पूर्व मंत्री और दिग्गज कांग्रेसी नेता जगमोहन सिंह कंग ‘आप’ में शामिल

ARVIND KEJRIWAL
ਸਾਬਕਾ ਮੰਤਰੀ ਅਤੇ ਦਿੱਗਜ ਕਾਂਗਰਸੀ ਨੇਤਾ ਜਗਮੋਹਨ ਸਿੰਘ ਕੰਗ 'ਆਪ' 'ਚ ਸਾਮਲ
‘आप’ ने कांग्रेस को दिया करारा झटका, आचार संहिता लगने के बाद कांग्रेस के दो दिग्गज नेता आप में हो चुके हैं शामिल
जगमोहन सिंह कंग के साथ उनके पुत्र यादविंद सिंह कंग भी हुए आप में शामिल, आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी में दोनों ने ज्वाइन की पार्टी

चंडीगढ़, 1 फरवरी 2022

आम आदमी पार्टी(आप) ने पंजाब कांग्रेस को एक एक बार फिर बड़ा झटका दिया है। चुनाव आचार संहिता लगने के बाद पंजाब कांग्रेस के दो दिग्गज नेता कांग्रेस छोडक़र आम आदमी पार्टी में शामिल हो चुके हैं। मंगलवार को कांग्रेस को उस समय बड़ा झटका लगा जब  पूर्व मंत्री और तीन बार विधायक रहे दिग्गज कांग्रेसी नेता जगमोहन सिंह कंग आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए। उनके साथ उनके दोनो पुत्र यादविंद सिंह कंग उर्फ बनी कंग और अमरिंदर सिंह कंग भी आप में शामिल हुए। आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और आप पंजाब के सह प्रभारी राघव चड्ढा की मौजूदगी में तीनों नेताओं ने आप का दामन थामा।

और पढ़ें :-बाबा इकबाल सिंह जी के निधन पर गुजरांवाला गुरु नानक खालसा कॉलेज लुधियाना में शोक सभा आयोजित

जगमोहन सिंह कंग पंजाब कांग्रेस प्रदेश कमिटी के उपाध्यक्ष के पद पर थें। वह 1992-97, 2002 से 2007 और 2012 से 2017 तक तीन बार विधायक रहे हैं और 1992 से 1995 तक कांग्रेस सरकार में मंत्री थे। कंग पंजाब में काग्रेस के बड़े नेता माने जाते हैं और खरड़ और आनंदपुर साहिब क्षेत्र के लोगों के बीच उनकी गहरी पकड़ है। उनके छोटे बेटे अमरिंदर सिंह कंग पंजाब कांग्रेस के सोशल मीडिया विंग के प्रदेश महासचिव थें। उन्होंने देश के प्रसिद्ध पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज से इंजिनियरिंग की पढ़ाई की है और खरड़ विधानसभा और आनंदपुर साहिब लोकसभा क्षेत्र की राजनीति में पिछले 19 वर्षों से सक्रिय हैं। वहीं उनके बड़े बेटे यादविंद सिंह कंग जिला परिषद (खीजराबाद) के सदस्य हैं और क्षेत्र में कांग्रेस सक्रिय नेता हैं।

आम आदमी पार्टी में शामिल होने के बाद जगमोहन कंग ने कहा कि कांग्रेस की आपसी कलह से पंजाब के लोग तंग आ चुके हैं। कांग्रेस अब मौकापरस्त और सत्ता के लोभी लोगों की पार्टी बन गई है। कुर्सी के लिए कांग्रेस नेताओं की आपसी लड़ाई का खामियाजा पंजाब के गरीबों और आमलोगों को भुगतना पड़ा है। कांग्रेस पूरी तरह अपने आदर्शों और सिद्धांतों से भटक चुकी है।