- कोर कमेटी ने एस.एस.पी, कपूरथला के तहत गठित एस.आई.टी को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि जिन अपराधियों ने गुरुद्वारा परिसर में असाॅल्ट राइफलों से फायरिंग की थी , उनसे खुद को दोषी ठहराने की उम्मीद कतई नही की जा सकती
- सरदार सुखबीर सिंह बादल की अगुवाई में 15 जनवरी से पंजाब बचाओ पदयात्रा का ऐलान किया
- 20 दिसंबर को राष्ट्रपति को बंदी सिंहों की रिहाई की मांग करने के लिए 26 लाख फाॅर्म सौंपने,14 दिसंबर को पार्टी के स्थापना दिवस और 8 दिसंबर को सरदार परकाश सिंह बादल के जन्मदिवस को सदभावना दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की
चंडीगढ़, 28 नवंबर:
शिरोमणी अकाली दल ने आज मुख्यमंत्री भगवंत मान के आदेश पर सुल्तानपुर लोधी में अकाल बुंगा गुरुद्वारे में शांतिपूर्ण ‘संगत’ पर 23 नवंबर को हुई फायरिंग की सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होने एसएसपी कपूरथला के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम(एसआईटी) को बेअदबी की घटना की जांच करने के लिए खारिज कर दिया है। उन्होने कहा, ‘‘ इस भयानक अपराध के अपराधियों से खुद को दोषी ठहराने की उम्मीद नही की जा सकती है’’।
इस संबंध में सरदार सुखबीर सिंह बादल की अध्यक्षता में पार्टी की कोर कमेटी की आपातकालीन मीटिंग में एक प्रस्ताव पारित किया गया।
कोर कमेटी ने पाया कि गुरुद्वारे पर हमला मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ उनके बाॅस अरविंद केजरीवाल की सिख विरोधी मानसिकता से पैदा हुआ है। सरदार सुखबीर सिंह बादल ने कहा, ‘‘ आप सरकार गुरुद्वारे पर नियंत्रण लेने के लिए राज्य पुलिस का उपयोग करने के लिए दोषी है’’। उन्होने कहा कि अकेले सीबीआई जांच ही मुख्यमंत्री के नापाक मंसूबे को बेनकाब कर सकती है, जिन्होने निहंग सिंहों के एक विशेष वर्ग की ओर से पवित्र स्थान पर कब्जा करने के लिए गुरुद्वारा साहिब पर हमला करने का आदेश किदया था। उन्होने कहा,‘‘ इसीलिए मुख्यमंत्री के खिलाफ धारा 302 के साथ साथ धारा 295-ए के तहत धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आपराधिक मामला दर्ज किया जाना चाहिए’’। इसमें उन पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई, जिन्होने गुरुद्वारे पर पुलिस हमले को कवर कर रहे पीटीसी पत्रकार पर हमला किया और उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया।
कोर कमेटी ने दावा किया कि यह पहली बार हुआ है जब ‘‘संगत’’ अरदास कर रही थी तो पंजाब पुलिस ने गुरुद्वारे में घुसकर स्वचालित हथियारों से अंधाधुंध फायरिंग की गई। इसमें कहा गया कि कोई उकसावे वाली कार्रवाई के बावजूद कि श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व की पूर्व संध्या पर यह घिनौना कदम उठाया गया।
कोर कमेटी ने 15 जनवरी से पंजाब बचाओ कार्यक्रम शुरू करने का भी फैसला किया, जिसके दौरान अकाली दल अध्यक्ष राज्य के सभी हलकों में पदयात्रा की अगुवाई करेंगें। इसमें कहा गया है कि यात्रा का मकसद 2024 के संसदीय चुनावों में आम आदमी पार्टी की करारी हार सुनिश्चित करके लोगों की परेशानियों को कम करने के लिए बुनियादी जमीन तैयार कर लोगों तक पहुंचने का होगा।
कोर कमेटी ने शिरोमणी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) द्वारा पंजाबियों से एकत्र किए गए 26 लाख फाॅर्म जमा करवाने का भी संकल्प लिया , जिनमें से सभी ने भाई बलंवत सिंह राजोआणा के साथ साथ बंदी सिंह के नाम से जाने जाने वाले अन्य सभी राजनीतिक सिख बंदियों की तत्काल रिहाई का आहवाहन किया जाएगा तथा देश के विभिन्न जेलों में 20 दिसंबर को राष्ट्रपति को मेमोरेंडम सौंपा जाएगा।
एसजीपीसी अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने राष्ट्रपति को फाॅर्म सौंपने के लिए राष्ट्रपति भवन तक मार्च करने से पहले 20 दिसंबर को गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब में इकटठा होने की अपील की है।
कोर कमेटी ने 14 दिसंबर को अमृतसर में अकाली दल का स्थापना दिवस मनाने के अलावा 8 दिसंबर को पूर्व मुख्यमंत्री सरदार परकाश सिंह बादल के जन्मदिन को सदभावना दिवस के रूप में मनाने के लिए सभी 117 विधानसभा हलकों में रक्तदान शिविर आयोजित करने का भी निर्णय लिया गया ।
कमेटी ने कहा कि सरदार बादल शांति और साम्प्रदायिक सदभाव के प्रतीक थे और उनके जन्मदिन को सदभावना दिवस के रूप में मनाना राज्य के पांच बार के मुख्यमंत्री को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
कमेटी ने राज्य में गन्ने की तेजी से आमद के बावजूद किसानों को उचित राज्य सुनिश्चित मूल्य (एसएपी) देने से इंकार करने पर भी नाराजगी व्यक्त की है। इसमें आप सरकार से मांग की गई कि राज्य में गन्ने के लिए तुरंत 400 रूपये प्रति क्विंटल एसएपी की घोषणा की जाए और साथ ही जिन गन्ना किसानों की फसलें बाढ़ और बीमारियों के कारण तबाह हो गई उन्हे मुआवजा सुनिश्चित किए जाने की मांग की है।
अकाली दल की अध्यक्षता में हुई कोर कमेटी की मीटिंग में बलविंदर सिंह भूंदड़, हरजिंदर सिंह धामी, परमजीत सिंह सरना, प्रेम सिंह चंदूमाजरा, डाॅ. दलजीत सिंह चीमा, जनमेजा सिंह सेखों, अनिल जोशी, शरणजीत सिंह ढ़िल्लों, हीरा सिंह गाबड़िया, इकबाल सिंह झूंदा, विरसा सिंह वल्टोहा, गुरबचन सिंह बब्बेहाली, लखबीर सिंह लोधीनंगल, एन के शर्मा, गुरप्रताप सिंह वडाला, पवन कुमार टीनू, सरबजीत सिंह झिंझर, डाॅ. सुखविंदर सुक्खी तथा बलदेव सिंह मान भी मौजूद थे।

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