`आप’ को रोकने के लिए कांग्रेस, बादल और भाजपा की संयुक्त साजिश थी मोड़ बम धमाका: हरपाल सिंह चीमा

HARPAL CHEEMA
एससी, एसटी और गरीब  तबकों  के लिए आम बजट बेहद निराशाजनक: हरपाल सिंह चीमा
बयानबाजी के बजाय सुखी रंधावा बताएं कि बतौर गृह मंत्री मोड़ बम धमाके के मामले में क्या कार्रवाई कर रहे हैं-सत्ता के लिए खून खराबे से भी गुरेज नहीं करते कांग्रेसी, भाजपा और बादल, मोड़ बम धमाका है इसकी मिसाल

चंडीगढ़, 22 अक्तूबर 2021

मोड़ बम धमाके के मामले में पंजाब के उप-मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा द्वारा दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया प्रकट करते हुए आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के वरिष्ठ एवं नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने पूछा की “बयानबाजी के बजाय सुखजिंदर सिंह रंधावा पंजाब के गृह मंत्री होने के नाते मोड़ बम धमाके के मामले में क्या कार्रवाई कर रहे हैं?” उन्होंने कहा कि हम (आप) शुरूआत से कहते आ रहे हैं कि कांग्रेस,बादलों और भाजपा ने 2017 में आम आदमी पार्टी को सत्ता में आने से रोकने के लिए मोड़ बम धमाके की साजिश रची थी और मतदान से ठीक 4 दिन पहले मोड़ बम धमाका करवाकर तीन बच्चों समेत सात मासूमों की जान ली और करीब दो दर्जन लोगों को घायल किया था।

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पार्टी मुख्यालय से शुक्रवार को जारी बयान में नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने आरोप लगाया कि विधानसभा चुनाव 2017 के दौरान मोड़ में किया गया बम धमाका आम आदमी पार्टी को बदनाम करने और मतदाताओं को डराने की साजिश थी, जो अकाली दल बादल, भाजपा और कैप्टन अमरिंदर सिंह का संयुक्त कृत्य था। उन्होंने कहा कि सुखजिंदर सिंह रंधावा आज गृह मंत्री होते हुए कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर मोड़ बम धमाके के मामले में कोई कार्रवाई नहीं करने के आरोप लगा रहे हैं लेकिन सभी जानते हैं कि सुखजिंदर सिंह रंधावा स्वयं भी कैप्टन अमरिंदर सिंह की कैबिनेट में शामिल थे और कैप्टन के करीबी थे। उस समय उन्होंने मोड़ बम धमाके की कोई बात नहीं की।

चीमा ने सुखी रंधावा से सवाल किया कि कैप्टन तो इस बम धमाके की जांच नहीं करवाना चाहते थे, जिस संबंध में सभी जानते हैं, अब गृह मंत्री रंधावा बताएं कि कितने दिनों में निष्पक्ष जांच करवा कर सभी दोषियों को सजा और पीड़ितों को इंसाफ देंगे।

हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि मोड़ बम धमाके की जांच नहीं करवाने के लिए समूची कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस सरकार के मंत्री भी जिम्मेदार हैं, जिन्होंने पंजाब में हुए बम धमाकों और हथियार पकड़े जाने के मुद्दों पर कभी मुंह नहीं खोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का इतिहास रहा है कि यह राजसत्ता पर काबिज होने के लिए मुद्दे पैदा करती है और फिर उन मुद्दों के नाम पर लोगों को डरा धमका कर या लालच देकर वोट हासिल करती है। मोड़ बम धमाके से सिद्ध होता है कि कांग्रेसी, भाजपा और बादल दल सत्ता के लिए खून खराबे से भी गुरेज नहीं करते। लेकिन सत्ता पर काबिज होकर ऐसे मुद्दों पर चुप्पी साध लेते हैं और ऐसा ही कुछ मोड़ में बम धमाका करके किया गया था।

चीमा ने कहा कि एक विशेष वर्ग में आतंकवाद का भय और डर पैदा करने की गहरी साजिश के तहत मोड़ बम बलास्ट करवाया गया। इस कारण ही सत्ताधारी कांग्रेस ने इसकी निष्पक्ष और समयबद्ध जांच करवाने का प्रयास नहीं किया था। चीमा ने संदेह जताया कि चुनाव से पहले कैप्टन, कांग्रेस, बादल और भाजपा दोबारा डर और भय का माहौल पैदा करने की साजिशें कर रहे हैं।