मुख्यमंत्री का महत्वर्पूण र्निणय मुख्य सर्तकता आयुक्त प्रणाली को मजबूत करने के लिए नए पदों के सृजन को मंजूरी

जयपुर, 14 जुलाई। राज्य सरकार ने राजकीय र्कायालयों में भ्रष्टाचार समाप्त करने एवं प्रशासन में पारदॢशता लाने के लिए मुख्य सर्तकता आयुक्त प्रणाली को अधिक मजबूत करने का र्निणय लिया है। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने इसके लिए राज्य के मुख्य सर्तकता आयुक्त प्रकोष्ठ में नए पदों के सृजन एवं सेवाओं को स्वीकृति दे दी है।
श्री गहलोत ने इस क्रम में गृह विभाग के प्रस्ताव का अनुमोदन कर 5 नवीन पद सृजित करने तथा 2 अन्य पदों पर काॢमकों के रूप में होमर्गाड की सेवाएं लेने को मंजूरी दी है। प्रस्ताव के अनुसार, मुख्य सर्तकता आयुक्त प्रकोष्ठ में र्काय की आवश्यकता के दृष्टिगत सहायक विधि परार्मशी, लेखाधिकारी, निजी सहायक, सूचना सहायक एवं लिपिक ग्रेड-1 के एक-एक पद का सृजन किया जाएगा। साथ ही, चर्तुथ श्रेणी र्कमचारी के लिए दो पदों पर होमर्गाड की सेवाएं ली जाएंगी।
गौरतलब है कि राजकीय र्कायालयों में भ्रष्टाचार समाप्त करने एवं प्रशासन में पारदॢशता लाने, सूचना के अधिकार अधिनियम सहित अन्य नियमों की पालना सुनिश्चित करने तथा नियमों के क्रियान्वयन में शिथिलता बरतने वाले अधिकारियों एवं काॢमकों के विरूद्ध कठोर अनुशासनात्मक र्कायवाही करने के उद्देश्य से मुख्य सर्तकता आयुक्त प्रणाली का गठन किया गया है। प्रमुख शासन सचिव गृह पदेन मुख्य सर्तकता आयुक्त हैं। विभिन्न विभागों में मुख्य सर्तकता अधिकारियों की नियुक्ति के साथ-साथ उनके र्कतव्यों के बारे में र्मागर्दशन, समन्वय, निगरानी एवं समीक्षा की जिम्मेदारी मुख्य सर्तकता आयुक्त की है।
मुख्य सर्तकता आयुक्त प्रणाली को प्रभावी रूप से गतिशील करने के क्रम में र्वतमान में गृह विभाग में संचालित मुख्य सर्तकता आयुक्त प्रकोष्ठ के सुदृढ़ीकरण एवं इसके कार्यों की आवश्यकता के अनुरूप नए पदों को सृजन किया गया है। इस र्निणय से प्रशासन में भ्रष्टाचार रहित, पारर्दशी एवं ईमानदार व्यवस्था स्थापित करने तथा नियमों के क्रियान्वयन में शिथिलता बरतने वाले काॢमकों के खिलाफ त्वरित एवं प्रभावी र्कायवाही करने में मदद मिलेगी।