पंजाब में आने वाले दिनों में और वैक्सीन आएंगी; चिकित्सा सुविधाओं के पक्ष से पंजाब समर्थ
चंडीगढ़, 16 मई:
पंजाब की मुख्य सचिव श्रीमती विनी महाजन ने मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों पर तुरंत कार्यवाही करते हुए पंजाब के गाँव-वासियों से अपील की है कि कोरोना के टेस्ट करवाने और टीकाकरण के लिए लोग स्वयं आगे आएं। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने निर्देश दिए हैं कि गाँवों के लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक करने के लिए विशेष मुहिम जल्द चलाई जाए।
गाँवों में कोरोना के बढ़ रहे मामलों और मौतों पर चिंता ज़ाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि हालाँकि गाँवों के लोगों को जागरूक करने के लिए जि़ला अधिकारियों और विभिन्न विभागों की टीमों द्वारा पूरी मुस्तैदी के साथ काम किया जा रहा है परन्तु ज़्यादातर लोग सिफऱ् तब रिपोर्ट करते हैं जब उनकी हालत काफ़ी ज़्यादा बिगड़ जाती है।
उन्होंने कहा कि यदि कोरोना के शुरुआती लक्षणों जैसे कि खाँसी, ज़ुकाम या हल्का बुख़ार होने पर नज़दीकी अस्पताल में कोरोना टेस्ट करवा कर इलाज शुरू कर दिया जाए तो स्थिति ज़्यादा खऱाब नहीं होती।
रविवार को कोविड प्रबंधन और टीकाकरण सम्बन्धी एक ऑनलाइन रिव्यू मीटिंग के दौरान मुख्य सचिव ने बताया कि पंजाब सरकार की कोशिशों के स्वरूप आने वाले दिनों में कोरोना की रोकथाम के लिए टीकाकरण में भी तेज़ी आएगी, क्योंकि टीकों की एक और खेप पंजाब को मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि 31 मई तक पंजाब को कोवैक्सीन की 1.14 लाख और डोज़ मिल जाएंगी।
उन्होंने अपील की कि कोरोना बीमारी की रोकथाम के लिए योग्य व्यक्ति जल्द से जल्द टीका लगवाएं, ख़ास तौर पर गाँवों में रहने वाले टीका लगवाने में देर न करें, क्योंकि मौजूदा समय में गाँवों से काफ़ी ज़्यादा कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं।
उन्होंने जि़ला अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि हालाँकि राज्य को माँग की अपेक्षा कम टीके मिल रहे हैं परन्तु इसके बावजूद जितने भी मिल रहे हैं वह योग्य व्यक्तियों को समय पर लगाए जाएँ। उन्होंने कहा कि यह ध्यान रखा जाए कि टीकाकरण के समय पर भीड़ पर भी काबू रखा जाए। मुख्य सचिव ने ग़ैर-पंजीकृत कामगारों की पहचान करके उनका भी टीकाकरण करने की संभावनाएं तलाशने के लिए कहा।
मीटिंग के दौरान मुख्य सचिव को बताया गया कि जो उद्योग अपने कर्मचारियों के लिए टीका लगवाना चाहते हैं, वह सम्बन्धित जिलों के अधिकारित किए गए अधिकारी के साथ संपर्क कर सकते हैं। उद्योगों को कोवैक्सीन की डोज़ 430 रुपए प्रति डोज़ दी जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि कोई उद्योग अपने स्तर पर सरकार द्वारा मंज़ूरशुदा वैक्सीन मँगवानी चाहता है तो उसे इसके लिए प्रेरित किया जाए। उन्होंने कहा कि निजी अस्पतालों को भी प्रोत्साहित किया जाए कि वह वाजिब दाम पर टीके लगाएं। मुख्य सचिव ने सभी सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों को भी टीका लगवाने के लिए कहा।
मुख्य सचिव ने कहा कि ऑक्सीजन की माँग और पूर्ति के बीच के अंतर को भरने के लिए पंजाब सरकार हर तरह के यत्न कर रही है। देश के विभिन्न हिस्सों और विदेशों से भी ऑक्सीजन टैंकर मँगवाए जा रहे हैं। ऑक्सीजन की माँग, आपूर्ति और वितरण के लिए राज्य स्तर पर एक ऑक्सीजन कंट्रोल रूम दिन-रात चल रहा है।
उन्होंने कहा कि पंजाब के जिलों में विभिन्न स्थानों पर 4.71 करोड़ रुपए की लागत से 44 पीएसए (प्रेशर स्विंग ऐडज़ोर्पशन) प्लांट भी स्थापित किए जा रहे हैं। इसके अलावा जिलों को ज़रूरत के अनुसार ऑक्सीजन कंसेंट्रेटरों का वितरण भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द ऑक्सीजन कंसेंट्रेटरों की संख्या में वृद्धि होगी, क्योंकि बहुत सी समाज सेवीं संस्थाएं और नामी कंपनियाँ मदद के लिए आगे आई हैं।
उन्होंने जि़ला अधिकारियों को निर्देश दिए कि यदि किसी जि़ले के पास कोई भी मैडीकल उपकरण ख़ास तौर पर ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर नहीं चलता तो उसे हैडक्वाटर पर भेजा जाए, जिससे विशेषज्ञों द्वारा उसे ठीक करके ज़रूरतमन्दों तक पहुँचाया जा सके।
कोविड फ़तेह किटों की कमी बाबत मुख्य सचिव ने कहा कि आने वाले कुछ दिनों में काफ़ी संख्या में यह किटें आ जाएंगी और जि़ला अधिकारियों के द्वारा किटें ज़रूरतमन्दों तक पहुँचा दी जाएंगी। उन्होंने बताया कि कोविड अस्पतालों के लिए निर्विघ्न बिजली आपूर्ति के लिए पीएसपीसीएल को पहले ही निर्देश दिए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा स्थिति से निपटने के लिए पंजाब का मैडीकल ढाँचा पूरी तरह से मज़बूत है।
मीटिंग के दौरान डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बताया कि गाँवों में कोविड-19 सम्बन्धी जागरूकता फैलाने के लिए पुलिस द्वारा ठोस कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि रुरल् पुलिसिंग के द्वारा गाँवों के लोगों के साथ मिलकर गाँव-वासियों को टेस्ट करवाने के लिए और टीके लगवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि जरूरतमंद कोरोना मरीज़ों तक खाना पहुँचाया जा रहा है और बहुत से लोग स्वयं भी हेल्पलाइन पर फ़ोन करके मदद माँग रहे हैं। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों हेल्पलाइन पर 160 कॉल आईं और प्रत्येक को स्थानीय पुलिस द्वारा खाना पहुँचाया गया।
डीजीपी ने कहा कि कोरोना के फैलाव की रोकथाम के लिए पुलिस द्वारा कुछ सख़्ती ज़रूर बरती गई है परन्तु निचले स्तर पर यह निर्देश भी पहुँचाए गए हैं कि बेवजह लोगों को तंग न किया जाए, परंतु सरकार के निर्देशों और आदेशों की पालना यकीनी बनाई जाएगी।
मुख्य सचिव ने सभी अधिकारियों द्वारा इस मुश्किल दौर में किए जा रहे काम की प्रशंसा की और प्रेरित किया कि जब तक यह दौर गुजऱ नहीं जाता, इसी तरह उत्साहित और तन-मन से काम करते रहो। मीटिंग में पंजाब के सभी उच्च अधिकारी, सभी जिलों के डिप्टी कमिश्नजऱ्, पुलिस कमिश्नर, एसएसपीज़ और अन्य जि़ला अधिकारी उपस्थित थे।

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