
-डीएपी खाद की कमी का रबी की फसलों पर पड़ रहा है बुरा असर
-आपसी खींचतान के कारण लोक और किसानी जरूरतों पर ध्यान नहीं दे रही चन्नी सरकार
-मोदी सरकार पर बदले की भावना के साथ पंजाब के अन्नदाता को तंग करने का लगाया आरोप
चंडीगढ़, 30 अक्तूबर 2021
पंजाब में डीएपी खाद की भारी कमी होने पर आम आदमी पार्टी (आप) ने गहरी चिंता जताते हुए कहा कि खाद की कमी के कारण रबी की फसलें, विशेषकर गेहूं की बिजाई पर बहुत बुरा असर पड़ेगा। इस कारण प्रदेश और किसानों को भारी आर्थिक नुकसान होगा। डीएपी की कमी के लिए नरेंद्र मोदी सरकार और चन्नी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए `आप’ पंजाब के किसान विंग के प्रदेशाध्यक्ष एवं विधायक कुलतार सिंह संधवां ने आरोप लगाया कि खाद की कमी के कारण कालाबाजारी बढ़ गई है और किसानों से आर्थिक लूट भी शुरू हो गई है।
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पार्टी मुख्यालय से शनिवार को जारी बयान में विधायक कुलतार सिंह संधवां ने कहा कि समूचे पंजाब में डीएपी खाद की कमी पाई जा रही है, क्योंकि पंजाब में रबी की फसल की बुवाई के लिए 5.5 लाख टन डीएपी की आवश्यकता है। लेकिन केंद्र की भारतीय जनता पार्टी की सरकार एक साजिश के तहत पंजाब को डीएपी की सप्लाई नहीं दे रही। उन्होंने कहा कि डीएपी खाद की कमी के कारण न केवल गेहूं बल्कि रबी की सभी फसलों गन्ना, आलू, जौ, सब्जियां और पशुओं के चारे आदि पर बुरा असर पड़ना स्वाभाविक है। क्योंकि धान की कटाई के तुरंत बाद इन फसलों की बुवाई की जाती है, जिनके लिए डीएपी खाद की अधिक आवश्यकता होती है।
संधवां ने कहा कि रबी की फसलों की बुवाई के लिए डीएपी खाद का प्रबंध करना नरेंद्र मोदी और चन्नी सरकार की जिम्मेदारी थी, लेकिन ऐसा लगता है कि डीएपी खाद की समयानुसार आवश्यक सप्लाई न देकर जहां मोदी सरकार पंजाब और पंजाब के किसानों से रंजिश निकाल रही है, वहीं पंजाब सरकार की लापरवाही भी जगजाहिर हो गई है। जिसने डीएपी की पूर्ति के लिए केंद्र से समयानुसार तालमेल नहीं किया, जबकि मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री को इस संबंध में केंद्रीय मंत्री और प्रधानमंत्री तक को मिलना चाहिए था। लेकिन चन्नी सरकार को किसानों के बजाय कांग्रेस के दिल्ली दरबार में चक्कर काटने से ही फुर्सत नहीं मिल रही। उन्होंने आशंका जताई कि पंजाब में गेहूं की बुवाई खराब करने की साजिश के तहत डीएपी खाद की किल्लत पैदा की जा रही है, क्योंकि बुवाई का समय सिर पर होने के बावजूद पंजाब को आवश्यक खाद नहीं मिल रही।
`आप’ नेता का कहना है कि मोदी सरकार बदले की भावना के साथ पंजाब के अन्नदाता को निशाना बना रही है, ताकि पंजाब के किसानों को मोदी सरकार के काले कृषि कानून कानूनों के खिलाफ झंडा बुलंद करने की सजा दी जा सके। इसी तरह चन्नी सरकार की आलोचना करते हुए संधवां ने कहा कि पंजाब सरकार आपसी लड़ाई के चलते लोकहित और किसानी (कृषि) की जरूरतों की पूर्ति करने में लगातार विफल साबित हो रही है।
विधायक कुलतार सिंह संधवां ने बताया कि डीएपी खाद की कमी के कारण किसानों से लूट भी शुरू हो गई है। खाद का जो एक कट्टा 1200 रुपये की दर पर बाजार में बेचा जाता था, किसानों को वही कट्टा अब 1400 रुपये में खरीदने को मजबूर होना पड़ रहा है। संधवां ने केंद्र सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द पंजाब को डीएपी खाद की आवश्यक सप्लाई दी जाए, ताकि प्रदेश में रबी की फसलों की समयानुसार बुवाई हो सके।

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