जिलों को 809 वेंटिलेटर दिएः मुख्य सचिव

डिप्टी कमिश्नरों को सभी वैंटीलेटर और ऑक्सीजन कंसनट्रेटर कार्यशील बनाने के निर्देश
प्राईवेट दफ़्तरों को घर से काम करने को यकीनी बनाने के दिए हुक्म
जल्दी शुरू होने जा रहे कोविड वैक्सीन के तीसरे दौर के लिए 3,29,830 ख़ुराक
पिछले 24 घंटों में कोविड नियमों का उल्लंघन करने के लिए 1930 व्यक्तियों के काटे चालान और 134 किये गिरफ़्तारः डी.जी.पी.
चंडीगढ़, 2 मईः
राज्य में कोविड के गंभीर मरीज़ों को स्वास्थ्य सुविधाएं देने की तरफ एक और कदम बढ़ाते हुए और कोविड-19 की दूसरी लहर के साथ प्रभावशाली ढंग से निपटने के लिए पंजाब सरकार द्वारा जिलों को 809 और वेंटिलेटर मुहैया करवाए गए हैं।
यह जानकारी पंजाब की मुख्य सचिव श्रीमती विनी महाजन ने रविवार को कोविड और टीकाकरण की मौजूदा स्थिति का जायज़ा लेने के लिए की गई उच्च स्तरीय मीटिंग का नेतृत्व करते हुए दी।
उन्होंने सभी डिप्टी कमिश्नरों को हिदायत की कि आज ही सभी वेंटिलेटर लगाए जाएँ और एक भी ऑक्सीजन कंसनट्रेटर या वेंटिलेटर बिना प्रयोग के न रखा जाये। उन्होंने कोविड-19 के बढ़ रहे मामलों को रोकने के लिए प्राईवेट दफ्तरों को घर से ही काम करने को यकीनी बनाने के हुक्म भी दिए।
यहाँ प्रशासकीय सचिवों, डिप्टी कमिश्नरों, पुलिस कमिश्नरों, एस.एस.पीज़ और सिविल सर्जनों की ऑनलाइन मीटिंग को संबोधन करते हुए मुख्य सचिव ने सभी सम्बन्धित विभागों को वायरस के फैलाव को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करने के निर्देश दिए। उन्होंने कोविड के मरीज़ों को बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए एल-2 और एल-3 बैडों की संख्या बढ़ाने के लिए भी कहा क्योंकि राज्य के कुल 22 जिलों में से 14 में पॉज़िटिवटी दर 10 प्रतिशत से अधिक है।
उन्होंने दोहराया कि इस महीने के अंत तक मोहाली और बठिंडा में कोविड मरीज़ों के लिए आई.सी.यू. सुविधाओं से लैस दो अस्थाई अस्पताल स्थापित कर दिए जाएंगे।
प्राईवेट अस्पतालों को महामारी के विरुद्ध लड़ने के लिए और ज्यादा सक्रियता के साथ आगे आने की अपील करते हुए मुख्य सचिव ने डिप्टी कमिश्नरों को हुक्म दिए कि प्राईवेट अस्पतालों में बैडों की क्षमता बढ़ाने के लिए हर संभव सहायता दी जाये। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि बहुमूल्य मानव जीवन को इस घातक वायरस से बचाने के लिए पाबंदियाँ को सख्ती के साथ लागू किया जाये।
दिल्ली और एन.सी.आर. क्षेत्र से कोविड के इलाज के लिए पंजाब आ रहे लोगों बारे मुख्य सचिव ने कहा कि अन्य राज्यों के मरीज़ों को भी पंजाब वासियों की तरह ही स्वास्थ्य सुविधाएं दीं जानी चाहीएं।
उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार बोकारो और देश के अन्य हिस्सों से मैडीकल ऑक्सीजन की सप्लाई और बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार के साथ तालमेल कर रही है। इसके अलावा राज्य ख़ुद भी ऑक्सीजन के उत्पादन में विस्तार कर रहा है। श्रीमती महाजन ने उद्योग और मैडीकल शिक्षा और खोज विभाग को ऑक्सीजन के उत्पादन में और तेज़ी लाने के साथ-साथ राज्य के मैडीकल कॉलेजों और अस्पतालों को निर्विघ्न मैडीकल ऑक्सीजन मुहैया करवाए जाने को यकीनी बनाने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि खाली ऑक्सीजन सिलेंडर रखने और कालाबाजारी की किसी भी कीमत पर आज्ञा नहीं दी जाएगी।
