केंद्र को सिंधू जल प्रणाली से पानी के बंटवारे का फैसला करते समय पंजाब के साथ किए गए ऐतिहासिक अन्याय को दुरूस्त करना चाहिए: शिरोमणी अकाली दल

जल अधिकार पर उमर अबदुल्ला का दावा हैरान करने वाला: डाॅ. दलजीत सिंह चीमा

चंडीगढ़, 20 जून 2025

शिरोमणी अकाली दल ने आज जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अबदुल्ला के उस बयान पर हैरानी व्यक्त की जिसमें उन्होने दावा किया कि सिंधु जल प्रणाली पर उनके राज्य का  जल पर पूरा अधिकार है और तत्कालीन इंदिरा  गांधी सरकार द्वारा किए गए जल वितरण के फैसले के लिए केंद्र सरकार से पंजाब के साथ किए गए ऐतिहासिक अन्याय को दूर करने का आग्रह किया है।

यहां एक प्रेस बयान जारी करते समय पूर्व मंत्री और वरिष्ठ अकाली नेता डाॅ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि यह ऐतिहासिक तथ्य है कि तत्कालीन इंदिरा गांधी सरकार ने नदी के पानी का एक बड़ा हिस्सा गैर-तटीय राज्य राजस्थान को देकर पंजाब के साथ बहुत बड़ा अन्याय किया था। उन्होने कहा कि हर बार सबसे ज्यादा नुकसान पंजाब को ही उठाना पड़ता है क्योंकि इससे इसकी नदियों का पानी छीन लिया जाता है।

डाॅ. चीमा ने कहा कि उमर अबदुल्ला जो मांग कर रहे हैं वह पंजाब के साथ अन्याय करने की एक और कोशिश है। उन्होने कहा कि देश के अन्न भंडार को भरने के लिए पंजाब ने अपनी धरनी का पानी खो दिया, जो अब खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है। उन्होने कहा कि नदियों में पानी की मात्रा काफी कम हो गई है। उन्होने कहा कि पंजाब के किसानों ने देश के अनाज की जरूरतों को पूरा करने के लिए भारी कर्जा लिया हुआ है।

सिंधू जल संधि को स्थगित रखने की केंद्र सरकार की घोषणा का स्वागत करते हुए डाॅ. चीमाने कहा कि इस फैसले से केंद्र को तत्कालीन इंदिरा गांधी द्वारा पंजाब के साथ किए गए अन्याय को सुधारने का ऐतिहासिक अवसर मिला है इसीलिए इसकी भरपाई सिंधु जल परियोजना से अतिरिक्त पानी देकर इसकी भरपाई की जानी चाहिए।

वरिष्ठ अकाली नेता ने उमर अबदुल्ला से इस तरह के खतरनाक बयान देने से पहले पंजाब और देश के अन्य राज्यों के किसानों की जरूरतों को ध्यान में रखने का आग्रह किया। उन्होने उम्मीद जताई कि केंद्र सरकार उमर अबदुल्ला की मांग पर ध्यान न देकर पंजाब  के साथ न्याय सुनिश्चित करेगी।