केजरीवाल, मान को नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करने के लिए माफी मांगनी चाहिए: भाजपा

चंडीगढ़, 4 अगस्त
 भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली और पंजाब के मुख्यमंत्रियों अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान से नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करने के लिए माफी मांगने को कहा है, क्योंकि अब इनके अपने राज्यसभा सांसद हरभजन सिंह ने सिख और हिंदू समुदाय के सदस्यों को अफगानिस्तान से भारत लाने की मांग की है।
हरभजन सिंह द्वारा गत दिवस राज्यसभा में दिए गए बयान कि भारत सरकार को अफगानी सिखों और हिंदुओं को भारत लाने हेतु प्रबंध करने चाहिए पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए, प्रदेश भाजपा महासचिव डॉ सुभाष शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार पहले ही अफगानिस्तान से अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों को भारत ला रही है। उन्होंने कहा कि वहां स्थित गुरुद्वारा साहिब पर हुए हमले के बाद श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के पावन स्वरूपों को श्रद्धापूर्वक भारत लाया गया है।
उन्होंने कहा कि यह सब सीएए लाने के बाद ही मुमकिन हो पाया है, जिसका केजरीवाल, मान और अन्य आप नेताओं द्वारा जोरदार विरोध किया गया था। उन्होंने कहा कि आपके द्वारा अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों को अफगानिस्तान से भारत लाए जाने की मांग करना अच्छी बात है, लेकिन क्या केजरीवाल और मान को सीएए लाए जाने के बाद उसका विरोध करने और बदनाम करने के लिए देश से माफी नहीं मांगनी चाहिए?
डॉ शर्मा ने कहा कि अफगानिस्तान के साथ-साथ पाकिस्तान से भी सिख और हिंदू समुदाय के सदस्यों को योजनाबद्ध तरीके से भारत लाए जाने के बाद सीएए को लेकर भाजपा का पक्ष आज साबित हो गया है। उन्होंने कहा कि सीएए के बगैर ऐसे हिंसा के पीड़ितों को ना तो भारत में दोबारा बसाया जा सकता था और ना ही उन्हें भारतीय नागरिकता दी जा सकती थी।