-नगर निगम द्वारा बनाए विशाल बुनियादी ढांचे ने शहर का रूप संवारा
-स्वच्छता सर्वेक्षण में पटियाला का पंजाब में दूसरा स्थान
-535 कम्पोस्ट पिटों के द्वारा शहर के गीले कूड़े को संभाला जा रहा
सूखे कूड़े के प्रबंधन के लिए 6 एम.आर.एफ. केंद्र स्थापित किये
-कूड़े वाले गंभीर स्थानों पर 85 स्थानों पर भूमिगत कूड़ादान लगाए
-ढाई लाख टन कूड़े के विशाल ढेर के जैविक निपटारे हेतु कार्य शुरू
चंडीगढ़/पटियाला, 3 सितम्बर:
नगर निगम, पटियाला ने शहर के अंदर भौतिक बुनियादी ढांचे को बढ़ाते और यहाँ सबसे बढिय़ा नागरिक सहूलतों की व्यवस्था करते हुये शहर को देश के साफ़ सुथरे शहरों की संख्या में शिखर पर शुमार करवाने के लिए बड़े स्तर पर मुहिम शुरु की है।
नगर निगम ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह और लोक सभा मैंबर श्रीमती परनीत कौर के नेतृत्व और स्थानीय निकाय मंत्री श्री ब्रह्म मोहिंद्रा के दिशा-निर्देशों के अंतर्गत पिछले कुछ समय के दौरान शहर के अंदर स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत भौतिक बुनियादी ढांचे में एक सराहनीय विस्तार किया है, जिससे शहर को साफ़ सुथरा और हरा-भरा बनाने के लिए कूड़ा प्रबंधन तकनीकों के नये प्रयास किये गए हैं। इस तरह भारत सरकार की तरफ से अभी जारी की गई स्वच्छ भारत दर्जाबन्दी में पटियाला ने पंजाब भर में दूसरा स्थान हासिल किया है। जबकि शहर ने पूरे देश के 100 स्वच्छ शहरों में से 86वां स्थान हासिल किया है। इसके साथ ही पटियाला ने अपने पिछले स्वच्छ सर्वेक्षण में 3054 से 3467 अंकों के साथ विस्तार भी दर्ज किया है।
इस संबंधी और ज्यादा जानकारी देते हुये नगर निगम के कमिशनर श्रीमती पूनमदीप कौर ने बताया कि नगर निगम ने 535 कम्पोस्ट पिट (गड्ढे) बनाये हैं, जहाँ पूरे शहर में से इकठ्ठा किये गए गीले और सूखे कूड़े को अलग -अलग करने की प्रक्रिया की जाती है। यह गड्ढे बनाने से जहाँ बदबू का कारण बनता गीला कूड़ा, संभाला जाने लगा है वहीं वह भी अब खाद भी बनने लगा है। यह न सिफऱ् नगर निगम के लिए राजस्व पैदा करने का साधन बना है, वहीं यह कूड़े से कमाई की धारणा को भी साकार करने की तरफ एक बड़ा कदम है। इसी तरह शहर के अंदर विभिन्न स्थानों पर सूखे कूड़े के प्रबंधन के लिए 6 एम.आर.एफ. केंद्र (कूड़ा इक_ा करने की सुविधा) स्थापित किये गए हैं। यहाँ शीशा, धातुओं के हिस्से, गत्ता, प्लास्टिक आदि हर तरह के पदार्थों की छंटनी करके इनको अलग -अलग करके अलग -अलग चैंबरों में इक_ा किया जाता है। इन वस्तुओं को आगे फिर प्रयोग के लिए भेजा जाता है, जो कि ‘फिर इस्तेमाल करो, रीसाईकल और घटाओ’ के नारे को भी अमली रूप दे रहा है।
