कैबिनेट मंत्री तृप्त बाजवा द्वारा कोरोनावायरस की मौजूदा स्थिति के मद्देनजऱ एक महीने का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में देने का फैसला

कोरोनावायरस की मौजूदा स्थिति से निपटने के लिए औद्योगिक, सामाजिक और धार्मिक नेताओं को मदद की अपील
कोरोना के खतरे को गंभीरता से लें और हर संभव एहतियात बरतें
चंडीगढ़, 23 मार्च:
पंजाब के ग्रामीण विकास, उच्च शिक्षा और पशु पालन, डेयरी विकास और मछली पालन मंत्री स. तृप्त राजिन्दर सिंह बाजवा ने कोरोनावायरस के कारण पैदा हुई स्थिति से निपटने और लोगों की मदद के लिए एक महीने का अपना वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में देने का फ़ैसला किया है।
आज यहाँ जारी बयान में स. तृप्त बाजवा ने कहा कि दुनिया भर में कोरोनावायरस के कारण पैदा हुई स्थिति के कारण राज्य के लोगों को भी 31 मार्च तक घरों में रहने के लिए कहा गया है। जिस कारण गरीब लोगों के रोजग़ार पर बुरा प्रभाव पडऩे की संभावना है और उनके पास खाने पीने की वस्तुओं की भी कमी हो सकती है। उन्होंने इस मौके पर औद्योगिक घरानों, सामाजिक और धार्मिक शख्सियतों से अपील की है कि इस संकट की घड़ी में लोगों की हर संभव मदद के लिए आगे आएं।
स. बाजवा ने लोगों से भी अपील की है कि इस संकट की घड़ी में सरकार द्वारा लोगों को इस आपात स्थिति से बचाने के लिए उठाए जा रहे हर कदम का पूर्ण रूप से सहयोग करें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस मौके पर घबराने की ज़रूरत नहीं बल्कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोनावायरस से बचाव के लिए जारी की गई सभी हिदायतों का यथावत पालन करना यकीनी बनाएं।
उन्होंने साथ ही आशा जताई कि संकट की घड़ी में हमेशा अग्रणी भूमिका निभाने वाले पंजाबी इस लड़ाई में भी सबसे आगे होकर लड़ाई लड़ेंगे और इस महामारी को अपने हौसले और दृढ़ता से मात देंगे।