कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, मृत्यु दर भी बढ़ रहा है, लेकिन कैप्टन अपने प्रचार में व्यस्त हैं

कोविड-19 से निपटने के लिए स्वास्थ्य व्यवस्था विकसित करने में कैप्टन सरकार पूरी तरह विफल – सर्वजीत कौर माणुंके

राज्य में वैक्सीन की कमी के कारण लोग हो रहे परेशान 

प्रचार करने के बजाय, सरकार अगर अस्पतालों की संरचना और कर्मचारियों की कमी दूर करने पर काम की होती तो आज कोरोना से जंग जीत ली होती

 कैप्टन अमरिंदर सिंह को दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार से सीखना चाहिए कि कोरोना से निपटने की तैयारी कैसे की जाती है? 

चंडीगढ़, 21 अप्रैल , 2021 

राज्य में कोविड -19 के बढ़ते प्रकोप और पंजाब सरकार की खराब और अपर्याप्त व्यवस्था को आम आदमी पार्टी के विधायक और पंजाब विधानसभा में विपक्ष के उपनेता, सर्वजीत कौर माणुंके ने कैप्टन सरकार की नाकामी करार दिया। बुधवार को यहां पार्टी मुख्यालय से जारी एक बयान में माणुंके ने कहा कि पंजाब में स्वास्थ्य सुविधाओं और बुनियादी ढांचे के लिए पिछले एक साल में सत्तारूढ़ कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने कुछ भी नहीं किया। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार पिछले एक साल से  कोरोना से निपटने के लिए बहुत ढीला ढाला कदम उठा रही है, जिसके कारण पंजाब के लोग आज भी इस बीमारी से पीड़ित हैं।

माणुंके ने कहा कि राज्य में सबसे अधिक मामले होने के बावजूद, कैप्टन अमरिंदर सिंह इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं । वे अपने फार्महाउस में आराम कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि कोविड के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और मृत्यु दर भी बढ़ रही है, लेकिन कैप्टन अपना प्रचार करने में व्यस्त हैं। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को को अपने शाही फार्महाउस से बाहर आना चाहिए और पर्याप्त व्यवस्था और सुविधाओं के अभाव में अस्पतालों में इस बीमारी से पीड़ित लोगों की दुर्दशा देखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि एक तरफ, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने कैबिनेट मंत्री के साथ अस्पतालों का दौरा कर रहे है एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे हैं और लोगों को सहायता प्रदान कर रहे हैं। दूसरी तरफ पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह अपने शाही फार्महाउस से नहीं निकल रहे हैं।

माणुंके ने कहा कि पंजाब में कोविड -19 मामलों के बढ़ते प्रकोप ने राज्य भर के अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति पर भी चिंता पैदा कर दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य के कई सरकारी अस्पतालों में वेंटिलेटर भी नहीं हैं और कैप्टन सरकार ने अपने चार साल से अधिक के कार्यकाल में राज्य में कोई भी उच्च दर्जे का अस्पताल स्थापित नहीं किया है। उन्होंने आगे कहा कि पंजाब के लोगों से झूठे वादे करने के बजाय कैप्टन अमरिंदर सिंह को जमीनी स्तर पर सुविधाएं देनी चाहिए। राज्य के अस्पतालों में कोविड के टीके और दवाओं की भी भारी कमी है, जिसके कारण डॉक्टरों और लोगों दोनों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था। वैक्सीन की कमी और अपर्याप्त चिकित्सा व्यवस्था के कारण राज्य के लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। लोग कोविड-19 के टीके की दूसरी खुराक के लिए खाली हाथ लौट रहे है।

उन्होंने कहा कि कोरोना पीड़ितों को एक जगह से दूसरी जगह भटकने के लिए मजबूर किया जा रहा है लेकिन पंजाब सरकार अभी भी इसकी उपेक्षा कर रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार अपने कार्यक्रम ‘मिशन फतेह’ का जश्न मनाने में व्यस्त रही, लेकिन जमीन पर कुछ भी करने में नाकाम रही। उन्होंने कहा, कि अगर सरकार विज्ञापनों के जरिए खुद को महिमामंडित करने के बजाय कर्मचारियों की कमी को दूर करती, तो कोरोना के खिलाफ युद्ध जीता जा सकता था। माणुंके ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को दिल्ली कि अरविंद केजरीवाल सरकार से सीखना चाहिए कि इस तरह की महामारी से निपटने के लिए स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को कैसे सुधारा जाता है।