कहा कि लोग नगर निगम के चुनाव में कांग्रेस को बाहर का रास्ता दिखाने के लिए तैयार हैं
चंडीगढ़/11अगस्त: पूर्व संसदीय सचिव और शिरोमणी अकाली दल व्यापारिक विंग के अध्यक्ष एन के शर्मा ने आज जीरकपुर में वार्ड हदबंदी की कवायद पर रोक लगाने के हाईकोर्ट के आदेश का स्वागत करते हुए कहा है कि यह लोकतंत्र की सबसे बड़ी जीत है।
यहां एक बयान जारी करते हुए श्री एन के शर्मा ने कहा कि कांग्रेस सरकार अपने विधायकों और पार्टी नेताओं के आदेश के अनुसार पंजाब में आगामी नगर निगम चुनावों के लिए वार्डों की सीमाओं को बदलने की कोशिश कर रही है। उन्होने कहा कि अब उच्च न्यायालय ने जीरकपुर में हदबंदी की कवायद पर रोक लगा दी है।
श्री शर्मा ने कहा कि सरकार हदबंदी प्रक्रिया को रोकने का प्रयास कर रही थी, जिसपर उच्च न्यायालय ने भी आपत्ति जताई थी। उन्होने कहा कि सरकार वार्ड की सीमाओं को बदलने के लिए कोविड-19 महामारी के कारण लगाए गए प्रतिबंधों का लाभ उठाने का प्रयास कर रही थी। ‘सरकार ने लोकतांत्रिक विरोध पर शिंकजा कसा है और इसीलिए लोग इस अन्याय के खिलाफ आवाज नही उठा सकते। इसीलिए हमने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया जिसने सरकार को ऐसा करने से रोक दिया।
अकाली नेता ने कहा कि कांग्रेस सरकार को लोगों का सामना करने का डर था और यही कारण है कि वह वार्ड की सीमांए बदलकर पूरे नगर निगम चुनाव को कब्जे में करने की योजना बना रही थी।उन्हानेे कहा कि ‘रणनीति लोगों को भ्रमित करने और यह सुनिश्चित करने के लिए थी ताकि कांग्रेसी चुनावों में धांधली कर सकें। उन्होने कहा कि कोई भी हदबंदी यदि भविष्य में होती है तो यह चुनाव आयुक्त द्वारा होनी चाहिए न कि नगर निगम के अधिकारियों द्वारा की जानी चाहिए।
श्री शर्मा ने कहा कि नगर निगम चुनाव में जनता कांग्रेस पार्टी को हराने के लिए तैयार हैं। ‘पार्टी सभी मोर्चों पर विफल रही है यह नगर निगम, कस्बों और शहरों में विकास की कमी, पानी और बिजली बिलों में बढ़ोतरी और करों में बढ़ोतरी हुई है। सरकार ने कोविड-19 महामारी के दौरान अपनी आजीविका गंवाने वाले नागरिकों को कोई राहत देने में विफल रही है। श्री शर्मा ने कहा कि लोग पहले इसे नगर निगम चुनाव में और फिर 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों में हराने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

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