श्रीमती महाजन ने घरों में एकांतवास मरीज़ों की सख़्त निगरानी करने की हिदायत भी की क्योंकि 80 प्रतिशत मरीज़ घरेलू एकांतवास अधीन हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग उच्च जोखिम वाले मरीज़ों, 50 साल से अधिक उम्र के या गंभीर सह-रोगों वालां के लिए रोज़ाना दो बार टेलीकंसलटेशन को यकीनी बनाएगा और एक टीम हर दूसरे दिन ऐसे मरीज़ों के साथ उनके घर जाकर संपर्क करेगी।
उन्होंने कहा कि लगभग 1000 फूड किट्स हर जिले को जल्द उपलब्ध करवाई जाएंगी। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि फ़तेह किट और फूड किट उसी दिन प्रभावित व्यक्ति तक पहुंचायी जाये जिस दिन उसका कोरोना टैस्ट पॉज़िटिव आया हो।
मुख्य सचिव ने कहा कि स्वास्थ्य और अग्रणी कतार वाले सभी कर्मचारियों को टीका लगाया जाए। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि ऑक्सीजन, रैमेडिसिवीर और टोसीलीज़ुमैब मरीज़ों को सीधे तौर पर न लिखीं जाएँ बल्कि यह केवल मरीज़ों को अस्पताल में निगरानी अधीन ही दीं जाएँ। उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारियों को यह यकीनी बनाने के लिए निर्देश दिए कि अस्पताल की ड्यूटी बनती है कि वह ये ज़रूरी दवाएँ उपलब्ध कराएं और मरीज़ों या उनके अटेंडटों को बाहर से अपने स्तर पर इन चीजों का प्रबंध करने के लिए न बोलें।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव श्री हुस्न लाल ने मुख्य सचिव को बताया कि 18 से 45 साल उम्र वर्ग के लोगों के टीकाकरण के लिए बनाए गए माहिर ग्रुप ने अपनी पहली रिपोर्ट सौंप दी है। उन्होंने यह भी बताया कि बहुत जल्द शुरू हो रहे तीसरे दौर के टीकाकरण के लिए राज्य को 3,29,830 ख़ुराकें प्राप्त होंगी।
राज्य में कोविड-19 की मौजूदा स्थिति बारे जानकारी देते हुए उन्होंने मुख्य सचिव को बताया कि पिछले हफ़्ते रोज़ाना औसतन 6532 मामले सामने आए थे और कुल पॉज़िटीविटी दर 11.7 प्रतिशत दर्ज की गई जबकि पिछले साल सितम्बर महीने में जब कोरोना शिखर पर था तो रोज़ाना 2896 केस आते थे। उन्होंने बताया कि सरकारी और प्राईवेट मैडीकल कॉलेजों और ज़िला अस्पतालों की बैड क्षमता में विस्तार करने के लिए 2000 और बैड शामिल किये जाएंगे।
चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के प्रमुख सचिव श्री डी.के तिवारी ने बताया कि बी.एफ.यू.एच.एस. के नोटीफिकेशन के मुताबिक एम.बी.बी.एस., डैंटल और नर्सिंंग के आखिरी साल के विद्यार्थी अब कोविड मैनेजमेंट ड्यूटियों के लिए उपलब्ध हैं।
कोविड नियमों को लागू करने सम्बन्धी गतिविधियों बारे जानकारी देते हुए पुलिस महानिदेशक श्री दिनकर गुप्ता ने बताया कि कोविड सम्बन्धी उचित व्यवहार को लागू करने के लिए एक विशेष इनफोर्समेंट अभियान चलाया गया है, जिसके अंतर्गत पिछले 24 घंटों के दौरान मास्क न पहनने वाले 1930 व्यक्तियों के चालान किये गए और कोविड नियमों का उल्लंघन करने के दोष अधीन 123 एफ.आई.आर दर्ज कीं और 134 व्यक्तियों को गिरफ़्तार किया गया।