एस.सी., दिव्यांग बी.सी., आर्थिक तौर पर कमज़ोर और अल्पसंख्यक वर्ग के 14853 कर्ज़दारों को मिलेगा लाभ
चंडीगढ़, 26 अगस्त 2021
पंजाब कैबिनेट की तरफ से गुरूवार को पंजाब अनुसूचित जाति भू विकास और वित्त निगम (पी.एस.सी.एफ.सी.) और पंजाब पिछड़ी श्रेणियां भू विकास और वित्त निगम (बैकफिनको) से कर्ज़ लेने वाले कर्ज़दारों को 50,000 रुपए प्रति कर्ज़ राहत देने को मंज़ूरी दे दी।
एक सरकारी प्रवक्ता ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट मीटिंग के बाद जानकारी देते हुये बताया कि ग़रीब वर्ग समर्थकीय इस पहलकदमी से अनुसूचित जातियों, दिव्यांग पिछड़ी श्रेणियों, आर्थिक तौर पर कमज़ोर वर्गों और अल्संख्यकों से सबंधित कर्ज़दारों को लाभ पहुँचेगा।
इस मीटिंग के दौरान कैबिनेट मंत्री चरनजीत सिंह चन्नी ने इस फ़ैसले और हाल ही के दौरान भूमि रहित किसानों और खेत मज़दूरों को दी कर्ज़ राहत की सराहना की।
इस फ़ैसले के अंतर्गत कुल मिला कर 62.46 करोड़ रुपए रकम की कर्ज़ राहत दी गई है जो कि 31 मार्च, 2021 तक दिए गए कर्जों पर लागू होगी और माफ की गई कर्ज़ रकम 30 जून, 2021 को निर्धारित की जायेगी। इस हिसाब से पी.एस.सी.एफ.सी. के कर्ज़दारों को 41.48 करोड़ रुपए और बैकफिनको के कर्ज़दारों को 20.98 करोड़ रुपए की कर्ज़ राहत मिलेगी।
मुख्यमंत्री कार्यालय के प्रवक्ता ने बताया कि इस स्कीम के अंतर्गत कुल मिला कर 14853 कर्ज़दारों (10151 कर्ज़दार पी.एस.सी.एफ.सी. के और 4702 कर्ज़दार बैकफिनको के) को लाभ मिलेगा।
माफ की गई रकम का भार राज्य सरकार सहन करेगी और यह रकम दोनों निगमों को ग्रांट इन एड के तौर पर जारी की जायेगी।
ज़िक्रयोग्य है कि पी.एस.सी.एफ.सी. की तरफ से ग़रीब वर्ग से सबंधित अनुसूचित जातियों और दिव्यांग व्यक्तियों को मामूली ब्याज पर स्वै-रोज़गार बैकफिनको की तरफ से पिछड़ी श्रेणियों, अल्पसंख्यकों और समाज के आर्थिक तौर पर कमज़ोर वर्गों के ग़रीब व्यक्तियों को स्वै-रोज़गार के लिए मामूली ब्याज पर कर्ज़े दिये जाते हैं। पी.एस.सी.एफ.सी. की तरफ से दिए गए कर्जों की वसूली दर 77 प्रतिशत जबकि बैकफिनको की तरफ से दिये कर्जों की वसूली दर 65 प्रतिशत है। भरपूर कोशिशों करने के बावजूद भी कई कारणों जैसे कि व्यापार में कमी, कर्ज़दार की मौत, कर्ज़दार या उसके किसी अन्य परिवारिक मैंबर को घातक बीमारी या कुदरती आपदाओं के कारण वसूली की दर में सुधार नहीं हो सका। इसके इलावा कोविड -19 के कारण भी कर्जदारों की आमदन पर प्रभाव पड़ा।

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