चंडीगढ़ 23 जुलाई 2021 : मेहर चंद महाजन डीएवी कॉलेज फॉर विमेन, के इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल (आईआईसी) ने ‘उद्यमिता विकास’ और ‘प्री-इनक्यूबेशन एंड इनक्यूबेशन मैनेजमेंट’ विषय पर ऑनलाइन जागरूकता सत्र आयोजित किए। इन ज्ञानवर्धक सत्रों के लिए प्रमुख वक्ता एमसीएम आईआईसी इनोवेशन एंबेसडर, उपाध्यक्ष, कंप्यूटर विज्ञान विभाग की प्रमुख डॉ इंदु अरोड़ा, और जूलॉजी विभाग की प्रमुख, आईआईसी की संयोजक, डॉ नीतू रहीं । इन सत्रों में कुल 105 छात्रों और संकाय सदस्यों ने भाग लिया। उद्यमिता विकास पर सत्र का आयोजन डॉ इंदु अरोड़ा द्वारा किया गया था जिसमें उन्होंने धीरूभाई अंबानी, करसनभाई पटेल, रमेश बाबू, पेट्रीसिया नारायण, नारायण मूर्ति और डॉ वर्गीस कुरियन जैसे प्रख्यात उद्यमियों की कहानियों को साझा किया, जो प्रेरक उद्यमशीलता यात्रा की झलक दिखाते हैं और प्रतिभागियों को प्रेरित करते हैं ।
दूसरे सत्र में ‘आत्मनिर्भर भारत’ की प्राप्ति के लिए उद्यमिता के महत्व को रेखांकित किया। डॉ. नीतू ने प्री-इनक्यूबेशन और इनक्यूबेशन मैनेजमेंट पर सत्र का संचालन किया, जिसमें उन्होंने अभिनव उद्यमियों के लिए उत्प्रेरक के रूप में प्री-इनक्यूबेशन और इनक्यूबेशन प्रक्रियाओं की भूमिका और महत्व के बारे में बताया। उन्होंने प्रतिभागियों को सूचित किया कि विचार के चरण में, विचारों पर उचित पकड़ की आवश्यकता होती है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि नवोदित स्टार्ट-अप की जरूरतों को पूरा करने के लिए ऊष्मायन केंद्र स्थापित किए जाते हैं। दोनों सत्रों को दर्शकों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली, जिनकी सक्रिय भागीदारी ने दोनो सत्रों को सफल बनाया।
प्राचार्या डॉ. निशा भार्गव ने स्टार्ट-अप और उद्यमशीलता उद्यम बनाने के उद्देश्य से छात्रों के लिए व्यावहारिक संचालन के लिए कॉलेज के आईआईसी के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि एमसीएम छात्रों के बीच नवाचार और उद्यमिता की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए लगातार काम कर रहा है ताकि आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार हो सके।

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