अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए ‘आप’ पर बेतुके आरोप न लगाएं अमरिन्दर सिंह-आप

Aman Arora Aap punjab

– फार्महाउस से बाहर निकल लोगों में आओ, ऑक्सीमीटर मुहिम की तारीफ करनी पड़ेगी
– मुख्यमंत्री अपने शुतराना के कांग्रेसी विधायक से ही जान लें अस्पतालों की हालत 

चण्डीगढ़, 6 सितम्बर 2020
पंजाब के मुख्यमंत्री राजा अमरिन्दर सिंह पर फिर से पलटवार करते आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने कहा कि कोरोना के विरुद्ध लड़ाई में प्रदेश सरकार पूरी तरह से फेल हो गई है और अपनी नाकामियों पर पर्दा डालने के लिए मुख्यमंत्री आम आदमी पार्टी पर बेतुके और बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं। अमरिन्दर सिंह की बौखलाहट भरी ऐसी बेतुकी बयानबाजी न केवल दुर्भागयापूर्ण है, बल्कि कोरोना के विरुद्ध लड़ी जाने वाली लड़ाई को खंडित करती है।
पार्टी हैडक्वाटर से जारी संयुक्त बयान के द्वारा पार्टी के विधायक प्रिंसिपल बुद्धराम, विपक्ष की उप नेता सरबजीत कौर माणूंके, कुलतार सिंह संधवां, प्रो. बलजिन्दर कौर, रुपिन्दर कौर रूबी, जै सिंह रोड़ी, कुलवंत सिंह पंडोरी, मनजीत सिंह बिलासपुर और मास्टर बलदेव सिंह (सभी विधायक) ने कहा कि कोरोना के मरीजों और मौतों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। कोरोना से मौतों की दर में पंजाब देश भर में तीसरे स्थान पर आ गया है। बड़े शहरों के बाद कोरोना का प्रकोप छोटे शहरों-कसबों और गांवों में भी बढऩा अति चिंताजनक है। एक जिम्मेवार और संवेदनशील सरकार की तरह मुख्यमंत्री को चाहिए कि वह सभी विरोधी दलों, सामाजिक और धार्मिक संगठनों/जत्थेबंदियों को साथ लेकर पूरी ताकत के साथ लोगों में उतरें और अपने फ्लाप हो चुके ‘मिशन फतेह’ को कामयाब करें।
आप नेताओं ने कहा आम आदमी पार्टी पर बेबुनियाद दोष लगा कर सरकार की नाकामी छुपाई नहीं जा सकती। ‘आप’ नेताओं ने पलटवार करते कहा कि ‘अफवाहें’ फैलाने वाले जिस अमरिन्दर सिंह का नाम लेकर आम आदमी पार्टी को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है, उसका आम आदमी पार्टी से कोई सम्बन्ध नहीं, उल्टा वह (अमरिन्दर सिंह) व्यक्ति कांग्रेस के नेताओं के साथ संबंध रखता है। मुख्यमंत्री में हिम्मत है तो उन कांग्रेसियों के साथ पंगा लेने की हिम्मत दिखाएं। ‘आप’ नेताओं ने बेकाबू हुए कोरोना के कारण मर रहे लोगों का दुख व्यक्त करते मुख्यमंत्री से अपील की है कि वह ‘फार्म हाऊस’ छोड़ कर लोगों में आएं और अपने सरकारी अस्पतालों/कोरोना केयर सैंटरों का अपनी आंखों से हालत देखें। यदि इतना भी नहीं कर सकते तो कम से कम अपने शुतराना से कांग्रेसी विधायक निर्मल सिंह से राजिन्दरा अस्पताल पटियाला के कोरोना केयर सैंटर की दुर्दशा जान लें, क्योंकि कोरोना पॉजिटिव निर्मल सिंह को सरकारी अस्पताल की दयनीय हालत देखकर प्राईवेट अस्पताल में ही इलाज करवाने को पहल देनी पड़ी।
‘आप’ नेताओं ने मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह को चुनौती देते कहा कि जब वह ‘फार्म हाऊस’ छोड़ कर जमीनी हकीकत के रूबरू होंगे तो कोरोना के विरुद्ध लड़ाई में उनको केजरीवाल का दिल्ली मॉडल भी अपनाना पड़ेगा और ‘आप’ द्वारा शुरू की गई लोक भलाई के लिए ऑक्सीमीटर मुहिम की भी तारीफ करनी पड़ेगी।