रोहतक 25 जुलाई : पत्रकारों के आकस्मिक निधन पर स्थानीय मैना टूरिस्ट कांप्लेक्स में मीडिया कर्मियों ने दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी. इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार धर्मपाल धनखड़ ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल से दुनिया भर में भारी जनहानि हुई है. इस त्रासदी में अनेक पत्रकार भी फ्रंटलाइन करोना वारियर्स की भूमिका निभाते हुए वीरगति को प्राप्त हुए हैं. हमें उनके परिवारों के प्रति पूरी सहानुभूति है.
इस अवसर पर हरियाणा यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स के अध्यक्ष संजय राठी ने कहा कि दिवंगत मीडिया कर्मियों ने कोरोना काल में साहस पूर्वक अपने दायित्व का निर्वहन करते हुए अपने जीवन का सर्वोच्च बलिदान दिया है.
इसी क्रम में पींग साप्ताहिक के संस्थापक संपादक एवं लेखक प्रोफेसर डीआर चौधरी का निधन अपूरणीय क्षति है. उन्होंने हरियाणा का निर्भीक एवं निष्पक्ष समाचार पत्र के माध्यम से पत्रकारिता का नया इतिहास रचा पींग के माध्यम से हरियाणा के अनेक युवाओं को पत्रकारिता सीखने का अवसर मिला.
तालिबानी कट्टरपंथियों के हाथों मारे गए पत्रकार दानिश सिद्दीकी ने भी अपनी जान गवां कर पत्रकारिता का झंडा बुलंद किया है. वरिष्ठ पत्रकार डॉ सतीश त्यागी ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के घातक प्रहार से पूरी मानवता करहा उठी है. अनेक लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है. हम उन सब दिवंगत आत्माओं के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं. हम परमात्मा से सभी के उज्जवल भविष्य एवं अच्छे स्वास्थ्य के की कामना करते हैं.
जननायक जनता पार्टी के प्रवक्ता दीप कमल सहारन ने कहा कि हमने इस दौरान अपने वरिष्ठ साथी संजय द्विवेदी को भी खो दिया है. उन्होंने अनेक पत्रकारों को इलेक्ट्रॉनिक मीडिया मैं आने का अवसर व प्रशिक्षण देकर उन्हें आगे बढ़ाया. उन्होंने कोरोना काल में पत्रकारों की भूमिका और उनके योगदान की सराहना की.
युवा पत्रकार धीरेंद्र ने कहा कि पत्रकारों को इस तरह की महामारी में कार्य करने के लिए साहस और दक्षता पूर्वक कार्य करने की जरूरत है. भविष्य में भी अभी अनिश्चितता के हालात बने हुए हैं. इस दौर में हमने अपने युवा साथी पुरुषोत्तम शर्मा, साकेत सुमन और रोहित सरदाना सरीखे प्रतिभावान पत्रकारों को खो दिया है. यह बेहद दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है.
हरियाणा यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स के प्रदेश सचिव संजय शर्मा ने कहा कि हमने अपने कई साथियों को पिछले दिनों में खो दिया है. अभी
कोरोना की तीसरी लहर की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता. इसलिए सरकार को मीडिया कर्मियों तथा उनके परिवारों के लिए विशेष स्वास्थ्य एवं जीवन बीमा योजना लागू करनी चाहिए. जाट शिक्षण संस्थान के पूर्व प्रधान राज सिंह नांदल ने दिवंगत पत्रकारों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि पत्रकारिता संकट एवं चुनौतीपूर्ण दौर से गुजर रही है. पिछले दिनों अनेक पत्रकारों का आकस्मिक एवं दुखद निधन हुआ है, हम उन को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं.
शोक सभा में वरिष्ठ पत्रकार संजय शर्मा, प्रवीण बत्रा, दीपक खोखर, सुनील कुमार, डॉ देशराज, सत्येंद्र फोगाट, राजवीर राज्याण, जसबीर मलिक, सुनील शर्मा, विजय अहलावत, जितेंद्र पांचाल, व बलदेव मल्होत्रा सहित अनेक मीडिया कर्मी उपस्थित थे.

English






