श्री अमृतसर के वोटरों के पास नवजोत सिद्धू और बिक्रम मजीठिया को सबक सिखाने का सुनहरा मौका: हरपाल सिंह चीमा

हमेशा सत्ता में रहने वाले नवजोत सिद्धू ने पूर्वी हल्के की समस्याओं का समाधान नहीं किया: हरपाल सिंह चीमा
ड्रग माफिया मामले में केस दर्ज होने के बाद अब किस मुंह से लोगों के बीच जायेंगे बिक्रम मजीठिया

चंडीगढ़, 27 जनवरी 2022

आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के सीनियर लीडर और विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने गुरु नगरी  श्री अमृतसर के वोटरों से अपील करते हुए कहा कि उनके पास नवजोत सिंह सिद्धू और बिक्रम सिंह मजीठिया को हराकर सबक सीखने का सुनहरा मौका है, क्यूंकि इन दोनों नेताओं ने सत्ता में रहकर पंजाब के लोगों के साथ धोखे ही धोखे किये है।

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जिक्रयोग है कि अमृतसर के विधान सभा हल्के अमृतसर (पूर्व) सीट से नवजोत सिंह सिद्धू कांग्रेस से और बिक्रम सिंह मजीठिया अकाली दल बादल से चुनाव लड़ रहे है, जबकि आम आदमी पार्टी ने प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता बीबी जीवनजोत कौर को मैदान में उतारा है। चीमा ने आगे कहा कि लोकतंत्र में लोगों के पास ‘वोट से चोट’ करने का मौका होता है। इसलिए पूरे पंजाब सहित श्री अमृतसर (पूर्व) के लोग श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी और ड्रग माफिया को पैदा करने वाले शिरोमणि अकाली दल बादल और श्री गुटका साहिब की झूठी शपथ लेकर गुरबानी की दुबारा बेअदबी करने वाली कांग्रेस पार्टी के खिलाफ वोटें डालकर सभी लारेबाज नेतागण को सख्त संदेश देंगे।

गुरुवार को पार्टी मुख्यालय से जारी एक बयान में हरपाल सिंह चीमा ने कहा, ‘कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू कांग्रेस सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं, लेकिन उन्होंने न तो अपने निर्वाचन क्षेत्र का विकास किया है और न ही लोगों की सांझी समस्याओं का हल किया।” उन्होंने बताया कि इससे पहले नवजोत सिंह सिद्धू भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के ओर से लगभग 15 साल श्री अमृतसर से लोक सभा मेंबर बनते रहे और उनकी पत्नी डॉ. नवजोत कौर सिद्धू शिअद-भाजपा सरकार के दौरान विधायक और संसदीय सचिव थी।

चीमा ने आरोप लगाया कि हमेशा से सत्ता में रहे सिद्धू परिवार ने कभी भी अमृतसर के लोगों की भावनाओं की कद्र नहीं की बल्कि हमेशा अपने हितों को ही पहल दी। एक ही परिवार से सांसद और राज्य सरकार में संसदीय सचिव होने के बावजूद सिद्धू परिवार अमृतसर में एक भी बड़ा प्रोजेक्ट नहीं लगा पाया। इतना ही नहीं सिद्धू परिवार ने दशहरे के मौके ट्रेन हादसे में जान गंवाने वाले परिवारों की भी कोई ख़बरसार नहीं ली। उन्होंने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू अमृतसर पूर्वी के मतदाताओं से वोट मांगने का अधिकार खो चुके है,जिस कारण मतदाताओं ने उन्हें वोट नहीं देने का फैसला कर लिया है।

अकाली नेता बिरकम मजीठिया की ओर से निर्वाचन क्षेत्र पूर्वी से चुनाव लड़ने के बारे में हरपाल सिंह चीमा ने कहा, “अकाली -भाजपा सरकार के दौरान बिक्रम मजीठिया लगभग 10 वर्षों तक पंजाब के कैबिनेट मंत्री रहे हैं। लेकिन मजीठिया ने विकास के स्थान पर पंजाब और पंजाब की जवानी का विनाश ही किया है। आज ड्रग माफिया मामले में बिक्रम मजीठिया के खिलाफ मामला दर्ज होने से माझे के  नाम पर धब्बा लगा दिया गया। मजीठिया ने यहां के उद्योगों को बर्बाद कर दिया और लोग बेरोज़गार हो गए।

उन्होंने सवाल किया कि नशीले पदार्थों की तस्करी के मामले में सुप्रीम कोर्ट में शरण लेने वाले   बिक्रम मजीठिया किस मुंह से पवित्र शहर के लोगों से वोट मांगने के लिए जाएंगे।

आप नेता ने कहा कि पंजाब में शिरोमणि अकाली दल बादल गुरु ग्रंथ साहिब के बेअदबियों, सिखों को गोली कांड में मारने और किसानों के खिलाफ तीन काले कृषि कानूनों के समर्थन के आरोपों में घिरा  हुआ है। पंजाब के किसान, मजदूर, महिलायें और विद्यार्थी अकाली सरकार द्वारा किए गए अत्याचारों को आज तक भूले नहीं है। इसलिए राज्य के लोगों सहित अमृतसर पूर्वी के लोगों ने शिरोमणि अकाली दल बादल और बिक्रम मजीठिया को सत्ता से बाहर रखने का फैसला कर चुके है।

हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि पंजाब के लोगों और अमृतसर पूर्वी निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं ने अकाली दल, कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी, कैप्टन अमरिंदर सिंह, नवजोत सिद्धू और बिक्रम मजीठिया को वोट देकर परखा है और यह नेता लोगों की भावनाओं पर खरे नहीं उतरे। चीमा ने मतदाताओं से अपील की कि पूरे पंजाब के लोगों ने आम आदमी पार्टी को वोट देकर अपनी सरकार बनाने का दृढ़ निश्चय कर लिया हैं। इसलिए अमृतसर पूर्व निर्वाचन क्षेत्र के मतदाता ‘आप’ उम्मीदवार और प्रख्यात सामाजिक कार्यकर्ता बीबा जीवनजोत कौर को अपना कीमती वोट जरूर दे ताकि नवजोत सिद्धू और बिक्रम मजीठिया को सबक सिखाया जा सके।