पंजाब यूनिवर्सिटी, चण्डीगढ़ में चल रहे एन.एस.एस के सात दिवसीय विशेष शिविर के दूसरे दिन एन.एस.एस स्वयंसेवकों के द्वारा चंडीगढ़ के खुडा लहौरा गांव के अंदर गांव के स्थाई निवासियों का एक सर्वेक्षण किया गया। इस सर्वेक्षण का मुख्य विषय यह था कि 15 से 30 वर्ष तक की आयु के कितने ऐसे लोग हैं जो अभी बेरोजगार हैं और वर्तमान समय के अंदर वह क्या कार्य कर रहे हैं। यह सर्वेक्षण करने की जिम्मेदारी युवा व खेल मंत्रालय, भारत सरकार के द्वारा सभी एन.एस.एस स्वयंसेवकों को पूरे देश भर में करने के लिए दी गई है। जिसके माध्यम से सरकार का यह प्रयास है कि बेरोजगार युवाओं की पहचान करके उनके लिए एक इस तरह की नीति का निर्माण किया जाए कि वह आने वाले समय के अंदर रोजगार प्राप्त कर सके और देश के विकास के अंदर अपना सहयोग दे सके। इस सर्वेक्षण के दौरान स्वयंसेवकों ने स्थानीय निवासियों के घर-घर में जाकर बातचीत की और उनसे यह जानने का प्रयास किया कि उनके परिवार में कितने सदस्य हैं और वह अपनी आय के लिए क्या कार्य करते हैं और उन्होंने यदि किसी संस्था से या बैंक से ऋण लिया है तो क्या उसे सही तरह से चुका रहे हैं या नहीं। इस तरह से इन सभी स्वयंसेवकों के द्वारा पूरे गांव के अंदर बड़े ही अच्छे ढंग से सर्वेक्षण किया गया और साथ में स्थानीय निवासियों को जागरुक करने के लिए फिट इण्डिया अभियान के तहत नशा मुक्ति विषय पर एक नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। जिसमें स्थानीय निवासियों के द्वारा बड़े ही ध्यान से इस नाटक को देखा गया। इस कैंप के सायाकालीन सत्र के अंदर सांस्कृतिक गतिविधियों के साथ इस कैंप का समापन हुआ। इस अवसर पर एन.एस.एस कार्यक्रम अधिकारी डॉ.शंकर सहगल, डॉ. नवीन कुमार, डॉ. नमिता गुप्ता व डॉ. मनीष शर्मा मौजूद रहे।

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