कांग्रेसी नेता अपनी राजनीति चमकाने के लिए टीकाकरण कैंप लगाने का कर रहे हैं नाटक

Harpal Singh Cheema aap Leader LoP

सेहत विभाग के नियमों की उल्लंघना कर टीकाकरण कैंप लगा कर लोगों की जान के साथ खिलवाड़ करना बंद करे कांग्रेसी-हरपाल सिंह चीमा

 मुख्यमंत्री की फोटो वाले राशनों के थैले और अन्य सामग्री कांग्रेसियों ने अपने कब्जे में ही रखी

चंडीगढ़, 14 मई

आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के सीनियर नेता और पंजाब विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि सत्ताधारी कांग्रेसी नेताओं द्वारा कोरोना से बचाव के नाम पर विभिन्न स्थानों पर सेहत विभाग के नियमों की उल्लंघना करके टीकाकरण कैंप लगा कर लोगों की जान से खिलवाड़ करना बंद करे।
शुक्रवार को जारी एक बयान के द्वारा हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि महामारी के दौरान लोगों की मदद करना कोई गुनाह नहीं है, परन्तु टीकाकरण जैसा महान काम सेहत विभाग की हिदायतों के अनुसार और विभाग के मुलाज़िमों की ओर से ही किया जाना चाहिए। प्रदेश में कुछ कांग्रेसी नेताओं की ओर से अलग अलग स्थानों पर लोगों को कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण के कैंप लगाए जा रहे हैं, परन्तु इन कैंपों के दौरान सेहत विभाग की हिदायतों की पालना बिल्कुल भी नहीं की जाती है, बल्कि टीकाकरण कैंप के दौरान कांग्रेसियों का भाई भतीजावाद ही आगे होता है।
हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि पंजाब में कोरोना महामारी के कारण हलात बद से बदतर हो रहे हैं, जिसके लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार जिम्मेदार है। आज प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में डाक्टरों, नर्सों, पैरा मेडिकल स्टाफ की कमी के साथ साथ जीवन रक्षक उपकरणों, ऑक्सीजन गैस और दवाओं की भी भारी कमी बनी हुई है, परन्तु दूसरी ओर कांग्रेसी नेता अपनी राजनीति चमकाने के लिए टीकाकरण के कैंप लगाने का नाटक कर रहे हैं, क्योंकि इन कैंपों के दौरान आम लोगों की जगह नेताओं के अपने रिश्तेदार को ही टीके लगाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि वास्तव में कांग्रेसी नेताओं को जमाखोरी की आदत पड़ गई है। पिछले साल कोरोना की पहली लहर के समय कांग्रेसियों ने मुख्यमंत्री की फोटो वाले राशनों के थैले और अन्य सामग्री अपने कब्जे में ही रखी है, जो जरूरतमंद परिवार तक पहुंची ही नहीं। चीमा ने कहा कि कोरोना से बचाव वाली दवाएं और राशन आदि कांग्रेसी नेताओं को अपने ढंग से बांटने से गुरेज़ करना चाहिए।
चीमा ने कहा कि पिछले साल की कोरोना लहर से सरकार और कांग्रेसियों को सबक लेना चाहिए और इस महामारी के मुकाबले के लिए सेहत विभाग, सिविल सप्लाई विभाग व अन्य विभागों के मुलाज़िमों को निष्पक्ष ढंग के साथ काम करने देना चाहिए।