चण्डीगढ़, 11 अगस्त- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने प्रदेशवासियों को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व की बधाई व शुभकामनाएं दी हैं। जन्माष्टमी की पूर्व संध्या पर आज यहां जारी एक संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने महाभारत के युद्ध में स्वजनों को देखकर विमुख हुए अर्जुन को आत्मा की अमरता का संदेश दिया, जो हिन्दुओं का धार्मिक ग्रंथ ‘श्रीमद्भगवद्गीता’ बना। यही ग्रंथ आज दार्शनिक परम्परा की आधारशिला है और समस्त मानवता के लिए प्रेरणास्रोत है।
श्री मनोहर लाल ने कहा कि श्रीकृष्ण का चरित्र हमें लौकिक और आध्यात्मिक शिक्षा देता है। गीता में उन्होंने स्वयं कहा है कि ‘कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन’ अर्थात व्यक्ति को मात्र कर्म करना चाहिए फल की इच्छा नहीं रखनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी भावना से वे पिछले लगभग छ: वर्षों से नि:स्वार्थ भाव से प्रदेश के लोगों की सेवा कर रहे हैं। भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षाएं और दर्शन आज भी प्रासंगिक हैं और हमें एक सफल जीवन जीने के लिए उनका पालन करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण लॉकडाउन के चलते हमें अपने सभी त्यौहार एवं धार्मिक कार्यक्रम सोशल डिस्टेसिंग के नियमों का पालन करते हुए मनाने होंगे।
इसी तरह हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने भी प्रदेशवासियों को जन्माष्टमी की बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी को देखते हुए अबकी बार हमें सचेत रहते हुए त्यौहारों को अपने घर पर ही मनाना है जो सबके लिए सुरक्षित है। ऐसा करके हम स्वयं सुरक्षित रह सकते हैं तथा दूसरों के जीवन को भी सुरक्षित रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि भगवान श्री कृष्ण हमारे प्रेरक, मार्गदर्शक, अराध्य एवं वंदनीय हैं। गीता के माध्यम से उन्होंने संसार को अच्छे कर्म करने का संदेश दिया है वह अनंत काल तक मानवता को प्रेरित करता रहेगा।

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