मोदी सरकार की नीतियों में अंत्योदय सर्वोपरि : धनखड़

पंडित दीन दयाल जी का एकात्म मानव दर्शन ही देश- दुनिया के विकास का मार्ग- बोले धनखड़  
सेवा पखवाड़े के अंतर्गत पं दीन दयाल  जयंती पर आयोजित संगोष्ठी एवं प्रबुद्ध संवाद में बोले भाजपा के राष्ट्रीय सचिव औम प्रकाश धनखड़

चंडीगढ़,  26 सितंबर 2025

पंडित दीन दयाल उपाध्याय जी एक विचार धारा का नाम है, एक व्यवहार के प्रतीक का नाम है, मानव कल्याण की सोच का नाम है , संस्कृति के आधार पर राष्ट्र को मजबूती से आगे बढ़ाने का नाम है। उनकी अंत्योदय की ऐसी विचारधारा जो सबसे अंत में , उसको सबसे पहले। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय सचिव औमप्रकाश धनखड़ ने सेवा पखवाड़े के अंतर्गत पंडित दीन दयाल उपाध्याय जी की जयंती के उपलक्ष्य में बहादुरगढ़ में आयोजित जिला स्तरीय संगोष्ठी में बतौर मुख्यवक्ता अपना वक्तव्य रखते हुए यह बात कही। धनखड़ ने कहा कि पूंजीवाद और साम्यवाद का दौर अब नहीं रहा।मानव कल्याण के लिए पंडित दीन दयाल उपाध्याय जी एकात्म मानव दर्शन देश दुनिया के विकास का मार्ग है। एकात्म दर्शन के केंद्र में व्यक्ति, व्यक्ति से  परिवार, परिवार से समाज , समाज से राष्ट्र , राष्ट्र से विश्व और फिर अनंत ब्रह्माण्ड के कल्याण का मार्ग है।

धनखड़ ने कहा कि मोदी सरकार के सेवाकाल में देश के नागरिकों के जीवन स्तर में बड़ा सुधार आया है। यह सब मोदी सरकार द्वारा एकात्म दर्शन की  नीतियों को अंत्योदय की भावना से बनाकर और उनको प्रभावी ढंग से लागू करने से हो रहा है। हरियाणा में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी जी ने दीन दयाल लाडो लक्ष्मी योजना का लाभ पहले अंत्योदय परिवारों को देने का निर्णय लिया है। हमारी सरकार की नीति यही है कि पहले उसको दो जो सबसे पीछे हैं। यह एकात्म दर्शन की नीति है।

धनखड़ ने कहा कि कांग्रेस का मानना है कि हमने आजादी के बाद देश बनाया। जबकि ऐसा नहीं है। दीन दयाल जी का कहना है कि अपनी समृद्ध संस्कृति के आधार पर भारत एक प्राचीन राष्ट्र है। भारत में रहने वाला और इसके प्रति ममत्व की भावना रखने वाला मानव समूह एक जन हैं। उनकी जीवन प्रणाली, कला, साहित्य, दर्शन सब भारतीय संस्कृति है। इसलिए भारतीय राष्ट्रवाद का आधार यह संस्कृति है। उनका मानना था कि स्वदेशी और लघु उद्योग भारत की आर्थिक योजना की आधारशिला होनी चाहिए, जिसमें सद्भाव, सांस्कृतिक, राष्ट्रीय नीति और अनुशासन का समावेश हो। स्वदेशी की प्राथमिकता रखते हुए वह विश्व स्तर पर हो रहे नवाचारों को भी बेहतरी के लिए शामिल करते रहना चाहिए। उनका विचार था कि आर्थिक विकास का मुख्य उद्देश्य सामान्य मानव का सुख है।

धनखड़ ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के जन्मदिवस 17 सितंबर से शुरू हो कर 02 अक्टूबर तक चलने वाले सेवा पखवाड़े के अंतर्गत देश भर में विभिन्न प्रकार के सेवा के कार्य के रहे हैं। सतीश खोला चेयरमैन पीपीपी ने सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की विस्तार से जानकारी देते हुए आह्वान किया कि पंडित दीन दयाल जी के सपनों को साकार करने के लिए कार्यकर्ता हर पात्र व्यक्ति तक लाभ पहुंचाना सुनिश्चित करें। कार्यक्रम में जिला अध्यक्ष विकास बाल्मिकी,सेवा पखवाड़ा संयोजक दिनेश कौशिक,संजय कबलाना, नप चेयरपर्सन सरोज राठी,दयाकिशन छिल्लर,राजपाल जांगडा, महेश कुमार,दिनेश शेखावत,राजीव कटारिया सहित पार्टी कार्यकर्ता और क्षेत्र के प्रबुद्ध जन मौजूद रहे।