चंडीगढ़, 4 जनवरी 2024
मेहर चंद महाजन डीएवी महिला महाविद्यालय, चंडीगढ़ में 7 दिवसीय एनएसएस शिविर का शुभारंभ हुआ। एनएसएस के उद्देश्य के अनुरूप इस बार विषय ‘शक्ति: बिल्डिंग पोटेंशियल थ्रू अपस्किल्स’ है । शिविर का उद्देश्य छात्राओं की जन्मजात शक्ति को बाहर निकालना और उन्हें व्यावहारिक कौशल से लैस करना है ताकि उनमें आत्मविश्वास बढ़ सके और वह हर क्षेत्र में सशक्त बनें । चंडीगढ़ प्रशासन में एनएसएस राज्य संपर्क अधिकारी डॉ. नेमी चंद शिविर के उद्घाटन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। विद्यार्थियों को भविष्यनिर्माता बताते हुए डॉ. नेमी चंद ने राष्ट्र निर्माण और सामाजिक उत्थान में एनएसएस के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने विद्यार्थियों को एक ऐसे समाज के निर्माण के लिए प्रोत्साहित किया जो मूल्यों पर आधारित हो और सकारात्मकता द्वारा दुनिया को बेहतर बना सके ।
शिविर का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन समारोह के साथ हुआ और इसके बाद एनएसएस इकाइयों द्वारा किए गए कार्यों को दर्शाने वाला वीडियो प्रदर्शित किया गया। सशक्तिकरण और स्वतंत्रता का भाव पैदा करने में आत्मरक्षा के महत्व को ध्यान में रखते हुए, प्रतिभागियों को चंडीगढ़ पुलिस विभाग द्वारा आत्मरक्षा तकनीकों में प्रशिक्षित किया गया। इसके बाद सुश्री श्यामप्रिया द्वारा ‘लाइफस्टाइल मैनेजमेंट बेस्ड ऑन लोकआयुर्वेद’ पर एक सत्र आयोजित किया गया, जिसमें उन्होंने स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देने के लिए आयुर्वेद और प्रकृति के महत्व पर जोर दिया। उद्घाटन दिवस के अंतिम सत्र का संचालन श्री गुरप्रकाश ने किया जिसमें उन्होंने खेती में प्रयोग की जाने वाली नवीनतम तकनीकों और इस क्षेत्र में उपलब्ध रोज़गार के अवसरों से विद्यार्थियों को अवगत करवाया । उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि खेती को करियर के रूप में चुनने से व्यक्ति को न केवल नई तकनीकों को अपनाने का मौक़ा मिलता है बल्कि पारंपरिक कृषि को संरक्षित करने और विकसित करने का अवसर भी मिलता है। उन्होंने यह भी बताया कि टिकाऊ कृषि प्रथाएँ, पारिस्थितिकी तंत्र, मिट्टी के स्वास्थ्य और जैव विविधता के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
कॉलेज प्राचार्या डॉ. निशा भार्गव ने बताया कि इस शिविर का उद्देश्य विद्यार्थियों को ऐसे कौशल प्रदान करने की प्रतिबद्धता है जो अकादमिक ज्ञान से परे हैं और उन्हें तेजी से विकसित हो रही दुनिया में आगे बढ़ने के लिए सशक्त बनाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि शिविर में कौशल-निर्माण सत्र, टीम गतिविधियों और परामर्श अवसरों का एक मिश्रण शामिल है ताकि विद्यार्थियों का संपूर्ण विकास हो सके।

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