कहा कि स्वतंत्र जांच से बेअदबी के मामलों में आप पार्टी की भूमिका का पर्दाफाश हो जाएगाः सरदार परमबंस सिंह रोमाणा
कुरान शरीफ बेअदबी मामले में दोषी नरेश यादव का बचाव करने वाले हरपाल चीमा और हरजोत बैंस को मंत्रिमंडल से तुरंत बर्खास्त किया जाना चाहिए
कहा कि आप और कांग्रेस दोनों ही बेअदबी पर राजनीति कर रहे
चंडीगढ़/17जुलाई 2025
शिरोमणी अकाली दल ने आज जोर देकर कहा है कि 2015 में बेअदबी की घटनाओं के पीछे आम आदमी पार्टी और उसके नेताओं का हाथ है और स्वतंत्र जांच से ही मामले की सच्चाई सामने आ सकती है।यहां एक प्रेस काफ्रेंस को संबोधित करते हुए अकाली दल के उपाध्यक्ष स. परमबंस सिंह रोमाणा ने कहा कि पंजाब में बेअदबी की घटनाएं आम आदमी पार्टी के कार्यकाल के बाद ही शुरू हुई हैं। उन्होने यह भी बताया कि कैसे आम आदमी पार्टी के विधायक नरेश यादव को कुरान शरीफ की बेअदबी के आरोप में गिरफ्तार कर दोषी ठहराया गया था और मौजूदा कैबिनेट मंत्री हरपाल चीमा और हरजोत बैंस ने विधायक का बचाव किया था।
सरदार रोमाणा ने कहा,‘‘ दोनों मंत्रियों को बेअदबी आरोपी का समर्थन करने के लिए न केवल मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाना चाहिए, बल्कि न्यू पंजाब प्रिवेंशन आॅफ आॅफिसेस अगेंस्ट होली स्क्रिप्टस (एस) बिल,2015 के अनुसार उनके खिलाफ आपराधिक कार्रवाई भी शुरू की जानी चाहिए, जिसे सरकार कानून में बदलने के लिए प्रस्ताव रख रही है।’’ उन्होने कहा कि इसी तरह की कार्रवाई संदीप पाठक के खिलाफ भी की जानी चाहिए, जिन्होने संदीप पाठक का दोष सिद्ध हो जाने के बाद भी दिल्ली के महरौली से टिकट देने की सिफारिश की थी और इसी तरह आप संयोजक अरविंद केजरीवाल के खिलाफ भी इसे मंजूरी देने के लिए इसी तरह की कार्रवाई की जानी चाहिए।
इस बारे में अन्य जानकारी देते हुए पार्टी की मलेरकोटला नेता जाहिदा सुलेमान के साथ पत्रकारों को संबोधित करते हुए सरदार परमबंस रोमाणा ने कहा कि नरेश यादव को जून 2016 में हुए मलेरकोटला बेअदबी के एक महीने बाद ही पुख्ता सबूत सामने आने के बाद गिरफ्तार किया गया था कि उसने आरोपियों के खातों में 90 लाख रूपये ट्रांसफर किए और 13 टेलीफोन काॅलस किए थे। उन्होने कहा कि हरपाल चीमा और हरजोत बैंस ने अदालत में यादव का बचाव किया और बाद में जब आप सरकार बनी तो मामले में शिकायत करने वाले को अपना मामला वापिस लेने के लिए मजबूर किया गया। उन्होने कहा,‘‘ सरकारी वकील के अनुरोध के बावजूद कि शिकायतकर्ता मामला वापिस लेना चाहता है , सेशन कोर्ट ने नरेश यादव को दोषी ठहराया था।’’
यह कहते हुए कि आप और कांग्रेस दोनो ही बेअदबी जैसे संवेदनशील मुददे पर राजनीति कर रहे हैं, अकाली नेता ने कहा,‘‘ आप पार्टी कांग्रेस के नक्शेकदम पर चल रही है, जिसने 2018 में बेअदबी के मुददे पर एक विशेष सत्र बुलाया था, लेकिन कोई नतीजा नही निकला। अब आप सरकार ने भी इस मुददे को उठाने का फैसला किया है और लोगों से सुझाव लेने के लिए छह महीने के समय के साथ एक सलाहकार कमेटी का गठन किया है। इसका मतलब है कि छह महीने के बाद, इस मुददे पर अधिक राजनीति करने के लिए दोबारा से विधानसभा का एक विशेष सत्र बुलाया जाएगा।’’
कांग्रेस पार्टी के बारे में बोलते हुए सरदार रोमाणा ने कहा कि परगट सिंह ने विधानसभा में कहा था कि पिछली कांग्रेस सरकार में पार्टी दो गुटों में बटी हुई थी जो यां तो बेअदबी के मुददे का इस्तेमाल कर राजनीति करना चाहते थे यां फिर इस मामले में अकाली नेताओं को दोषी ठहराना चाहते थे। उन्होने जोर देकर कहा,‘‘ परगट सिंह को इन दोनों गुटों के सदस्यों के नामों का खुलासा करना चाहिए।’’
सरदार रोमाणा ने कहा कि विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने भी बेअबदी के मुददे पर अपने सुझाव देते हुए जोर देकर कहा कि प्रदर्शनकारियों पर गोलियों का इस्तेमाल नही किया जाना चाहिए। उन्होने कहा,‘‘ प्रताप बाजवा को बताना चाहिए कि 1984 में श्री हरिमंदिर साहिब में गोलियां क्यों चलाई गई, जिसमें श्री गुरु ग्रंथ साहिब को भी गोलियां लगी उनकी हजूरी में पाठ करने वाले पाठी की भी गोली लगने से
मौत हो गई थी।’’ उन्होने कांग्रेस पर फरीदकोट के बरगाड़ी गांव में बेअदबी स्थल पर बलजीत सिंह दादूवाल की अगुवाई में विरोध प्रदर्शन के पीछे हाथ होने और सीबीआई से जांच वापिस लेकर मामले की जांच में बाधा डालने का भी आरोप लगाया। उन्होने कहा,‘‘ पूर्व मुख्यमंत्री सरदार परकाश सिंह बादल ने कांग्रेस के कहने पर न्याय सुनिश्चित करने के लिए जांच सीबीआई को सौंपी थी।’’
इस अवसर पर बोलते हुए अकाली नेता जाहिदा सुलेमान ने कहा कि यह बेहद हैरान करने वाली बात है कि किसी भी आप नेता, मंत्री ओर यहां तक कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी मलेरकोटला में हुई बेअदबी के खिलाफ आवाज नही उठाई। उन्होने कहा कि पार्टी ने नरेश यादव को महरौली से दोबारा उम्मीदवार बनाने का फैसला किया और इस पर तभी पुनर्विचार किया जब दिल्ली के मुस्लिम समुदाय ने इस मुददे पर कड़ा विरोध दर्ज कराया।’’ अकाली नेता ने वित्त मंत्री हरपाल चीमा के तत्काल इस्तीफे की मांग करते हुए कहा ,‘‘ उन्होने यादव का संरक्षण करने के साथ-साथ भरपूर समर्थन भी किया।’’

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