कमिशनर ने बताया कि नगर निगम पटियाला ने स्वच्छता में एक और कदम आगे बढ़ाते हुये राज्य की सबसे बेहतर और अति उत्तम और आधुनिक उपकणों वाले सार्वजनिक और कम्युनिटी टायलट की प्रणाली भी पटियाला में आरंभ की है। इसके अंतर्गत शहर के अंदर बिना किसी चार्ज के 84 सार्वजनिक टायलट शुरू किये गए हैं, जोकि अपनी किस्म के अलग टायलट हैं।
श्रीमती पूनमदीप कौर ने बताया कि इससे पहले 40 के करीब कुड़ा कर्कट वाले ऐसे गन्दगी भरपूर स्थान थे, जहाँ लोगों की तरफ से अपना कूड़ा बड़े स्तर पर फेंका जाता था, परंतु 2019 में नगर निगम ने भूमिगत कूड़ादान बनाने की प्रक्रिया आरंभ करके पंजाब भर में एक नयी मिसाल पैदा की। अपनी किस्म के यह अलग कूड़ा दान, कूड़े को खुले में पड़े रहे बगैर 85 भूमिगत बंद डिब्बों में संभालने के समर्थ बन गए, जिससे शहर की जीवीपी (खुले स्थान) घटकर 5 पर आ गए हैं।
कमिशनर ने आगे बताया कि इसके अलावा नगर निगम का सबसे महत्वपूर्ण प्रोजैक्ट पटियाला के सनौरी अड्डे में करीब 25 वर्षों से मुश्किल का कारण बने ढाई लाख टन कूड़े के ढेर को ख़त्म करने का है, जिसको बायो रैमीडीएशन प्लांट स्थापित करके अब ख़त्म किया जा रहा है। लंबा और ऊँचा कूड़े का यह विशाल ढेर, न केवल देखने को बुरा लगता है, बल्कि पास के इलाकों के लिए बीमारियों का भी कारण बन रहा था। यहाँ कूड़े के निपटारे के लिए काम शुरू करने के पहले पड़ाव के अंतर्गत (पहुँच खिड़कियां) खाली स्थान बनाये जा रहे हैं।
श्रीमती पूनमदीप कौर ने बताया कि अब इसका क्रमवार जैविक ढंग से अगले 16 महीनों में निपटारा किया जायेगा, इस प्रोजैक्ट का पहला पड़ाव आरंभ हो गया है। इस तरह यह अपनी किस्म का पृथक प्रोजैक्ट भी पंजाब के दूसरे शहरों के लिए एक मिसाल बनेगा। कूड़े को गीले और सूखे कूड़े में तबदील करने के लिए शहर के अंदर जनतक स्थानों पर 250 स्थानों पर दोहरे हिस्सों वाले कूड़ेदान लगाए गए हैं जिससे लोग गीला और सुखा कूड़ा अलग -अलग ही इन कूड़ादानों में डालेें, जिसके लिए लोगों, ख़ास कर दुकानदारों को व्यक्तिगत तौर पर जागरूक भी किया जा रहा है।
कमिशनर ने बताया कि नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों की तरफ से लगातार सूचना दे के शिक्षित करना और संचारक गतिविधियों जारी हैं जिससे लोगों को स्वच्छ भारत मिशन 2016 के नियमों से अवगत करवा के जागरूक किया जा सके और कूड़े को अलग-अलग करने पर विशेष ज़ोर दिया जाता है। इस तरह जागरूक नागरिकों के सहयोग और अन्य ज्यादा भागीदारी के साथ नगर निगम अपने लक्ष्य में सफल ज़रूर होगा।
नगर निगम के कमिशनर श्रीमती पूनमदीप कौर ने आशा प्रकटाते हुये कहा कि नगर निगम की तरफ से शुरू किये गए कई नये प्रोजैक्ट और उपराले अगले कुछ महीनों में पूरे हो जाएंगे, जिसमें उनको पूर्ण विश्वास है कि पटियाला शहर सहजमयी ढंग से रहनेयोग्य स्थानों में से एक बनेगा और यह शहर स्वच्छता के संदर्भ में नये आयाम छूऐगा।

English






