और भाई बलवंत सिंह राजोआणा और अन्य सिख बंदियों को रिहा करने की अपील की

चमकौर साहिब/22 दिसंबर
शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से सिख ‘समुदाय’ की भावनाओं पर विचार करने और भाई बलवंत सिंह राजोआणा और अन्य सिख बंदियों को तीस साल की लंबी कैद से रिहा करने के लिए उचित कदम उठाने की अपील की है।

अकाली दल अध्यक्ष आज यहां  तीन दिवसीय शहीदी जोड़ मेले की शुरूआत पर गुरुद्वारा कत्लगढ़ साहिब में माथा टेकने के  बाद वहां  यूथ अकाली दल द्वारा चलाए जा रहे ‘मेरी दस्तार मेरी शान’ कार्यक्रम में भाग लिया तथा उसके बाद उन्होने गुरुद्वारा फतेहगढ़ साहिब में नतमस्तक हुए ।

यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए सरदार सुखबीर सिंह बादल ने बताया कि ‘बंदी सिंहों’ की रिहाई की मांग सिख समुदाय की सामूहिक इच्छा है और बठिंडा की सांसद बीबा हरसिमरत कौर बादल ने इसे प्रतिबिंबित किया। उन्होने कहा,‘‘ यह मुददा उन सिख बंदियों के मानवाधिकारों से भी जुड़ा है जो जेल की सजा पूरी होने के बाद भी जेल में बंद हैं’’।

अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र सरकार को उन विशेष परिस्थितियों पर विचार करना चाहिए जिनके तहत सिख बंदियों ने कुछ कदम उठाए थे। उन्होने कहा,‘‘ तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा श्री दरबार साहिब पर हमले के साथ बाद में राज्य प्रायोजित सिख कत्लेआम के बाद वे भावनाओं से प्रेरित थे’’। उन्होने कहा कि यदि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के हत्यारों को रिहा किया जा सकता है तो ऐसा कोई कारण नही है कि सिख बंदियों के साथ समान व्यवहार न किया जा सके। उन्होने यह भी बताया कि कैसे सिख बंदियों को लगभगत तीन दशकों तक जेल में रखा गया , जबकि गुरुघर पर हमला करने वाले और 1984 में सिख कत्लेआम में शामिल लोग अभी भी फरार हैं।

सरदार बादल ने मेरी दस्तार मेरी शान कार्यक्रम में भाग लिया और इस दौरान उन्होने नौजवानों को सिख धर्म और सिख सिद्धांतों के साथ जोड़ने के अलावा पगड़ी पर गर्व पैदा करने के लिए यूथ अकाली दल और इसके अध्यक्ष सरदार सरबजीत सिंह झिंझर की सराहना की है। उन्होने कहा, ‘‘ मैं यूथ अकाली दल से इस अभियान को राज्य के कोने-कोने तक ले जाने की अपील करता हूं’’। सरदार झिंझर ने खुलासा किया कि  आज 1000 से अधिक सिख नौजवानों ने पग पहनी, साथ ही घोषणा की कि इसी तरह का एक शिविर 26-27 दिसंबर को फतेहगढ़ साहिब में आयोजित किया जाएगा।

एक सवाल का जवाब देते हुए अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय  (ईडी) का सामना करने से भागना नही चाहिए, जो दिल्ली आबकारी घोटाले में उनकी भूमिका की जांच कर रहे हैं, जिसमें आप के वरिष्ठ नेता सलाखों के पीछे हैं। उन्होने कहा कि केजरीवाल ने ईडी के समन से बचने के लिए पंजाब में छिपने का रास्ता चुना, क्योंकि वह जानते थे कि वह दोषी हैं। एक अन्य सवाल का जवाब देते हुए सरदार बादल ने कहा कि पंजाबियों के बीच धारणा बढ़ती जा रही है कि  पंजाब के साथ साथ सिख समुदाय की भलाई के लिए अकाली दल को मजबूत करना बेहद आवश्यक है।


इस अवसर पर वरिष्ठ नेता प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा और डाॅ.दलजीत सिंह चीमा भी मौजूद थे।