मुख्यमंत्री की ओर से लोगों को बाबा बन्दा सिंह बहादुर की शिक्षाओं पर चलने का आह्वान

पंजाब विधान सभा में महान सिख योद्धा को श्रद्धांजलि भेंट की

चंडीगढ़, 25 जून:  

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज लोगों को महान सिख योद्धा बाबा बन्दा सिंह बहादुर की शिक्षाओं पर चलने का आह्वान किया, जोकि इस महान नायक को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

इस महान योद्धा के शहीदी दिवस पर आज पंजाब विधान सभा में श्रद्धा-सुमन भेंट करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा बन्दा सिंह बहादुर के महान बलिदान ने साल 1709 में पहले सिख राज की स्थापना की नींव रखी थी। उन्होंने कहा कि बाबा बन्दा सिंह बहादुर ने श्री गुरु नानक देव जी और श्री गुरु गोबिन्द सिंह जी के नाम पर यादगारी सिक्के भी जारी किए।

भगवंत मान ने कहा कि बाबा बन्दा सिंह बहादुर समाज के दबे-कुचले वर्गों ख़ासकर किसानों के सच्चे मुदई थे, जिन्होंने ज़मींदारी प्रथा को ख़त्म करते हुए किसानों को उनके मालिकाना हक दिए।

बाबा बन्दा सिंह बहादुर के महान फलसफे से प्रेरणा लेते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार गरीब और किसान हितैषी पहल करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे उनके जीवन में सुधार लाया जा सके।

भगवंत मान ने कहा कि उन्होंने श्री गुरु गोबिन्द सिंह जी के चार साहिबज़ादों और माता जी की शहादत के साथ-साथ हज़ारों बेगुनाहों के हत्याकांड का बदला लेने के लिए मुग़ल गवर्नर वज़ीर ख़ान को हराया था। उन्होंने लोगों को बाबा बन्दा सिंह बहादुर की विचारधारा को अपनाने का आह्वान किया, जिन्होंने गुरू गोबिन्द सिंह जी के श्रद्धावान सिख के रूप में अपना जीवन समाज के दबे-कुचले वर्गों के हकों की रक्षा के लिए समर्पित कर दिया।

इस मौके पर पंजाब विधान सभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने भी बाबा बन्दा सिंह बहादुर को श्रद्धांजलि भेंट की। उन्होंने बाबा बन्दा सिंह बहादुर जी की बहादुरी और महान बलिदानों को याद किया।

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