कोविड-19 मरीज़ों के उच्च और कम जोखिम वाले संपर्कों को तलाशने के लिए किए जा रहे हैं युद्ध स्तर पर प्रयास

अब तक ढूँढे जा चुके हैं 99.9 प्रतिशत संपर्क
सरकारी और निजी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं यकीनी बनाने के लिए सिविल सर्जनों को हिदायतें जारी
चंडीगढ़, 9 मई:
स्वास्थ्य विभाग की टीमों द्वारा कोविड-19 मरीज़ों के उच्च और कम जोखिम वाले संपर्कों को तलाशने के लिए पूरे राज्य में युद्ध स्तर पर कोशिशें की जा रही हैं, जिससे लोगों में कोरोना वायरस के फैलाव को रोका जा सके और इन कोशिशों के स्वरूप ही कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार बहुत जल्द ऑप्रेशन फतेह को हासिल करेगी।
यहाँ जारी प्रैस बयान में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री स. बलबीर सिंह सिद्धू ने बताया कि अब तक कोविड-19 के 1762 मामलों की पुष्टी हुई है और मौजूदा समय में 1574 सक्रिय मामलों को स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवाई जा रही हैं। उन्होंने आगे बताया कि कोविड-19 से प्रभावित मरीज़ों के संपर्क में आए 11,056 व्यक्तियों की पहचान स्वास्थ्य विभाग द्वारा की जा चुकी है, जो संख्या 99.9 फीसदी बनती है।
उन्होंने कहा कि हर संदिग्ध व्यक्ति को ढूँढने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा अथक यत्न किये जा रहे हैं, जिससे प्रभावित व्यक्तियों को बिना किसी देरी के इलाज और टेस्टिंग प्रक्रिया के अधीन लाया जा सके। उन्होंने कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग रिपोर्ट संबंधी कहा कि 49.5 फीसदी (5,487) संपर्क उच्च जोखिम वाले हैं और 50.5 फीसदी (5,591) संपर्क कम जोखिम वाले हैं। उन्होंने कहा कि 3.1 फीसदी (340) संपर्क में आए व्यक्तियों को अस्पतालों में दाखि़ल किया गया, 82.9 फीसदी (9,181) व्यक्तियों को क्वारंटाइन किया गया है और अब तक 14 फीसदी (1,555) संपर्क में आए व्यक्तियों ने अपना क्वारंटाइन का समय पूरा कर लिया है।
उन्होंने कहा कि संपर्क में आए 11,056 व्यक्तियों में से 1.2 फीसदी (128) में कोरोना के लक्षण पाए गए (74 उच्च जोखिम वाले, 54 कम जोखिम वाले) थे। 63.1 फीसदी (6,972) के सैंपल लिए गए हैं, जिनमें से 3.4 फीसदी (380) कोरोना से प्रभावित और 44.1 फीसदी (4873) नैगेटिव पाए गए।
स्वास्थ्य मंत्री ने मैडीकल और पैरा-मैडीकल स्टाफ की सराहना करते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीमें इस लड़ाई में अगली कतार में लगातार योद्धाओं की तरह काम कर रही हैं और मरीज़ों को निरंतर मानक स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान कर रही हैं चाहे वह क्वारंटाइन सैंटर में हों या आईसोलेशन सैंटर में। उन्होंने कहा कि अब सभी जिलों में ब्लॉक स्तर पर क्वारंटाइन सैंटर स्थापित किए जा रहे हैं, जिससे लोगों को उनके गाँवों के नज़दीक निगरानी अधीन रखा जा सके।
स्वास्थ्य सेवाओं को यकीनी बनाने के लिए किए गए प्रयासों संबंधी बताते हुए उन्होंने कहा कि सभी सिविल सर्जनों को यह यकीनी बनाने के लिए निर्देश जारी किये गए हैं कि यह भी यकीनी बनाया जाये कि सरकारी के अलावा निजी स्वास्थ्य केन्द्रों में कोविड और अन्य बीमारियों वाले मरीज़ों के लिए स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएँ।
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