शिरोमणी अकाली दल ने  दागी विधायक जलालपुर के बेटे को पीएसपीसीएल प्रशासन का निदेशक  नियुक्त कर भाई-भतीजावाद के सभी रिकॉर्ड तोड़ने के लिए मुख्यमंत्री की निंदा की

BIKRAM SINGH MAJITHA
ਸੂਬੇ ਦੀਆਂ ਜੇਲ੍ਹਾਂ ਵਿਚ ਕੈਦੀਆਂ ਤੇ ਹਵਾਲਾਤੀਆਂ ਨਾਲ ਮੁਲਾਕਾਤਾਂ ਤੋਂ ਪਾਬੰਦੀ ਤੁਰੰਤ ਹਟਾਈ ਜਾਵੇ : ਬਿਕਰਮ ਸਿੰਘ ਮਜੀਠੀਆ
कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि चन्नी ने राज्य के युवाओं की कीमत पर अपने मंत्रियों और कांग्रेस के विधायकों की मनमर्जी के सामने घूटने टेक दिएः सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया
घोषणा की कि राज्य में शिअदबसपा सरकार बनने के बाद  कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा अनुकंपा के आधार पर की गई सभी नियुक्तियों की समीक्षा की जाएगी और लाभार्थियों को सेवा से बर्खास्त किया जाएगा

 चंडीगढ़/01दिसंबर 2021

शिरोमणी अकाली दल ने आज मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की निंदा करते हुए अपने पूर्ववर्ती कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा विवादास्पद और दागी विधायक मदन लाल जलालपुर के बेटे को पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (पीएसपीसीएल) के प्रशासन का निदेशक नियुक्त करके भाई-भतीजावाद के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।

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यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रियों की मनमर्जी के समक्ष पूरी तरह से घूटने टेक दिए हैं, और राज्य के युवाओं के भविष्य की चिंता किए बगैर एक के बाद एक नियुक्ति कर रहे हैं। उन्होने कहा, ‘‘ ऐसा लगता है कि  मुख्यमंत्री अपनी ही सरकार के ‘‘घर घर नौकरी ’’के नारे को भूल गए हैं और लगता है कि इसे  बदलकर ‘‘केवल कांग्रेस घर नौकरी’‘ कर दिया गया है।

सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि राज्य की बागडोर संभालने के कुछ ही दिनों के भीतर श्री चरणजीत सिंह चन्नी ने गृहमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा के दामाद तरूणवीर सिंह लेहल को सामान्य प्रक्रिया को दरकिनार करते हुए अतिरिक्त महाधिवक्ता नियुक्त किया था और इस पद पर नियुक्त करने के लिए ‘असाधारण परिस्थितियों ’’ क्लॉज का इस्तेमाल करना पड़ा था, क्योंकि गृहमंत्री के दामाद ने अतिरिक्त महाधिवक्ता के रूप में नियुक्त होने के मानदंडों को पूरा नही किया था।

सरदार मजीठिया ने कहा कि अब एक और विवादास्पद कदम उठाते हुए मुख्यमंत्री ने कांग्रेस विधायक मदन लाल जलालपुर को पुरस्कृत किया गया, जिसका नाम पहले एक खनन अधिकारी पर हमले के साथ साथ घनौर में अवैध  डिस्टलरी के संबंध में भी उजागर हुआ था। उन्होने कहा कि जलालपुर के पुत्र गगनदीप को पीएसपीसीएल प्रशासन का निदेशक नियुक्त किया गया था।

इन नियुक्तियों के साथ साथ चन्नी के पूर्ववर्ती कैप्टन अमरिंदर सिंह अनुकंपा के आधार पर की गई अन्य सभी अवैध नियुक्तियों की  राज्य में शिअद-बसपा सरकार बनने के बाद समीक्षा की जाएगी। सरदार मजीठिया ने कहा , ‘‘ हम सभी अवैध नियुक्तियों को रदद कर देंगें, चाहे वह पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते को पुलिस उपाधीक्षक, कांग्रेस विधायक राकेश पांडे के बेटे को तहसीलदार और पूर्व मंत्री गुरप्रीत सिंह कांगड़ के दामाद को आबकारी एवं कराधान अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया है।

सरदार मजीठिया ने कहा कि यह बेहद शर्मनाक है कि कांग्रेस सरकार को राज्य के युवाओं से किए गए वादों को पूरा करने की कोई चिंता नही है। ‘‘ कांग्रेस सरकार ने रिक्त पदों को भरने से इंकार