
आम आदमी पार्टी भक्तों के लिए पहला झटका करार दिया
भगवंत मान, हरपाल चीमा को अब सिखों तथा पंजाबियों को इस बारे जवाब देना चाहिए
चंडीगढ़ 02 मार्च 2022
शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आज यहां दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर सरदार दविंदर सिंह भुल्लर की रिहाई पर रोक लगाकर ‘‘ असली सिख विरोधी तथा पंजाब विरोधी’’ होने पर मोहर लगा दी है। लेकिन हम उसे साम्प्रदायिक मानसिकता के परिणामों का सामना करने के लिए मजबूर करेंगें’’।
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आज यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए अकाली दल अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ केजरीवाल का पाखंड बेनकाब हो गया है और पंजाब में उसके साथी भगवंत मान और हरपाल चीमा के पास अब पंजाबियों और विशेष रूप से सिखों को उनकी पार्टी की सिख विरोधी और पंजाब विरोधी भूमिका पर जवाब देने के लिए बहुत कुछ है।
सरदार भुल्लर की तत्काल रिहाई की सिफारिश करने के लिए दिल्ली सरकार की समीक्षा कमेटी के इंकार पर गुस्से में प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सरदार बादल ने इसे , ‘‘ उन लोगों की असलियत जांच के लिए पहला झटका बताया, जिन्होने हमारे द्वारा उनकी सिख विरोधी साम्प्रदायिक मानसिकता की ओर आगाह किए जाने के बावजूद, हम पर विश्वास न करके ,जिन्होने चुनाव के दौरान भुल्लर मामले में केजरीवाल पर भरोसा किया था । वह आदमी सिखों के लिए बेहद जहरीला है। मुझे डर है कि आप पार्टी के समर्थकों को जल्द ही और झटके लगेंगें। ‘‘ पूर्व सी.एम ने दरिया के पानी और अन्य मुददों पर पंजाब के खिलाफ केजरीवाल के रूख की ओर इशारा करते हुए कहा।
सरदार बादल ने कहा कि आमतौर पर आप पार्टी और विशेष रूप से इसके राष्ट्रीय संयोजक के खिलाफ अकाली दल के ‘‘ तथ्या आधारित’’ आरोप पूरी तरह से सही साबित हो गए हैं। ‘‘ अरविंद केजरीवाल सिखों से झूठ बोलते रहे और उन्हे चुनाव अभियान के दौरान नकली , खलनायकी मुस्कान से बेवकूफ बनाते रहे, यह कहते रहे कि उन्होने समीक्षा कमेटी की मीटिंग करने और सरदार भुल्लर की रिहाई को रोकने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का आदेश दिया है। लेकिन जैसे ही चुनाव खत्म हो गए, उन्हे ऐसा करने में जरा सी भी देर नही लगी तथा अब बिल्ली थैले से बाहर आ गई है।
अकाली दल अध्यक्ष ने पंजाबियों को याद दिलाया कि केजरीवाल ने पहले इस बात से इंकार किया था कि भुल्लर मामला उनकी सरकार के दायरे में था और उन्होने दावा किया था कि यह भारत सरकार को तय करना है। ‘‘ जब हमने इस मामले पर अपनी ही सरकार के आदेशों की प्रतियां जारी करके उसे बेनकाब किया, तब उसने नकली मुस्कान से स्वीकार किया कि यह मामला उसकी सरकार के अंतर्गत आता है, जिसने रिहाई पर रोक लगा दी थी। उन्होने अपने गृहमंत्री सत्येंद्र जैन की अध्यक्षता वाली कमेटी द्वारा इस निर्णय को बदलने का वादा किया था’’।
अकाली दल अध्यक्ष ने केजरीवाल और पंजाब में उनके ‘‘ समर्थकों’’ को उनके सिख विरोधी और पंजाब विरोधी फैसलों का सामना करने के लिए तैयार रहने की चेतावनी दी। अकाली दल सरदार भुल्लर की रिहाई के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेगा। वे अपनी पूरी सजा काट चुके हैं तथा बेहद खराब स्वास्थ्य के बावजूद उन्हे जेल में रखा गया है। सरदार बादल ने सरदार भुल्लर की रिहाई पर फिर से रोक लगाने के लिए बेरहम आप पार्टी के संयोजक की निंदा करते हुए कहा कि उसमें कोई मानवीयता नही बची है।

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