डॉ. बलजीत कौर ने राजा वड़िंग द्वारा स्वर्गीय बूटा सिंह पर की गई टिप्पणी की कड़ी निंदा की

“यह बयान अपमानजनक और अस्वीकार्य” — कैबिनेट मंत्री डॉ. बलजीत कौर

एस.सी. आयोग द्वारा की गई कार्रवाई का स्वागत — जवाबदेही तय होना आवश्यक: डॉ. बलजीत कौर

चंडीगढ़, 4 नवम्बर 2025

पंजाब की कैबिनेट मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने आज एक सख्त बयान जारी करते हुए पंजाब कांग्रेस प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग द्वारा स्वर्गीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री सरदार बूटा सिंह के बारे में की गई टिप्पणी की कड़ी निंदा की।

सामाजिक न्याय, सशक्तिकरण और अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “श्री बूटा सिंह जी न केवल भारतीय राजनीति के एक ऊँचे दर्जे के नेता थे, बल्कि अनुसूचित जाति समुदाय के सम्मान और सशक्तिकरण के प्रतीक भी थे। उनके बारे में इस प्रकार के आपत्तिजनक शब्दों में बात करना उनकी विरासत का अपमान है और उन मूल्यों का भी, जिनके लिए वे जीवनभर खड़े रहे।”

डॉ. कौर ने आगे कहा, “मैं श्री राजा वड़िंग द्वारा की गई अपमानजनक और असंवेदनशील टिप्पणियों की सख्त निंदा करती हूँ। ऐसी भाषा, विशेषकर जब किसी सम्मानित दलित नेता के प्रति प्रयोग की जाए, तो यह सम्मान और संवेदनशीलता की गंभीर कमी को दर्शाती है। यह किसी भी सभ्य समाज में अस्वीकार्य है — राजनीति में तो बिल्कुल नहीं।”

उन्होंने सभी राजनीतिक नेताओं से अपील की कि वे जनसेवा की मर्यादा को बनाए रखें और अपने शब्दों में सम्मान और संवेदना का भाव रखें। “हमें यह याद रखना चाहिए कि हमारे शब्दों का वजन होता है। श्री बूटा सिंह जी के योगदान को किसी भी गैर-जिम्मेदार बयान से कम नहीं किया जा सकता,” डॉ. बलजीत कौर ने कहा।

मंत्री ने पंजाब राज्य अनुसूचित जाति आयोग द्वारा की गई स्वत: संज्ञान कार्रवाई का स्वागत किया, जिसने श्री वड़िंग को नोटिस जारी कर तरनतारन रिटर्निंग अधिकारी से रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने कहा, “ऐसी घटनाओं के बाद जवाबदेही तय होना जरूरी है। आयोग को चाहिए कि यह मामला गंभीरता से आगे बढ़ाया जाए, ताकि न्याय केवल बूटा सिंह जी की याद में ही नहीं, बल्कि हर उस व्यक्ति के लिए हो जो सम्मान की अपेक्षा करता है।”

अंत में डॉ. बलजीत कौर ने कहा कि पंजाब की राजनीतिक संस्कृति को समानता, न्याय और आपसी सम्मान के मूल्यों को प्रतिबिंबित करना चाहिए।