मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विश्वकर्मा चौंक पर भगवान श्री विश्वकर्मा जी की मूर्ति का किया अनावरण, लोगों को दी बधाई, कहा भगवान विश्वकर्मा को निर्माण एवं शिल्पकला का माना जाता है देवता।
चंडीगढ़, 4 सितम्बर: मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने करनाल-कैथल रोड पर बने विश्वकर्मा चौंक पर भगवान श्री विश्वकर्मा जी की मूर्ति का अनावरण किया और नमन किया तथा उपस्थित लोगों को हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई दी। इस मौके पर श्री विश्वकर्मा पांचाल समाज सभा रजिस्टर्ड करनाल के प्रधान वेदपाल सहित अन्य गणमान्य लोगों ने मुख्यमंत्री को पुष्प गुच्छ व स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हिन्दू धर्म में भगवान विश्वकर्मा को निर्माण एवं सृजन का देवता माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि सोने की लंका का निर्माण इन्होंने ही किया था। भारतीय संस्कृति और पुराणों में भगवान विश्वकर्मा को यंत्रों का अधिष्ठाता और देवता माना गया है। उन्हें हिन्दू संस्कृति में यंत्रों का देव माना जाता है। आदि काल से ही भगवान विश्वकर्मा अपने विशिष्ट ज्ञान एवं विज्ञान के कारण ही न देवल मानवों अपितु देवगणों द्वारा भी पूजित और वंदनीय हैं। भगवान विश्वकर्मा के आविष्कार एवं निर्माण कार्यों के सन्दर्भ में इन्द्रपुरी, यमपुरी, वरुणपुरी, कुबेरपुरी, पाण्डवपुरी, सुदामापुरी और शिवमण्डलपुरी का उल्लेख है। पुष्पक विमान का निर्माण तथा सभी देवों के भवन और उनके दैनिक उपयोग में आने वाली वस्तुएँ भी इनके द्वारा ही निर्मित हैं। कर्ण का ‘कुण्डल’, विष्णु भगवान का सुदर्शन चक्र, शंकर भगवान का त्रिशूल और यमराज का कालदण्ड इत्यादि वस्तुओं का निर्माण भी भगवान विश्वकर्मा ने ही किया है।
इस कार्यक्रम में पांचाल संस्था के चेयरमैन नंद लाल पांचाल ने समाज की ओर से मुख्यमंत्री का स्वागत किया और कहा कि पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव में बीसी-ए वर्ग के लोगों के लिए 8 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान करके पिछड़ा वर्ग के लोगों की लोकतंत्र की सबसे छोटी इकाई ग्राम पंचायत में भागीदारी सुनिश्चित की है। इसके लिए समस्त समाज मुख्यमंत्री का आभारी है। उन्होंने पांचाल समाज के लिए करनाल के सैक्टर 32 में 740 वर्ग गज का प्लॉट देने पर मुख्यमंत्री का आभार प्रकट किया। इस मौके पर उन्होंने अन्य बोर्डों की तर्ज पर शिल्पकार बोर्ड का गठन करने के लिए भी मुख्यमंत्री से मांग की ।

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