डीएआरपीजी ने विशेष अभियान 3.0 के दौरान सीबीडीटी पहल को मंत्रालयों/विभागों में सभी सर्वोत्तम अभ्यासों में से सबसे महत्वपूर्ण अभ्यास के रूप में मान्यता दी
सीबीडीटी ने तैयारी चरण में चिन्हित किये गए 505 स्थलों के स्थान पर पूरे भारत में 966 स्वच्छता अभियान चलाकर विशेष अभियान 3.0 के तहत अधिकतम उपलब्धि हासिल की
सीबीडीटी ने प्राथमिकता के आधार पर 1,74,158 से अधिक फाइलों की छंटाई की
सीबीडीटी स्क्रैप का निपटान करके 53 लाख रुपये से अधिक का राजस्व अर्जित किया और लगभग 1,08,740 वर्ग फुट की जगह खाली हुई
40,003 जन शिकायतों का समाधान किया गया और 2,230 जन शिकायत अपीलों का निपटान किया गया
वित्त मंत्रालय के केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने भारत भर में अपने अधीनस्थ कार्यालयों के साथ, लंबित मामलों के निपटान के लिए विशेष अभियान (एससीडीपीएम) 3.0 में उत्साहपूर्वक भाग लिया। विशेष अभियान दो चरणों में आयोजित किया गया था – प्रारंभिक चरण 14 सितंबर, 2023 से 30 सितंबर, 2023 तक और कार्यान्वयन चरण 2 अक्टूबर, 2023 से 31 अक्टूबर, 2023 तक।
भारत सरकार ने 2022 में आयोजित विशेष अभियान के अनुरूप 2 अक्टूबर, 2023 से 31 अक्टूबर, 2023 तक सरकारी कार्यालयों में विशेष अभियान 3.0 का संचालन किया और लंबित मामलों का निपटारा किया। विशेष अभियान 3.0 में भारत सरकार के सभी मंत्रालयों/विभागों को शामिल किया गया।
विशेष अभियान 3.0 के प्रारंभिक चरण के दौरान, अधिकारियों को जागरूक किया गया, जमीनी कार्यकर्ताओं को सक्रिय किया गया, नोडल अधिकारियों को नियुक्त किया गया, अभियान स्थलों की अंतिम सूची तैयार की गयी और स्क्रैप/अनावश्यक सामग्रियों की पहचान की गई। इसके अलावा, सार्वजनिक शिकायतों, शिकायत अपीलों आदि विशिष्ट श्रेणियों में लंबित मामलों की पहचान की गई।
कार्यान्वयन चरण के दौरान, चिन्हित किये गए सभी संदर्भों का निपटान करने और आयकर कार्यालयों की समग्र स्वच्छता में सुधार करने के लिए प्रयास किए गए। विशेष अभियान 3.0 में सीबीडीटी के प्रयासों को सोशल मीडिया सहित मीडिया के माध्यम से व्यापक रूप से प्रसारित किया गया। अभियान की प्रगति की दैनिक आधार पर निगरानी की गई।
विशेष अभियान 3.0 में सीबीडीटी द्वारा निर्धारित लक्ष्यों के सभी मापदंडों पर उल्लेखनीय प्रगति हुई है। प्रारंभ में स्वच्छता अभियान चलाने के लिए 505 स्थलों की पहचान की गई थी। हालांकि, सीबीडीटी ने स्वच्छता के संदर्भ में अधिकतम लक्ष्य हासिल किया और पूरे भारत में 966 स्वच्छता अभियान चलाए, जिसमें शहरी और उपनगरीय स्थानों पर क्षेत्रीय कार्यालयों में आयोजित अभियान शामिल हैं। कार्यालयों में रिकॉर्ड प्रबंधन को भी प्राथमिकता दी गयी और 1,74,158 से अधिक फाइलों की छंटाई की गयी। इस अभियान के तहत, कार्यालय स्क्रैप का निपटान किया गया, जिससे 53 लाख रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ और लगभग 1,08,740 वर्ग फुट की जगह खाली हुई। खाली जगह के बेहतर उपयोग के लिए विशेष प्रयास किए गए। इसके अलावा, कार्य वातावरण को बेहतर बनाने के लिए खाली हुई जगह का सौंदर्यीकरण भी किया गया।
इसके अलावा, कार्यान्वयन अवधि के दौरान 40,003 सार्वजनिक शिकायतों का समाधान किया गया और 2,230 सार्वजनिक शिकायत अपीलों का निपटान किया गया।
विभाग ने विशेष अभियान 3.0 के तहत विभिन्न क्षेत्रों को अनूठे और अभिनव अभ्यासों के साथ आने के लिए प्रोत्साहित किया था। अभियान अवधि के दौरान ऐसे नौ अभ्यासों को ‘सर्वोत्तम अभ्यास‘ के रूप में मान्यता दी गई और विशेष अभियान के एससीडीपीएम पोर्टल पर इनकी जानकारी दी गई।
सर्वोत्तम अभ्यासों में से एक था – कर्मयोगी भारत के आईजीओटी प्लेटफॉर्म पर आयकर विभाग में शिकायत निवारण व्यवस्था पर एक ई–लर्निंग पाठ्यक्रम का शुभारंभ। इस डिजिटल ई–लर्निंग पाठ्यक्रम का उद्घाटन केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण द्वारा किया गया। इस पाठ्यक्रम से उम्मीद की जाती है कि यह सार्वजनिक शिकायत निवारण में विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की क्षमता का संवर्धन करेगी। विशेष अभियान 3.0 के लिए नोडल विभाग, डीएआरपीजी द्वारा इस सर्वोत्तम अभ्यास को मंत्रालयों/विभागों के सभी सर्वोत्तम अभ्यासों में सबसे महत्वपूर्ण अभ्यास के रूप में मान्यता दी गई है।
अभियान के दौरान एक और सर्वोत्तम अभ्यास की पहचान की गई – पुणे के आयकर भवन के भंडारण कक्ष को पुस्तकालय–सह–बैठक स्थल में परिवर्तित करना।
तीसरा सर्वोत्तम अभ्यास आईआरएस अधिकारियों द्वारा तेलंगाना के जिला संगारेड्डी में एक पिछड़े गांव, गोंगलूर को उसके सर्वांगीण विकास के लिए गोद लेने और इसे एक आत्मनिर्भर गांव बनाने से संबंधित था। यहां एक बाजार प्रांगण–सह–खेल अकादमी विकसित की गई, जिसमें क्रिकेट नेट, बैडमिंटन और वॉलीबॉल कोर्ट और बच्चों के खेल क्षेत्र जैसी विभिन्न सुविधाएं हैं। ये सुविधाएं ग्रामीणों द्वारा स्वयं संचालित की जाती हैं।

