पंजाब का भला सिर्फ और सिर्फ अकाली-बसपा गठबंधन ही कर सकता हैः सुखबीर सिंह बादल
– चन्नी रबर स्टांप और पंजाब के लोगों को ऐसा सीएम नहीं चाहिए जो अपनी मर्जी से चपरासी भी ना लगा सकता होः रणधीर सिंह बेनीवाल
जालंधर, 9 अक्तूबरः
बसपा ने साहिब कांशी राम जी का परिनिर्वाण दिवस रखा और आज के ही दिन कांग्रेस में फिर से चाल चली और कांग्रेस ने किसानों का चेहरा आगे करते हुए, किसानों में जो कांग्रेस के हिमायत करने वाले लोग हैं, उन्होंने गांव की गलियों में खड़े होकर, गांव गांव में ट्राली या लगाकर सड़कों पर बड़े ना कर लगवा कर बसपा वर्करों के रास्ते में रूकावट पैदा की और आज कांग्रेस द्वारा किए इस हमले का बसपा स्वागत करती है। कांग्रेस बस समय का इंतजार करे और बहुजन समाज पार्टी इसका माकूल जवाब देगी। कांग्रेस को पिछले ढाई सालों से बहुजन समाज पार्टी ने परेशान करके रखा है और बसपा कांग्रेस पार्टी के साथ यह वायदा करती है कि कांग्रेस की चीखें यदि इटली तक ना पहुंचाईं तो हमारा भी नाम बदल दिया जाए। यह विचार बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जसवीर सिंह गढ़ी ने जालंधर में आयोजित भूल सुधार रैली के दौरान हजारों की संख्या में पहुंचे बसपा और अकाली दल के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहे। सरदार गढ़ी ने कहा कि कांग्रेस का दिमाग खराब हो चुका है और और उसका सबसे बड़ा कारण यही है कि बहुजन समाज पार्टी ने बीते ढाई सालों से कांग्रेस को पूरी तरह से परेशान करके रखा हुआ है। उन्होंने कहा कि बहुजन समाज पार्टी को श्री आनंदपुर साहिब और श्री चमकौर साहिब सीट मिलने से कांग्रेसियों ने बसपा को गाली गलौज की, कांग्रेस के पूर्व विधायक अजीत इंदर सिंह मोफर ने तो हद ही पार कर दी और दो बड़ी जातियों का नाम लेकर गाली-गलौज की और सीधे तौर पर गालियां दी है। उन्होंने कहा कि बहुजन समाज पार्टी यह कहती है कि, आजादी के 74 सालों में कांग्रेस को एससी की याद क्यों नहीं आई, अब भी कांग्रेस को इसलिए याद आ रही है क्योंकि बसपा और अकाली दल का गठबंधन चंडीगढ़ के तख्त की तरफ तेजी से बढ़ रहा है। सरदार गढ़ी ने कहा कि बसपा जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है कांग्रेस के साथ-साथ केजरीवाल भी खूब परेशान हो रहा है। केजरीवाल पर शब्दी हमला करते हुए सरदार गढ़ी ने कहा कि बाबा साहेब तेरा मिशन अधूरा, मान्यवर साहब कांशीराम जी करेंगे पूरा लेकिन केजरीवाल उस नारे पर अपनी टोपी डालकर घर-घर कैलेंडर बांटने लगा हुआ है। सरदार गढ़ी ने कहा कि बहन कुमारी मायावती जी ने 25 फ़ीसदी टेंडर एससी, 25 फ़ीसदी पिछड़े वर्गों और बाकी 50 फ़ीसदी जनरल भाईचारे को दिए और केजरीवाल पहले इस बात को पूरा करके दिखाएं।
इस दौरान बसपा पंजाब के इंचार्ज रणधीर सिंह बेनीवाल ने अपने संबोधन में बोलते हुए कहा कि कांग्रेस ने पंजाब में एससी मुख्यमंत्री तो लगा दिया लेकिन उसको कोई पावर नहीं दी। उन्होंने कहा कि चन्नी सिर्फ रबड़ की मोहर है और इस बात से ही मिल जाता है कि चन्नी अपनी मर्जी से कोई चपरासी भी नहीं लगा सकते। उन्होंने कहा कि पंजाब के लोगों को रबड़ की मोहर वाला मुख्यमंत्री नहीं बल्कि पंजाब के एससी भाईचारे को उनके पक्ष में और उनको अधिकार दिलाने के फैसले लेने वाला सुखबीर सिंह बादल जैसा मुख्यमंत्री चाहिए।
शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आज घोषणा की है कि शिअद-बसपा गठबंधन के 2022 में सरकार बनने के बाद कांशीराम पेंडू विकास योजना लागू करेगा , जिसके तहत पचास फीसदी अनुसूचित जाति के आबादी वाले सभी गांवों को विकास कार्यों के लिए 50 लाख की विशेष ग्रांट दी जाएगी। अकाली दल अध्यक्ष ने एक बाबू कांशीराम की पंद्रहवी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देते हुए एक विशाल रैली को संबोधित करते हुए कहा कि यह योजना अनुसूचित जाति की आबादी के लिए वरदान के रूप में काम करेगी , क्योंकि विशेष अनुदान से गांवों में स्ट्रीट लाईट और फूटपाथ के अलावा पानी और जल निकासी प्रोजेक्टों में तेजी आएगी। उन्होने कहा कि ‘‘इन गांवों को आदर्श गांवों में बदलने की दिशा में आगे बढ़ावा देने वाला कदम होगा’’। सरदार सुखबीर सिंह बादल ने यह भी घोषणा की कि शिअद-बसपा गठबंधन डाॅ. बी आर अंबेडकर के नाम पर दोआबा क्षेत्र में एक विश्वविद्यालय के अलावा बाबू कांशी राम की याद में जिला स्तरीय मेडिकल काॅलेज और मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है। ‘‘ हम अनुसूचित जाति और पिछड़े वर्ग के समुदाय के बीच गरीब वर्गों के पांच लाख घरों को पांच लाख वितरण करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। दोनों समुदायों को हर साल एक एक लाख घर दिए जाएंगें। हम अनुसूचित जाति और बी. सी दोनों समुदायों के विकास को पूरा करने के लिए अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग विभाग को दो भागों में बांट देंगें’’।सरदार बादल ने बाबू कांशीराम को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि बहुजन नेता ने पूरे देश में समाज के दबे तथा कुचले वर्ग को जागृत किया था। उन्होने कहा कि शिरोमणी अकाली दल ने 1996 में बसपा के साथ गठबंधन किया था और पंजाब में लोकसभा चुनाव में तेरह में से ग्यारह सीटें जीतकर गठबंधन से सीटें जीती थी। उन्होने जोर देकर कहा ,‘‘ 2022 में दोबारा से फिर से इसी तरह की जीत को दोहराया जाएगा’’।
इस अवसर पर पूर्व मंत्री डॉ दलजीत सिंह चीमा, पूर्व मंत्री सोहन सिंह ठंडल, विधायक गुरप्रताप सिंह वडाला, विधायक पवन कुमार टीनू, विधायक डॉक्टर सुखविंदर कुमार सुक्खी, विधायक बलदेव सिंह खैहरा, बसपा के महासचिव और नवाशहर के इंचार्ज डॉ नच्छतरपाल, बसपा के महासचिव अजीत सिंह भैणी, बसपा के महासचिव गुरलाल सैला, बसपा के करतारपुर के इंचार्ज बलविंदर कुमार, होशियारपुर के इंचार्ज वरिंदर परहार, शामचौरासी के इंचार्ज इंजीनियर महेंद्र सिंह, टांडा से इंचार्ज लखविंदर सिंह लक्खी गिल्जियां, दसूहा से इंचार्ज सुशील कुमार पिंकी शर्मा, जालंधर वेस्ट से इंचार्ज अनिल कुमार डीएम, बस्सी पठाना से इंचार्ज एडवोकेट शिव कल्याण, अकाली नेता गुरबचन सिंह बब्बेहाली, पूर्व विधायक जगबीर सिंह बराड़, पूर्व मेंबर पार्लियामेंट वरिंदर सिंह बाजवा, चंदन ग्रेवाल, सेठ सतपाल मल्ल, जरनैल सिंह वाहद, एसजीपीसी मेंबर सरवण सिंह कुलार, गुरबख्श सिंह शेरगिल व अन्य बड़े नेता उपस्थित रहे। रैली के दौरान बीबा मनजीत मनी और बलविंदर बिट्टू सहित अन्य मिशनरी कलाकारों की ओर से बाबा साहेब के जीवन पर आधारित गीत प्रस्तुत किए गए।

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