आशु ने सभी आरोपों को घटिया और अजीब बताते हुए किया खारिज

कहा, दागी डीएसपी ने अपने राजनैतिक आकाओं के इशारों पर केवल मेरी राजनैतिक छवि खराब करने हेतु रची एक और कहानी
कहा, एक मंत्री और विधायक के तौर पर मुझे अपनी ड्यूटी निभाने से कोई नहीं रोक सकता 
चंडीगढ़, 23 फरवरी:
पंजाब के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री भारत भूषण आशु ने रविवार को अपने विरूद्ध लगाए गए तथाकथित आरोपों को घटिया और विचित्र करार देकर खारिज करते हुए कहा कि दागी डीएसपी सेखों राजनीतिक कारणों के चलते 30 साल पुराने मामले को उठाने की कोशिश कर रहा है, जिसमें उन्हें विधिवत कानूनी प्रक्रिया के बाद ही कोर्ट द्वारा निर्दोष करार दिया गया था।
यहां जारी एक प्रेस बयान में, आशु ने निलंबित डीएसपी द्वारा उठाए गए मामलों का उल्लेख करते हुए स्पष्ट रूप से कहा कि दागी डीएसपी के झूठ का पुलिंदा उनकी राजनीतिक छवि को खराब करने के लिए एक हताश प्रयास के अलावा और कुछ नहीं।
आशु ने कहा कि एक दागी पुलिस अधिकारी ने अब एक मनगढं़त कहानी रची है जिसमें रत्ती भर भी सच्चाई नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि इस तथाकथित ‘खुलासे’ का समय उसके अपने उद्देश्य के बारे में खुलासा करता है जिसे वह प्राप्त करना चाहता है।
आशु ने स्पष्ट रूप से कहा कि कोई भी कानून से ऊपर नहीं है और एक पुलिस अधिकारी जिसे अपने सार्वजनिक व्यवहार के चलते बार-बार निलंबित किया गया हो, परदे के पीछे छिप नहीं सकता जिसे वह झूठ और गलत आरोपों द्वारा तैयार करने की कोशिश कर रहा है।
अपने गुस्से को व्यक्त करते हुए, मंत्री ने कहा कि इन शर्मनाक झूठों का जवाब देना मेरे लिए जरूरी था। आशु ने कहा कि यह बहुत ही शर्मनाक बात है कि मेरे परिवार के एक सदस्य का नाम इसमें घसीटा जा रहा है जो संयोगवश अब जीवित नहीं है। उन्होंने कहा कि मेरे चाचा जी की एक स्वाभाविक मृत्यु हुई थी।
आशु ने कहा कि मैं किसी भी जांच के लिए पूर्ण रूप से तैयार हूं और उन्हें केवल संपूर्ण कानूनी प्रक्रियाओं के बाद ही निर्दोष करार दिया गया था।
निलंबित डीएसपी द्वारा लगाए जा रहे झूठे आरोपों पर कड़ी आपत्ति जताते हुए आशु ने कहा कि अगर कोई ऐसी चीज है जो वह कहना चाहता है तो उसे अदालतों से संपर्क करना चाहिए जो इन मामलों को तय करने के लिए सक्षम हैं।
जनता के सर्वोत्तम हितों की रक्षा और उनकी सेवा करने के अपने व्यक्तिगत और संवैधानिक कर्तव्य को दोहराते हुए आशु ने कहा कि पंजाब के लोगों के कल्याण और विश्वास के लिए लडऩे से उन्हें कोई नहीं रोक सकता।