विभाग ने एक और सर्वोत्तम अभ्यास पर प्रकाश डाला, जो पूर्वोत्तर क्षेत्र के खलियामारी, डिब्रूगढ़ में एक परित्यक्त आवासीय परिसर का पुनरुद्धार था, जिसे पहले क्षेत्र के निवासियों और दुकानदारों द्वारा कचरा डंपिंग ग्राउंड के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा था।

इनके अलावा, आयकर भवन, चंडीगढ़ में एक अभिनव हरित अभ्यास शुरू किया गया। आयकर भवन कैफे में कॉफी बनाने के लिए उपयोग किए जाने वाले कॉफी बीन्स के अवशेषों का भवन के वनस्पतियों के लिए जैविक उर्वरक के रूप इस्तेमाल शुरू किया गया।

विशेष अभियान 3.0 के तहत अन्य सर्वोत्तम अभ्यासों में शामिल हैं – मुंबई के आयकर भवन में “हरित आयकर” पहल के तहत एक छोटे भू–भाग का एक हरे–भरे गलियारे, “जसवंध” में रूपांतरण; एनसीआरबी, जयपुर द्वारा भवन के भूतल, प्रथम एवं तृतीय तल पर 910 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में ‘वर्टिकल गार्डन‘ स्थापित कर सौंदर्यीकरण प्रक्रिया; कार्बन फुटप्रिंट में कमी के लिए कौटिल्य भवन, मुंबई में 100 किलोवाट ग्रिड से जुड़े रूफटॉप सोलर परियोजना की स्थापना; और भोपाल के आयकर भवन की छत पर 250 से अधिक व्यक्तियों के बैठने की क्षमता वाले एक स्थल का उद्घाटन, जिसका उपयोग कार्यक्रमों, सामुदायिक समारोहों और सामाजिक गतिविधियों के लिए किया जा सकता है। ये प्रयास विशेष अभियान 3.0 में विभाग के सर्वोत्तम अभ्यासों के हिस्से रहे हैं।

सीबीडीटी ने आउटरीच अभियान चलाने और स्वच्छता अभियान के तहत अपनी पहलों की जानकारी देने के लिए सोशल मीडिया का भी प्रभावी ढंग से उपयोग किया। स्वच्छता अभियान के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए आयकर विभाग के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल, प्रधान मुख्य आयुक्त क्षेत्रों के क्षेत्रीय हैंडल और राष्ट्रीय प्रत्यक्ष कर अकादमी (एनएडीटी) द्वारा एक्स प्लेटफॉर्म पर अभियान के दौरान 650 से अधिक ट्वीट पोस्ट/रीपोस्ट किए गए। अभियान का सीबीडीटी के अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर भी विस्तार किया गया।

सीबीडीटी ने स्वच्छता को एक आदत बनाने और समय–समय पर स्वच्छता कार्यक्रम जारी रखने के साथ–साथ समयबद्ध तरीके से सार्वजनिक शिकायतों के शीघ्र निपटान पर भी ध्यान केंद्रित करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है।

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