गेहूं की निर्विघ्न खरीद के लिए पूर्व सैनिकों ने भी मंडियों में मोर्चे संभाले

खरीद कार्यों के व्यापक कार्य में मंडी बोर्ड की सहायता के लिए 1683 मंडियों में 3195 जी.ओ.जी. तैनात
चंडीगढ़, 23 अप्रैल:
गेहूं की निर्विघ्न खऱीद को यकीनी बनाने के लिए पूर्व सैनिकों ने भी अनाज मंडियों में मोर्चे संभाले हुए हैं ताकि कोविड-19 के कारण कफ्र्यु / लॉकडाउन के मद्देनजर किसानों को मंडियों में गेहूँ लाने और बेचने में किसी किस्म की मुश्किल पेश न आए।
यह खुलासा करते हुए अतिरिक्त मुख्य सचिव विकास विसवाजीत खन्ना ने बताया कि राज्य सरकार ने 3195 गार्डियन्ज़ ऑफ गवर्नेंस (प्रबंधों के रक्षक) को खरीद प्रक्रिया के लिए मंडी बोर्ड की सहायता के लिए मंडियों में तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि यह जी.ओ.जी. राज्य भर की 1683 मंडियों में चल रहे खरीद कार्यों की निगरानी कर रहे हैं।
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बताया कि कोविड-19 की महामारी के कारण स्वास्थ्य सुरक्षा उपायों को यकीनी बनाने के लिए खरीद केन्द्रों में देह से दूरी के नियम का पालन करवाने के अलावा ट्रैफिक की निगरानी का कठिन कार्य निपटाने के लिए जी.ओ.जी. मंडी बोर्ड के मुलाजि़मों के साथ मिलकर सेवाएं निभा रहे हैं ताकि मंडियों में भीड़ एकत्र न हो। जी.ओ.जी. द्वारा साफ-सफाई की स्थिति संबंधी रिपोर्ट करने के अलावा किसी भी अन्य मसले संबंधी तुरंत सीनियर अथॉरिटी के ध्यान में लाया जाता है। उन्होंने बताया कि जी.ओ.जी. पहले से स्थापित ढांचे द्वारा किसी भी मामले संबंधी अपने तहसील या जिला इंचार्ज के द्वारा चंडीगढ़ में स्थित मुख्यालय में सूचित करते हैं, जिसके बाद अगली कार्यवाही के लिए उनके द्वारा भेजी रिपोर्टों को मंडी बोर्ड के साथ साझा किया जाता है।
श्री खन्ना ने आगे बताया कि कोरोनावायरस के मद्देनजर इस कठिन समय में मंडी बोर्ड द्वारा गेहूँ की फसल के निर्विघ्न खऱीद को यकीनी बनाने और स्वास्थ्य सुरक्षा उपायों के लिए यह कदम सहायक सिद्ध होंगे।
पूर्व सैनिक होने के नाते जी.ओ.जी. की समर्पित भावना की सराहना करते हुए श्री खन्ना ने कहा कि उन्होंने अपनी पूरी नौकरी देश की सेवा में लगाई और अब जब किसानों के लिए मदद की घड़ी आई तो पूर्व सैनिक अपनी बड़ी उम्र की परवाह न करते हुए मंडियों में खरीद कार्यों में भी सरकार की मदद करने से पीछे नहीं हटे।