बच्चों को निमोनिया से बचाव हेतु स्कूलों में लगाये जागरूकता कैंप

निमोनिया का टीका सभी सरकारी संस्था में बिल्कुल निःशुल्क: एसएमओ डा. गांधी

फाजिल्का, 12 नवंबर 2024

सिविल सर्जन फाज़िलका डॉ. चंद्र शेखर के दिशा निर्देशों व सीनियर मेडिकल अफसर डॉक्टर विकास गांधी की अगुआई में सीएचसी खुईखेड़ा के अंतर्गत आते विभिन्न गांवों के स्कूलों व आंगनवाड़ी सेंटरों में बच्चों को निमोनिया से बचाव के उपलक्ष में जागरूकता कैम्प लगाए गये।
एसएमओ डा. विकास गांधी ने कहा कि वायरल और बैक्टीरियल दोनों कारण होने वाली निमोनिया को संक्रामक माना जाता है, यह संक्रमित व्यक्ति के छींक या खांसी से निकलने वाली ड्रॉपलेट से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकती है। इस लिए जरूरी है हम शुरूआत में ही अपने बच्चों को निमोनिया का टीका अवश्य लगवा लें। यह टीका सभी सरकारी संस्था में बिल्कुल निःशुल्क लगाया जाता है।
डा. गांधी ने बताया कि निमोनिया, फेफड़ों को प्रभावित करने वाली गंभीर स्थिति है, यह संक्रमण बैक्टीरिया, वायरस के कारण एक या दोनों फेफड़ों में हो सकती है। वैसे तो निमोनिया का खतरा बच्चों में अधिक देखा जाता रहा है, पर यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है, इससे बचाव करते रहना बहुत आवश्यक माना जाता है। संक्रमण की स्थिति फेफड़ों के वायुकोश, जिसे एल्वियोली के नाम से जाना जाता है उनमें सूजन का कारण बन सकती है।निमोनिया के कारण एल्वियोली में द्रव या मवाद भर जाती है, जिससे सांस लेना मुश्किल होने लगता है। गंभीर स्थितियों में इसे जानलेवा समस्या भी माना जाता है।
इस बारे में जानकारी देते हुए ब्लाक मास मीडिया इंचार्ज सुशील कुमार ने बताया कि निमोनिया के शुरुआती लक्षण आमतौर पर सर्दी या फ्लू की तरह होते हैं। समय पर ध्यान न दिए जाने के कारण इसकी जटिलताओं के बढ़ने और गंभीर रूप लेने का खतरा हो सकता है। इस लिए निमोनिया के खतरे के बारे में लोगों को जागरूक और इससे बचाव के तरीकों के बारे में शिक्षित करने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग दुआरा समय समय पर जागरूकता कैंप लगाए जाते है।