डी.जी.पी और उनके अधिकारियों को ली गई शपथ का मजाक उड़ाने और आप पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में काम करने के लिए बधाई दी
चंडीगढ़/ 14 नवंबर 2025
पंजाब की क्षेत्रीय आवाज का पुनरूत्थान ‘‘ से सभी पंजाब विरोधी और पंथ विरोधी ताकतों और उनके साजिशकर्ता उजागर हो गए हैं। यह उपचुनाव 2027 में पंजाब में सभी पंजाबियों की एक पंथक सरकार की वापसी का सूचक है।’’
अकाली दल अध्यक्ष ने सरकारी मशीनरी के दुरूपयोग की तीखी आलोचना करते हुए पंजाब के डीजीपी और उनके अधिकारियों द्वारा शपथ का मजाक उड़ाने और आप के पार्टी कार्यकर्ताओं के रूप में काम करने के लिए बधाई दी है। उन्होने कहा,‘‘ तरनतारन उपचुनाव में पंजाब पुलिस उम्मीदवार हरमीत संधू की जीत सुनिश्चित करने के लिए मैं डीजीपी गौरव यादव और उनकी टीम को बधाई देता हूं,जिसमें स्टेट इंटेलिजेंस चीफ पी.के सिन्हा, सीपी अमृतसर, अमृतसर रेंज हरमनबीर सिंह , तरनतारन, अमृतसर(ग्रामीण), बटाला और मागा जिलों के एसएसपी शामिल हैं।
भगवान लोकतंत्र की रक्षा करे।
अपने राजनीतिक विरोधियों की ओर इशारा करते हुए सरदार बादल ने कहा,‘‘ पिछले दस सालों से कांग्रेस,आप , भाजपा और तथाकथित पंथक संगठनों ने खालसा पंथ और पंजाब को अपनी मां पार्टी अकाली दल के खिलाफ गुमराह करने के लिए आर्थिक रूप से पोषित करना,दुर्भावनापूर्ण प्रचार और नफरत के अभियान के अलावा कुछ नही दिया है। इन सभी पार्टियों ने गुप्त रूप से पंजाबियों को उनकी अपनी क्षेत्रीय और पंथ की आवाज से वंचित करने की साजिशें रची और यह बेहद दुखदाई बात है कि उनका झूठ कुछ समय के लिए सफल रहा। उन्होने कहा लेकिन गुरु जी के वचनों के अनुसार उनके झूठ का पंथ और पंजाब द्वारा उजागर किया जा रहा है और आखिरकार सत्य की जीत होने लगी है।’’
सरदार बादल ने कहा कि तरनतारन में लड़ाई पंजाब और पंथ के बीच थी, जिसका प्रतिनिधत्व अकाली दल कर रहा था और दूसरी तरफ राज्य और उसकी पुलिस की ताकत और उनके सह- साजिशकर्ताओं के बीच थी। उन्होने कहा,‘‘लेकिन उनकी गुप्त रूप से गठबंधन आपस में वोटों का हस्तांतरण की साजिशें भी अकाली और पंथक पुनरूत्थान को नही रोक सकीं।’’ उन्होने कहा कि अकाली दल के खिलाफ गलत प्रचार करने वाले सभी लोग मुश्किल से अपनी जमानत बचा पाए हैं, जबकि कांग्रेस और भाजपा की जमानत जब्त हो गई।
सरदार बादल ने कहा कि खालसा पंथ ने भी आखिकार उन लोगों को देखा जिन्होने श्री अकाल तख्त साहिब का दुरूपयोग हमारे ही खिलाफ करना चाहते थे। पंथ और पंजाब ने इन साजिशकर्ताओं को उनकी असली जगह दिखा दी है और सरकारों और अन्य पंथ विरोधी ताकतों द्वारा समर्थन प्राप्त इन ताकतों के खिलाफ अपना जोरदार फैसला सुनाया है।’’
अकाली दल अध्यक्ष ने तरनतारन हलके के साहसी मतदाताओं को राज्य की सत्ताधारी पार्टी- विशेष रूप से पुलिस दमन, धमकियां और हिंसा और पैसे के दुरूपयोग के खिलाफ साहसपूर्ण खड़े होने और अकाली दल की पंथक उम्मीदवार प्रिंसिपल सुखविदंर कौर रंधावा के लिए अभूतपूर्व संकल्प के साथ मतदान करने के लिए तहेदिल से आभार व्यक्त किया और बधाई दी।
सरदार बादल ने राज्य पुलिस और नौकरशाही की ताकत को चुनौती देने में ‘‘अपनी पार्टी के बहादुर कार्यकर्ताओं और नेताओं की अटूट प्रतिबद्धता और साहस के लिए आभार व्यक्त किया और सराहना की।’’

English






