शैक्षिक जागरूकता और सशक्तिकरण के लिए ‘दलित युवा संवाद’
दलित युवा संवाद पंजाब में शैक्षिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देगा – कैंथ
कार्यक्रम की शुरुआत विभिन्न जातियों, अन्य पिछड़े वर्गों और अल्पसंख्यक छात्रों को मिलने वाली छात्रवृत्ति पर विचारशील चर्चा से होगी। इस संबंध में भाजपा एससी मोर्चा पंजाब के उपाध्यक्ष परमजीत सिंह कैंथ ने आज विश्वविद्यालय के अधिकारियों से मुलाकात की और बातचीत में दलित छात्रों के लिए सार्थक और सफल भविष्य का मार्ग प्रशस्त करने के लिए 7 फरवरी 2024 को निर्धारित संयुक्त कार्यक्रम पर जोर दिया।
बैठक में कुलपति के सलाहकार प्रोफेसर वरिंदर सिंह, खत्री महासभा पंजाब के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री राजिंदर पाल आनंद और श्री कमल रखड़ा उपस्थित थे। संवाद के साथ-साथ देश भगत विश्वविद्यालय सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों को “दलित युवा संवाद” में आमंत्रित किया गया ।युवा संवाद” कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने हेतु लिखित प्रस्ताव प्रस्तुत किया जा चुका है। यह पहल नामांकन अवधि के दौरान चुनौतियों का समाधान करने का प्रयास करती है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि योग्य छात्रों को उच्च शिक्षा के अवसरों तक पहुंचने में कठिनाइयों का सामना न करना पड़े।
कार्यक्रम का उद्देश्य जागरूकता पैदा करना, चुनौतियों और समाधानों पर चर्चा की सुविधा प्रदान करना और दलित छात्रों के लिए पोस्ट-मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना के तहत उपलब्ध अवसरों के बारे में जानकारी प्रदान करना है।कैंथ ने कहा, “हम इस प्रयास में शैक्षणिक संस्थानों की महत्वपूर्ण भूमिका को पहचानते हैं और फरवरी और उसके बाद के महीनों में कार्य दिवसों के दौरान एक घंटे के कार्यक्रम की योजना बनाने और मेजबानी करने के लिए विश्वविद्यालय अधिकारियों से सहयोग का अनुरोध किया है।” इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में एससी मोर्चा अध्यक्ष एसआर लधर, लोकसभा अध्यक्ष प्रदीप गर्ग, जिला अध्यक्ष दीदार सिंह भट्टी समेत अन्य नेता मौजूद रहेंगे.
कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को सीधे संबोधित करना, सार्थक संवाद में शामिल होना और छात्रवृत्ति योजना के बारे में किसीभी प्रश्न को स्पष्ट करना है। कैंथ का मानना है कि इस तरह की पहल छात्रों को सशक्त बनाएगी और विश्वविद्यालय प्रबंधन की समग्र सफलता और दक्षता में योगदान देगी।
उन्होंने आगे कहा, “यह कार्यक्रम पंजाब के सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में आयोजित की जाने वाली एक व्यापक पहल का हिस्सा है। इसका उद्देश्य न केवल पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना के बारे में जा गरूकता पैदा करना है, बल्कि भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी के प्रगतिशील नेतृत्व में नागरिकों को लाभान्वित करनेवाले विभिन्न अवसरों और योजनाओं के बारे में भी जागरूकता पैदा करना है। आयोजकों ने विश्वविद्यालय के अधिकारियों के सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया और उन्हें विश्वास है कि यह कार्यक्रम राष्ट्र निर्माण की व्यापक दृष्टि के अनुरूप दलित छात्रों की शैक्षिक संभावनाओं पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालेगा।

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