• किसान विरोधी हैं कैप्टन अमरिंदर : विनीत जोशी

Vineet Joshi BJP Punjab Leader
• किसानों से किया एक भी बड़ा चुनावी वायदा, चार सालों में पूरा नहीं किया
• वायदे अनुसार पूर्ण कर्जा माफ नहीं किया
• वायदे अनुसार कुदरती आपदा 20 हजार प्रति एकड़ मुआवजा नहीं दिया
• चार साल में 1232 खुदखुशी करने वाले किसानों के परिवार को 10 लाख मुआवजा व नौकरी नहीं दी
• वायदे अनुसार डायरेक्ट इंकम सपोर्ट नहीं दी
• किसान पैनशन स्कीम शुरू नहीं की
चंडीगढ़, 17 मार्च (   )- बीते कल 16 मार्च को पंजाब में कैप्टन अमरिंदर की सरकार के चार साल पूरे हो गए। इन चार सालों में चुनावी वायदे पूरे करने के नाम पर पंजाब के हर वर्ग को धोखा दिया गया। पर आज जब पंजाब की कांग्रेस सरकार अपनी चुनावी वायदों पूरा करने की विफलता छुपाने हेतु, केंद्र के तीन कृषि कानूनों पर पंजाब के भोले भाले किसानों को गुमराह कर, भड़का कर, दिल्ली के दरवाजे पर आंदोलन हेतु बिठा दिया है। उस समय कांग्रेस के मुखमंत्री कैप्टन अमरिंदर का दोहरा चेहरा बे-नकाब करने के लिए, चार साल पहले किसानों की हर हाल में वोट पाने हेतु किए गए लुभावनी चुनावी वायदे, जो कि  अब तक पूरे नहीं किए गए, को याद करवाना जरूरी हो गया है।

मुखमंत्री पंजाब कैप्टन अमरिंदर अपनी चार साल की उपलब्धियां गिनने के लिए 18 तारीख को की जाने वाली प्रेस प्रेस कानफ्रेस में इन प्रश्नों का भी जवाब दें

कैप्टन साहब जवाब दो कि आपने अपने चुनावी वायदे अनुसार –

1. क्या पहली कैबिनेट मीटिंग में किसानों का पूर्ण कर्ज माफ किया, चाहे वह बैंक का हो, आड़ती का हो, साहूकार का या किसी तरह का भी किसानी कर्ज ?
2. क्या आपके चार साल के राज में खुदखुशी करने वाले 1232 किसानों के परिवारों को 10 लाख रुपए मुआवजा व घर में एक मेंबर को सरकारी नौकरी दी?
3. क्या कुदरती कहर से हुए नुकसान का मुआवजा 20 हजार रूपए प्रति एकड़ दिया ?
4. क्या किसान पैनशन स्कीम शुरू की ?
5. क्या खेती बीमा हेतु पंजाब स्टेट ऐग्रिकल्चर इन्श्योरेन्स कार्पोरैशन बनाई ?
6. क्या पाँच एकड़ से कम जमीन के मालिक किसानों व भूमिहिन परिवारों के एक व्यक्ति को तनखाह के साथ लाभदायक रोजगार मूहिया करवाया ?
7. क्या किसानों की कम से कम आमदन (प्रति एकड़) पुख्ता की ?
8. क्या किसानों की डायरेक्ट इंकम सपोर्ट सरकार देगी?
9. क्या कुदरती आपदा में हुई फसल बर्बादी के लिए जमीन मालिक किसानों के साथ साथ खेती मजदूरों को भी उचित मुआवजा दिया?

– दिल्ली के बॉर्डर पर बैठे पंजाब के किसान संगठन जागें ओर ऊपर लिखे प्रश्नों का जवाब किसान विरोधी कैप्टन अमरिंदेर से लें।