
-घाटी में अल्पसंख्यकों को सुरक्षा और उनकी संपत्तियों की रक्षा करे मोदी सरकार: आप
-हालही में लक्षित हत्याएं गंभीर चिंता का विषय, केंद्र सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए: कुलतार सिंह संधवां/अमन अरोड़ा
10 अक्तूबर 2021
आम आदमी पार्टी (आप) ने चंद दिन पूर्व जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों में टारगेट कर मारे गए नागरिकों को रविवार को राज्य भर में कैंडल मार्च निकालकर श्रद्धांजलि दी।
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पार्टी मुख्यालय से जारी एक संयुक्त बयान में आप विधायक और प्रवक्ता कुलतार सिंह संधवां और अमन अरोड़ा ने जानकारी देते हुए कहा कि पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जम्मू-कश्मीर में मारे गए नागरिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए राज्य के सभी जिला मुख्यालयों पर कैंडल मार्च निकाला।
अल्पसंख्यक समुदाय की लक्षित (टारगेटिड) हत्याओं की निंदा करते हुए कुलतार सिंह संधवां और अमन अरोड़ा ने मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार से कश्मीरी पंडितों और सिखों सहित घाटी में अल्पसंख्यक समुदायों की रक्षा की मांग की। उन्होंने हाल के दिनों में हुई आतंकी गतिविधियों को गंभीर चिंता का विषय बताया। ‘आप’ नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार को मामले को गंभीरता से लेकर अल्पसंख्यकों के लिए सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करना चाहिए। उन्होंने सरकार से घाटी में रहने वालों की संपत्तियों की रक्षा करने के साथ-साथ आतंकी हमलों के मद्देनजर कश्मीर छोड़ चुके लोगों की संपत्तियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी (बहाल) करने की भी मांग की।
कुलतार सिंह संधवां और अमन अरोड़ा ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार के अनुच्छेद-370 को खत्म कर घाटी में शांति बनााने और आतंकवाद पर लगाम लगाने समेत नोटबंदी का दावा झूठा और खोखला निकला है। उन्होंने कहा कि कश्मीर में हिंसक घटनाएं बढ़ रही हैं और मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार सुरक्षा प्रदान करने और आतंकवाद से निपटने में पूरी तरह विफल साबित रही है और अब नागरिकों की मौत पर भी चुप बैठी है।
संधवा और अमन अरोड़ा ने कहा कि घाटी में सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा देने के अलावा अल्पसंख्यक समुदायों में भय की भावना पैदा करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को जम्मू-कश्मीर में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को विश्वसनीय बनाना चाहिए।

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