शिरोमणी अकाली  दल की कोर कमेटी  ने  राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू की समर्थन  की अपील को स्वीकार किया

कहा कि अकाली दल सिख विरोधी कांग्रेस द्वारा समर्थित उम्मीदवार का समर्थन नही कर सकतासरदार सुखबीर सिंह बादल

कहा कि मुर्मू अल्पसंख्यकों और समाज के आदिवासी वर्गों का प्रतीक हैं

चंडीगढ़/01जुलाई: शिरोमणी अकाली दल ने आज आगामी  चुनाव में समर्थन के लिए राष्ट्रपति पद के लिए सुश्री द्रौपदी मुर्मू की अपील को आज स्वीकार कर लिया, ‘‘ क्योंकि वह अल्पसंख्यकों , शोषित और पिछड़े वर्गों के साथ साथ महिलाओं के कारण का प्रतीक हैं और देश में गरीब और आदिवासी वर्गों के प्रतीक के रूप में उभरी हैं’’। आज दोपहर पार्टी मुख्यालय में कोर कमेटी की मीटिंग में इस संबंध में एक प्रस्ताव पारित किया गया है।

 

सरदार बादल ने कहा ‘‘ हालांकि अल्पसंख्यकों के मन से असुरक्षा की भावना को दूर करने और पंजाब विशेष रूप से सिखों के लिए न्याय जैसे प्रमुख मुददों पर भारतीय जनता पार्टी के साथ हमारा विरोध अभी भी बना हुआ है, अकाली दल अंततः गरीबों के कारणों का समर्थन करने के कारण सुश्री मुर्मू का समर्थन करता है क्योंकि वह न केवल महिलाओं की गरिमा का प्रतीक हैं , बल्कि दलित वर्ग से भी संबंधित हैं, और अल्पसंख्यक वर्ग जिनके लिए महान गुरु साहिबान ने सर्वोच्च बलिदान दिया था। ‘‘ कोर कमेटी द्वारा यहां पार्टी मुख्यालय में तीन घंटे से अधिक समय तक चली चर्चा के अंत में इसके पक्ष में प्रस्ताव पारित किया गया ।

 

आज दोपहर बाद में अकाली दल अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने सुश्री मुर्मू से भी मुलाकात की और उन्हे उनकी उम्मीदवारी का समर्थन करने के पार्टी के फैसले से अवगत कराया।

सुश्री मुर्मू ने उनका समर्थन  करने के लिए अकाली दल अध्यक्ष का आभार व्यक्त किया।

सरदार बादल के साथ वरिष्ठ नेता बलविंदर सिंह भूंदड़, चरणजीत सिंह अटवाल, प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा और हरचरण सिंह बैंस भी मौजूद थे।

कोर कमेटी की मीटिंग के बारे पत्रकारों को  ब्यौरा देते हुए अकाली दल अध्यक्ष ने  कहा कि पार्टी मानवाधिकारों को विशेष रूप से धार्मिक सहिष्णुता और अभिव्यक्ति की आजादी जैसे लोकतांत्रिक मूल्यों के खतरे से भी चिंतित है, जैसा कि सिखों के खिलाफ पंजाब के साथ अन्याय को उजागर करने वाली सामग्री पर प्रतिबंध लगाने में देखा गया है। ‘‘ पार्टी अपने मूल पंजाबी समर्थक, अल्पसंख्यक समर्थक , किसानों की हितैषी और गरीबों की हितैषी एजेंडे से कभी पीछे नही हटेगी। लेकिन राष्ट्रपति चुनाव में पार्टी के सामने विकल्प सीमित है। पार्टी सिखों ,  कांग्रेस और उसके प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष सहयोगियों द्वारा प्रायोजित और समर्थित उम्मीदवारों में से एक का समर्थन करने के बारे कभी नही सोच सकती है। इसीलिए हमारा निर्णय   हमने महान गुरु साहिबान द्वारा दिए गए आदर्शों के आधार पर सिद्धंातों और दृढ़ विश्वास से निदेर्शित और प्रेरित है और हमने सुश्री मुर्मू का समर्थन करने के लिए इन  आदर्शों के अनुसार जाने का फैसला किया  है’’।

 

सरदार बादल ने बताया कि सिख समुदाय और पंजाब से जुड़े कई मुददे अनसुलझे हैं और पार्टी यह सुनिश्चित लिए हरसंभव प्रयास करने के लिए प्रतिबद्ध है कि इन मुददों को पीड़ित पंजाबियों, विशेष रूप से सिख जनता की संतुष्टि के लिए हल किया जाए। इन मुददों में श्री गुरु नानक देव जी के 550 वें प्रकाश पर्व के अवसर पर केंद्र सरकार सरकार