20 दिन पठानकोट की क्वारंटाइन सुविधा में रहने के बाद 1200 कश्मीरी प्रवासी आज जम्मू-कश्मीर में हुए दाखि़ल

घर वापसी में सहायता और सहयोग के लिए पंजाब सरकार और पंजाब पुलिस का किया धन्यवाद
चंडीगढ़, 20 अप्रैल:
जम्मू-कश्मीर की सरकार द्वारा कश्मीरी प्रवासियों के दाखि़ले से इंकार किए जाने के बाद पिछले 20 दिनों से पठानकोट में फंसे अलग-अलग राज्यों से आए 1200 कश्मीरी प्रवासियों के लिए पंजाब सरकार और पंजाब पुलिस फरिश्ते साबित हुई।
आज यह प्रवासी आखिऱकार अपने राज्य में दाखि़ल हो गए। प्रवासियों ने घर वापसी से पहले अपने ज़रूरी 20 दिनों की क्वारंटाइन अवधी के दौरान पंजाब सरकार और पुलिस द्वारा किए गए यत्नों के लिए धन्यवाद किया, जिन्होंने इन प्रवासियों को सहारा देने के साथ-साथ, खाने और रहने की सुविधा दी।
डीजीपी श्री दिनकर गुप्ता ने कहा कि जम्मू-कश्मीर सरकार ने तालाबन्दी के कारण अलग-अलग राज्यों से पठानकोट पहुँचे प्रवासियों को राज्य में दाखि़ल होने की इजाज़त देने से इंकार कर दिया तो पंजाब सरकार ने उनके लिए 9 शेल्टर होम (क्वारंटाइन सुविधा) स्थापित करने के लिए कदम उठाए। उनको भोजन के साथ-साथ रहने के लिए जगह सम्बन्धी दिन-रात सहायता प्रदान की गई। श्री दिनकर गुप्ता ने बताया कि स्वास्थ्य की नियमित जांच के लिए और उनको नियमत तौर पर दवाओं की सप्लाई मुहैया करवाने के लिए मैडीकल टीमों को तैनात किया गया था।
जम्मू-कश्मीर सरकार से आखिऱकार राज्य में दाखि़ल होने की मंजूरी मिलने पर कश्मीरी प्रवासियों ने पंजाब सरकार ख़ासकर पंजाब पुलिस द्वारा मिली सहायता के लिए धन्यवाद किया। उन्होंने इस नाजुक समय के दौरान राधा स्वामी डेरा ब्यास और अन्य संस्थाओं द्वारा उनकी मदद के लिए भी धन्यवाद किया।
जम्मू-कश्मीर के जिला रामबन के निवासी ने कहा, ‘‘इन मुश्किल दिनों में पंजाब पुलिस 20 दिनों के लिए अच्छी मेज़बान रही।’’
प्रवासियों के अनुसार पुलिस ने उनको खाना, अन्य ज़रूरी चीजें, रहने के लिए जगह, डॉक्टरी सुविधाएं और उचित सैनीटाईज़ेशन प्रदान की और पिछले 20 दिनों से उनको सुरक्षित रखा।
जि़क्रयोग्य है कि कश्मीरी प्रवासियों के एक बड़े समूह को पहले दिल्ली से पंजाब पुलिस ने अंतरराज्यीय सीमा पार करवाकर जम्मू-कश्मीर पहुँचने में सहायता प्रदान की थी।