मुख्यमंत्री पंजाबियों को बताएं कि मरीजो को अस्पतालों से दूर क्यों किया जा रहा है और छात्रों को पाठयक्रम की पुस्तकें क्यों नही दी जा रही: डॉ. दलजीत सिंह चीमा
चंडीगढ़/03अगस्त: शिरोमणी अकाली दल ने आज कहा है कि आम आदमी पार्टी स्वास्थ्य और शिक्षा दोनों मोर्चों पर काम करने में बुरी तरह विफल रही है और मुख्यमंत्री भगवंत मान पंजाबियों को बताएं कि मरीजों को अस्पतालों से दूर क्यों किया जा रहा है, और यहां तक कि आप पार्टी के कार्यकाल में राज्य की आय में वृद्धि हुई , तो भी छात्रों को पाठयपुस्तकें भी उपलब्ध नही कराई जा रही हैं।
यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि मरीजों को पीजीआई और सरकारी मेडिकल कॉलेज सेक्टर-32 के इलाज से दूर किया जा रहा है, क्योंकि आप सरकार आयुष्मान भारत , मुख्यमंत्री सेहत बीमा योजना की इन संस्थानों में बकाया चुकाने में विफल रही है। उन्होने कहा कि आप पार्टी की सरकार द्वारा स्वास्थ्य क्षेत्र प्राथमिक फोकस का क्षेत्र होने का दावा करने के बावजूद इन प्रतिष्ठित संस्थानों में जाने वाले पंजाब के मरीजों की पीड़ा सरकार को अनावश्यक लगती है। उन्होने कहा , ‘‘ जरूरतमंद मरीजों को यहां के प्रतिष्ठित संस्थानों द्वारा न केवल इलाज से मना किया जा रहा है, बल्कि योजना के कार्यानवयन के संबंध में आप पार्टी की सरकार के खराब रिकॉर्ड के कारण पंजाब भर के अस्पतालों द्वारा भी मना किया जा रहा है’’।
डॉ. चीमा ने कहा कि सरकार को आयुष्मान भारत योजना के तहत राज्य की 65 फीसदी आबादी को कवर करना है। सरकार इस योजना में चूक कर रही है तथा सरकारी सुविधाओं में लोगों को दवाएं और विशेष परीक्षण प्रदान करने में असमर्थ है। ‘‘ यह असली ‘बदलाव’ है जो स्वास्थ्य क्षेत्र में हुआ है’’।
डॉ. चीमा ने कहा कि शिक्षा क्षेत्र की स्थिति भी अलग नही है, क्योंकि सरकार छह से बारहवीं कक्षा की द्विमासिक परीक्षाओं के कुछ दिन पहले तक छात्रों को पाठयक्रमों की पुस्तकें उपलब्ध कराने में नाकाम रही है। यह कहते हुए कि यह शिक्षा क्षेत्र की स्थिति पर एक वास्तविक प्रतिबिंब है। उन्होने कहा, ‘‘ अगर यह पंजाब में शिक्षा क्षेत्र में सुधार के लिए आप पार्टी का मॉडल है , तो ये सुविधाएं हमसे कोसों दूर हैं’’।
अकाली नेता ने कहा कि पीजीआई को 16 करोड़ रूपये और मेडिकल कॉलेज को 2.3 करोड़ रूपये देने से इंकार किया गया लेकिन आप पार्टी की सरकार ने पिछले पांच महीनों में अकेले विज्ञापनों पर 40 करोड़ रूपये खर्च किए हैं’’। उन्होने कहा, ‘‘ सरकार ने यह भी दावा किया कि उसने राजस्व संग्रह में सुधार किया है और राज्य की आय में बढ़ोतरी की है। इसके बावजूद स्वास्थ्य और शिक्षा दोनों क्षेत्रों को फंडों से वंचित किया जा रहा है, जबकि आप पार्टी के मंत्री और विधायक अकेले सस्ते प्रचार के लिए डॉक्टरों और शिक्षकों को डराने-धमकाने के लिए एक दूसरे से होड़ कर रहे हैं।

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