इंडस्ट्री का नामो-निशान मिटा देंगे कैप्टन सरकार के तुग़लकी फरमान -अमन अरोड़ा

इंडस्ट्री का नामो-निशान मिटा देंगे कैप्टन सरकार के तुग़लकी फरमान -अमन अरोड़ा
‘आप’ ने शाम 6 से 10 बजे तक थोपे 2 रुपए प्रति यूनिट पीक लोड तुरंत वापस लेने की मांग की 

चंडीगढ़, 30 जुलाई 2020
पंजाब सरकार की ओर से प्रदेश की इंडस्ट्री पर शाम 6 बजे से लेकर रात 10 बजे तक पीक लोड शुल्क के नाम पर प्रति यूनिट 2 रुपए महंगी बिजली के फैसले को तुरंत वापस लेने की मांग करते आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने इस को तुगलकी फरमान कहा है।
पार्टी हैडक्वाटर से जारी संयुक्त बयान के द्वारा पार्टी के सीनियर नेता और विधायक अमन अरोड़ा, बिजली मोर्चा के इंचार्ज और विधायक मीत हेयर और व्यापार विंग की प्रदेश प्रधान मैडम नीना मित्तल ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण पहले ही अनेकों चुनौतियों का सामना कर रही उद्योग के बारे में कांग्रेस की सरकार इतनी दुष्ट क्यूं हो गई है। अमन अरोड़ा ने कहा कि कैप्टन ऐसे फरमान जारी करके पंजाब से इंडस्ट्री का नामो निशान मिटाना चाहती है, क्योंकि कैप्टन सरकार ने अपने चुनाव मैनीफैस्टो में इंडस्ट्री को 5 रुपए प्रति यूनिट बिजली देने का वायदा किया था परंतु यह वायदे पूरा न करके कैप्टन सरकार इंडस्ट्री से 9 से 10 रुपए प्रति यूनिट बिजली ले रही थी और जो हाल ही फरमान जारी किया है इस मुताबिक इंडस्ट्री को करीब 11 से 12 रुपए प्रति यूनिट बिजली पड़ेगी।
अमन अरोड़ा ने कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने एक लेख लिखा था जिस में उन्होंने कहा कि मैं अपने चुनाव मैनीफैस्टो में जितने भी वायदे किए थे वह पूरे कर दिए हैं, यह सरासर झूठ है। अमन अरोड़ा ने कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने एक ही वायदा पंजाब की इंडस्ट्री के साथ किया था कि इंडस्ट्री को 5 रुपए प्रति यूनिट फिक्सड चार्ज की सुविधा दी जाएगी, परंतु अफसोस कैप्टन सरकार के साढ़े तीन साल बीत जाने के बावजूद भी इंडस्ट्रिरयों को 5 रुपए प्रति यूनिट तो क्या देना था उन पर ओर बोझ बढ़ाते हुए 9 से 10 रुपए प्रति यूनिट बिजली दी जा रही है। जिस कारण आज हलात ऐसे बन गए हैं कि पंजाब में से इंडस्ट्रिरयां दूसरे राज्यों में जा कर अपना कारोबार शुरू कर रही हैं।
मीत हेयर ने कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कोरोना महामारी के दौरान इंडस्ट्री वर्ग के साथ वायदा किया कि 300 करोड़ रुपए का एक रिलीफ पैकेज, जिस में एमएस (माध्यमिक स्केल और लार्ज स्केल) के जो भी फिक्सड खर्च किए थे उनको माफ कर दिया जाएगा, परंतु जिस तरह कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह अपनी आदत से मजबूर हैं वह इस वायदे से भी पलट गई और 300 करोड़ रुपए का बोझ पंजाब की इंडस्ट्री पर पड़ गया।
नीना मित्तल ने कहा कि यहीं बस नहीं कैप्टन सरकार ने 20 हजार रुपए का फायर सैस नाम का एक ओर टैकस इंडस्ट्री पर लगा दिया है जो इंडस्ट्री को हर साल देना पड़ेगा। कैप्टन अमरिन्दर सिंह इंडस्ट्री विरोधी फैसले लेकर इंडस्ट्री वर्ग को बर्बादी के रास्ते की ओर ले जा रही हैं, जो पंजाब के लिए बहुत बड़ी घातक सिद्ध हो सकती है।
‘आप’ नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने यह तुगलकी फरमान वापिस न लिया तो ‘आप’ प्रदेश स्तरीय रोष प्रदर्शन करेगी।